Breaking News INDIA

Breaking News INDIA
Hindi Samachar

Gad

केंद्र ने राज्यों से कहा- सभी अस्पतालों में ऑक्सिजन की खपत का ऑडिट कराएं https://ift.tt/3h4lkUr

नई दिल्ली देश के विभिन्न भागों में जीवनरक्षक ऑक्सिजन की कमी के बीच केंद्र सरकार ने शुक्रवार को राज्यों से कहा है कि वे उपलब्ध ऑक्सीजन को महत्वपूर्ण वस्तु की तरह लें और निजी अस्पतालों समेत सभी अस्पतालों में ऑक्सिजन की खपत का ऑडिट करवाएं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि इस महामारी की शुरूआत से ही सरकार ने ऑक्सिजन वाले बिस्तरों की प्रमुख क्लीनिकल मदद के रूप में पहचान की थी। उन्होंने कहा कि सरकार ने अप्रैल -मई 2020 में ही राष्ट्रीय स्तर पर 1,02,400 ऑक्सिजन सिलेंडर खरीद लिए थे और उन्हें राज्यों के बीच बांट दिया गया था। अग्रवाल ने कहा,‘हम राज्यों से अपील कर चुके हैं कि उपलब्ध ऑक्सिजन को एक महत्वपूर्ण वस्तु की तरह लें और ऑक्सिजन का तार्किक उपयोग भी सुनिश्चित करें।’ केंद्र द्वारा आक्सिजन की आपूर्ति बढ़ाए जाने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी देते हुए अग्रवाल ने कहा कि नेशनल फार्मास्युटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी (एनपीपीए) ने तरल चिकित्सा ऑक्सिजन की कीमत तय करने के लिए निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने बताया कि देशभर में 162 प्रेशर स्विंग ऐड्सॉर्प्शन (पीएसए) संयंत्रों को अनुमति दी गई है जिनमें से प्रत्येक की क्षमता 154 मीट्रिक टन है। इनमें से 52 संयंत्र पहले ही स्थापित किए जा चुके हैं तथा 87 की आपूर्ति हो गई है और इन्हें जल्द से जल्द चालू करने का काम जारी है। अग्रवाल ने बताया कि राज्यों को 8,593 मीट्रिक टन ऑक्सिजन आवंटित की गई है। उन्होंने बताया, ‘1,27,000 ऑक्सिजन सिलेंडरों का ऑर्डर 21 अप्रैल को जारी किया गया गया था और इनकी आपूर्ति एकाध दिन में होने वाली है। इनमें 54,000 जंबो सिलेंडर और 73,000 सामान्य सिलेंडर हैं।’ उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त 551 पीएसए संयंत्र को मंजूरी दे दी गई है और इन्हें केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा क्रियान्वित किया जाएगा। ये संयंत्र विभिन्न जन स्वास्थ्य केंद्रों में स्थापित किए जाएंगे। अग्रवाल ने साथ ही बताया कि राज्यों को सलाह दी गई है कि वे ऑक्सिजन का तार्किक इस्तेमाल सुनिश्चित करें और मरीजों को अनावश्यक रूप से ऑक्सिजन न दें। साथ ही उन निजी स्वास्थ्य देखभाल केंद्रों पर भी निगरानी रखें जो घरों पर कोविड केयर पैकेज मुहैया कराने के लिए ऑक्सीजन सिलेंडरों का इस्तेमाल कर रहे हैं।


from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi, coronavirus vaccine latest news update https://ift.tt/2S5XHA7
केंद्र ने राज्यों से कहा- सभी अस्पतालों में ऑक्सिजन की खपत का ऑडिट कराएं https://ift.tt/3h4lkUr केंद्र ने राज्यों से कहा- सभी अस्पतालों में ऑक्सिजन की खपत का ऑडिट कराएं
https://ift.tt/3h4lkUr Reviewed by Inquisitive & Gallivanter on April 30, 2021 Rating: 5

UP पंचायत चुनाव: काउंटिंग से पहले टीचरों की 'बगावत', 'मान जाए चुनाव आयोग, नहीं तो...' https://ift.tt/3ubuJ06

लखनऊ उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण (Corona Virus in UP) की रफ्तार बेकाबू है। लगभग रोजाना 34 हजार से ज्यादा केस आ रहे हैं। शुक्रवार को ही प्रदेश में एक दिन में सबसे ज्यादा 332 मरीजों की मौत हुई है। इस बीच 2 मई को पंचायत चुनाव की मतगणना () की तैयारी जोरों पर है। हालांकि प्राथमिक शिक्षक महासंघ ने निर्वाचन आयोग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शिक्षक महासंघ की मांग है कि 2 मई को होने वाली मतगणना को कम से कम दो महीने आगे बढ़ाया जाए, नहीं तो मतगणना ड्यूटी में लगे शिक्षक इसका खुला बहिष्कार करेंगे। इससे कोई अव्यवस्था हुई तो उसकी जिम्मेदारी निर्वाचन आयोग की होगी। शिक्षक महासंघ ने जारी की 706 मृत टीचरों की लिस्ट शिक्षक महासंघ ने आरोप लगाया कि ट्रेनिंग से लेकर पोलिंग तक राज्य निर्वाचन आयोग ने कोरोना गाइडलाइन का कहीं भी पालन नहीं कराया, जिससे हालात भयावह हो गए। महासंघ ने एक लिस्ट जारी करते हुए दावा किया है कि चुनाव ड्यूटी करने वाले करीब 706 शिक्षक कोविड संक्रमण से जान गंवा चुके हैं, बड़ी संख्या में शिक्षक बीमारी से जूझ रहे हैं। इन शिक्षकों के परिवार में कितने लोग संक्रमित हैं, उसका तो कोई हिसाब ही नहीं है। इसलिए 2 मई को होने वाली मतगणना रोकी जाए। 'लगातार अनुरोध करते रहे, मगर निर्वाचन आयोग ने कोई इंतजाम नहीं किए'शिक्षक महासंघ ने राज्य निर्वाचन आयुक्त को भेजे पत्र में लिखा है कि कोरोना महामारी के बीच पंचायत चुनाव कराए गए। 12 अप्रैल को ही संघ ने आयोग से अनुरोध किया था कि निर्वाचन से पहले कोविड से बचाव की गाइडलाइन का पालन किया जाए लेकिन इसको लेकर कोई इंतजाम नहीं किए गए। शिक्षक-कर्मचारियों को बिना सुरक्षा उपायों के महामारी के समय मतदान कराने के लिए भेजा गया, जिससे बड़ी संख्या में शिक्षक और कर्मचारी संक्रमित हो गए। कोरोना संक्रमण से अब तक करीब 706 शिक्षक जान गंवा चुके हैं। '2 महीने बाद रिजल्ट आ जाएंगे तो इसमें क्या बुराई है?'शिक्षक महासंघ और कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी, पेंशनर्स अधिकार मंच के अध्यक्ष डॉ. दिनेश चंद्र शर्मा ने एनबीटी ऑनलाइन से बातचीत में कहा, '2 मई को होने वाली मतगणना को शिक्षकों और कर्मचारियों में डर है। निर्वाचन आयोग ने शुरुआत से हम लोगों की नहीं सुनी और अब भी नहीं सुन रहा है। ऐसे में हमारे सामने क्या विकल्प बचता है? पंचायत चुनाव करा ही लिए गए हैं, ऐसे में अगर रिजल्ट 2 महीने बाद भी आ जाएं तो क्या नुकसान है इसमें?' '2 मई को मतगणना के खिलाफ शिक्षक संघ, बहिष्कार ही बचेगा विकल्प'उन्होंने आगे कहा, 'हमने निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर साफ कह दिया है कि 2 मई को होने वाली मतगणना में कोई भी शिक्षक और कर्मचारी हिस्सा नहीं लेगा। हम नौकरी जिंदा रहने के लिए ही तो करते हैं, जब जीवन ही नहीं बचेगा तो नौकरी का भी क्या करेंगे। प्रदेश के सभी प्राथमिक शिक्षक 2 मई को मतगणना के खिलाफ हैं और अगर इसे रोका नहीं गया तो बहिष्कार के अलावा कोई और विकल्प नहीं बचेगा।' हाई कोर्ट भी लगा चुका है निर्वाचन आयोग को फटकार कोरोना संक्रमण के बीच पंचायत चुनाव कराए जाने को लेकर इलाहाबाद हाई कोर्ट ने भी फटकार लगाई थी और राज्य निर्वाचन आयोग से पंचायत चुनाव में ड्यूटी के दौरान कोरोना संक्रमण से मृत सरकारी कार्मिकों की संख्या का ब्योरा तलब किया है। अखिलेश और प्रियंका ने भी सरकार को घेरापूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और कांग्रेस महासचिव व प्रदेश प्रभारी प्रियंका वाड्रा ने भी पंचायत चुनाव में शिक्षकों की कोरोना संक्रमण से मौत के मुद्दे पर सरकार को घेरा है। अखिलेश ने ट्वीट किया है कि जिन अधिकारी, शिक्षक और कर्मचारियों की मौत कोरोना संक्रमण की वजह से हुई है उन्हें सरकार 50 लाख की आर्थिक सहायता दे। वहीं, कांग्रेस की महासचिव और प्रदेश प्रभारी प्रियंका वाड्रा ने लिखा है कि पंचायत चुनाव में बड़ी संख्या में शिक्षकों की मौत डरावनी है। उन्हें 50 लाख रुपये का मुआवजा और आश्रित को नौकरी दी जाए।


from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi, coronavirus vaccine latest news update https://ift.tt/3vBRz1b
UP पंचायत चुनाव: काउंटिंग से पहले टीचरों की 'बगावत', 'मान जाए चुनाव आयोग, नहीं तो...' https://ift.tt/3ubuJ06 UP पंचायत चुनाव: काउंटिंग से पहले टीचरों की 'बगावत', 'मान जाए चुनाव आयोग, नहीं तो...'
https://ift.tt/3ubuJ06 Reviewed by Inquisitive & Gallivanter on April 30, 2021 Rating: 5

मंत्रियों से बोले PM मोदी- अपने क्षेत्र के लोगों के संपर्क में रहें, उनकी सहायता करते रहें https://ift.tt/2PFVcUu

नई दिल्ली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में कोरोना वायरस संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच शुक्रवार को केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक की। इस दौरान उन्हें महामारी के प्रबंधन और ऑक्सिजन तथा दवाओं की उपलब्धता के बारे में जानकारी दी गई। देश में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर के बाद यह मंत्रिपरिषद की पहली बैठक थी। केंद्रीय मंत्रिपरिषद् ने कोविड महामारी को ‘सदियों में एक बार’ की त्रासदी बताया, इसे दुनिया के लिए बड़ी चुनौती करार दिया। प्रधानमंत्री ने केंद्रीय मंत्रियों से आग्रह किया कि अपने क्षेत्र के लोगों के संपर्क में रहें, उनकी सहायता करें और उनका फीडबैक लेते रहें। मंत्रिपरिषद की बैठक में प्रधानमंत्री ने स्थानीय स्तर पर मुद्दों की पहचान कर उसका तुरंत समाधान करने की जरूरत पर बल दिया। देश में कोविड-19 की दूसरी लहर से पैदा हुई स्थिति पर चर्चा के लिए यह बैठक डिजिटल तरीके से आयोजित की गई। बयान में कहा गया कि मंत्रिपरिषद को अस्पतालों में बिस्तरों, ऑक्सीजन सुविधाओं की संख्या बढ़ाने और ऑक्सीजन व अन्य जरूरी दवाओं की उपलब्धता से संबंधित मुद्दों के समाधान के लिये उठाए गए कदमों की जानकारी दी गई। बताया गया कि आर्थिक रूप से कमजोर तबके की मदद के लिये मुफ्त अनाज और जनधन खाता धारकों को आर्थिक सहायता पर भी बैठक के दौरान चर्चा की गई। बैठक में बताया गया कि देश में अब तक 15 करोड़ कोविड रोधी टीके की खुराक लोगों को दी जा चुकी हैं। बैठक में इस बात का भी जिक्र किया गया कि देश सफलतापूर्वक दो टीकों को तैयार कर चुका है और टीकों के कई और दावेदार मंजूरी के विभिन्न चरणों की प्रक्रिया से गुजर रहे हैं। मंत्रिपरिषद ने कोविड अनुकूल आचरण – मास्क पहनना, दूसरों से छह फीट की सामाजिक दूरी का पालन करना और नियमित रूप से हाथ धुलने- के महत्व को भी रेखांकित किया। समाज की भागीदारी को महत्वपूर्ण पहल के तौर पर रेखांकित करते हुए मंत्रियों ने इस बात पर भरोसा जताया कि देश एकजुट होकर इस महामारी को हराएगा। बैठक में नीति आयोग के सदस्य वी के पॉल ने कोविड-19 प्रबंधन पर एक प्रस्तुति दी। उनके बाद केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और मनसुख मांडविया ने मंत्रिपरिषद् के सहयोगियों को ऑक्सीजन और दवा की उपलब्धता के बारे में क्रमश: जानकारी दी। कोविड-19 की स्थिति पर चर्चा के लिये प्रधानमंत्री राज्यों के मुख्यमंत्रियों और शीर्ष सरकारी अधिकारियों के साथ कई दौर की बैठक कर चुके हैं। वह दवा उद्योग से जुड़े अग्रणी लोगों, ऑक्सिजन आपूर्तिकर्ताओं, तीनों सशस्त्र बलों के प्रमुखों और अन्य गणमान्य लोगों से महामारी से निपटने को लेकर वार्ता कर चुके हैं।


from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi, coronavirus vaccine latest news update https://ift.tt/2ShyxPh
मंत्रियों से बोले PM मोदी- अपने क्षेत्र के लोगों के संपर्क में रहें, उनकी सहायता करते रहें https://ift.tt/2PFVcUu मंत्रियों से बोले PM मोदी- अपने क्षेत्र के लोगों के संपर्क में रहें, उनकी सहायता करते रहें
https://ift.tt/2PFVcUu Reviewed by Inquisitive & Gallivanter on April 30, 2021 Rating: 5

गुरुग्राम समेत हरियाणा के 9 जिलों में आज से 3 मई तक लगाया गया वीकेंड लॉकडाउन https://ift.tt/3vvlGXR

चंडीगढ़ हरियाणा में कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। कोरोना चेन को तोड़ने के लिए हरियाणा सरकार ने गुरुग्राम और फरीदाबाद समेत 9 जिलों में वीकेंड लॉकडाउन लगाने का फैसला किया है। 30 अप्रैल को रात 10 बजे से 3 मई की सुबह पांच बजे तक लॉकडाउन रहेगा। इन जिलों में पंचकूला, सोनीपत, रोहतक, करनाल, हिसार, सिरसा और फतेहाबाद भी शामिल हैं। वीकेंड लॉकडाउन के दौरान आवश्‍यक सेवाओं को छोड़कर अन्‍य चीजों पर पाबंदी रहेगी। इससे पहले राज्‍य में धारा 144 लागू की जा चुकी है। इसके तहत चार या अधिक लोगों के एक साथ जमा होने पर कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि इस महीने हरियाणा में कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोत्‍तरी हुई है। इससे मरने वाले लोगों की संख्‍या भी बढ़ती जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 97 मरीजों की मौत के साथ ही इस घातक वायरस के कारण जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 4,118 हो गई। हरियाणा में अब तक 3,76,852 लोग ठीक हो चुके हैं जबकि 93,175 मरीज उपचाराधीन हैं। मेडिकल स्‍टोर और राशन की दुकानों पर पाबंदी नहीं हरियाणा सरकार की तरफ से जारी निर्देश के मुताबिक, वीकेंड लॉकडाउन के दौरान स्‍वास्‍थ्‍य सेवाएं पूरी तरह से खुली रहेंगी। बाजार में मेडिकल स्‍टोर और राशन के दुकानों पर पाबंदी नहीं रहेगी। साथ ही होम डिलिवरी के लिए रेस्‍टारेंट और ढाबे वगैरह खोले जा सकेंगे। पर यहां बैठकर खाना खाने पर मनाही रहेगी। इस दौरान जिलाधिकारी से अनुमति लेकर ही विवाह समारोह आयोजित किए जा सकेंगे। साथ ही मैरिज हॉल को अपनी आधी क्षमता के साथ काम करना होगा। जरूरी सेवाओं से जुड़े वाहनों को सड़कों पर जाने की छूट रहेगी। मुख्‍यमंत्री खट्टर ने लगवाई वैक्‍सीन दूसरी ओर, हरियाणा में कोरोना वैक्‍सीनेशन का अभियान भी चल रहा है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कोविड-19 टीके की पहली खुराक ली। खट्टर ने टीके की पहली खुराक लेने के बाद कहा, ‘ आइये! एक सुरक्षित व स्वस्थ राष्ट्र के निर्माण और भारत को कोरोना मुक्त करने की दिशा में अपना योगदान दें।’ उन्होंने ट्वीट किया, ‘ कोविड-19 टीके की पहली खुराक ली।’ खट्टर ने कहा, ‘मैं प्रदेशवासियों से अपील करता हूं, कि आप सभी टीका अवश्य लगवाएं तथा अपने आस पास के लोगों को भी टीका लगवाने के लिए प्रोत्साहित करें।’ गौरतलब है कि 66 वर्षीय बीजेपी नेता पिछले साल अगस्त में कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए थे।


from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi, coronavirus vaccine latest news update https://ift.tt/3eagl2F
गुरुग्राम समेत हरियाणा के 9 जिलों में आज से 3 मई तक लगाया गया वीकेंड लॉकडाउन https://ift.tt/3vvlGXR गुरुग्राम समेत हरियाणा के 9 जिलों में आज से 3 मई तक लगाया गया वीकेंड लॉकडाउन
https://ift.tt/3vvlGXR Reviewed by Inquisitive & Gallivanter on April 30, 2021 Rating: 5

बाबा नागार्जुन के बेटे वरिष्ठ पत्रकार सुकांत नागार्जुन का निधन, कैंसर-कोरोना को दे चुके थे मात https://ift.tt/3gNopba

पटना। बिहार के जाने माने पत्रकार सुकान्त नागार्जुन अब हमारे बीच नहीं रहे। पटना के राजीव नगर इलाके में रह रहे सुकांत ने दोपहर 2 बजे अंतिम सांस ली। वह देश के कई राज्यों के अखबार में काम कर चुके थे। पटना से निकलने वाले नवभारत टाइम्स में बतौर ब्यूरो चीफ भी काम कर चुके थे। कैंसर और कोरोना को हरा चुके थे सुकान्त नागार्जुन दिवंगत सुकान्त नागार्जुन के साथ काम करने वाले वरिष्ठ पत्रकार प्रवीण बागी ने बताया कि दो साल पहले उन्होंने कैंसर को हरा दिया था। कैंसर से पीड़ित सुकान्त नागार्जुन का ऑपरेशन किया गया था इसके बाद उन्होंने अपने दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ कैंसर को मात दी थी। प्रवीण बागी ने यह भी बताया कि सुकांत कुछ दिन पहले ही कोरोना संक्रमित भी हो गए थे। लेकिन उन्होंने जिस तरह कैंसर को पटखनी दी थी उसी तरह कोरोना वायरस को भी अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति और सकारात्मक सोच की वजह से मात दी थी। कोरोना से ठीक होने के बाद कम होने लगा था ऑक्सीजन लेवल वरिष्ठ पत्रकार प्रवीण बागी ने बताया कि घर में रहकर ही सुकांत नागार्जुन ने कोरोना वायरस को हरा दिया था। संक्रमण के करीब 15 दिन बाद जब टेस्ट कराया तो उनकी रिपोर्ट कोरोना नेगेटिव आई थी। लेकिन कोरोना नेगेटिव होने के दो-तीन दिन बाद से ही उनका ऑक्सिजन लेवल घटने लगा था। प्रवीण बागी ने बताया कि शुक्रवार को सुकान्त का ऑक्सीजन लेवल 90 से नीचे आ गया था। इसकी वजह से उन्हें अस्पताल ले जाने की तैयारी की जा रही थी। लेकिन अस्पताल ले जाने से पहले ही वे सभी को छोड़कर चले गए। पटना स्थित आवास पर पत्नी के साथ रहते थे सुकान्त नागार्जुन बताया गया कि दिवंगत सुकान्त नागार्जुन के दो बेटे हैं जिनमें से एक दिल्ली में तो दूसरा बेंगलुरु में रहता है। प्रवीण बागी ने बताया कि जब सुकान्त नागार्जुन कोरोना पॉजिटिव हुए थे तब उनके दोनों लड़के उनकी सेवा के लिए पटना में मौजूद थे। उन्होंने बताया कि कोरोना नेगेटिव होने के बाद उनके दोनों लड़के वापस लौट गए थे और सुकान्त अपनी पत्नी के साथ पटना में रह रहे थे। नवभारत टाइम्स और हिंदुस्तान में भी काम कर चुके थे सुकान्त दिवंगत सुकांत नागार्जुन के मित्रवत रहे वरिष्ठ पत्रकार प्रवीण बागी ने यह भी बताया कि सुकान्त नागार्जुन ने ' हिंदुस्थान ' अखबार से अपना करियर शुरू किया था। इसके बाद वह हिंदुस्तान, पाटलिपुत्र टाइम, नवभारत टाइम्स, समाचार भारती, राजस्थान पत्रिका सन्मार्ग जैसे कई अखबारों में महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके थे। वरिष्ठ पत्रकार प्रवीण बागी ने बताया कि सुकान्त की कई कविता की पुस्तकें भी प्रकाशित हो चुकी है। उन्होंने बताया कि उनकी कविता की पुस्तकें ' ' के नाम से प्रकाशित होती थी। प्रवीण बागी ने यह भी बताया कि सुकान्त नागार्जुन के सभी दलों के नेताओं से अच्छे संबंध थे लेकिन नेताओं द्वारा कुछ भी गलत किए जाने पर वे उन्हें छोड़ते भी नहीं थे।


from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi, coronavirus vaccine latest news update https://ift.tt/3u6OExd
बाबा नागार्जुन के बेटे वरिष्ठ पत्रकार सुकांत नागार्जुन का निधन, कैंसर-कोरोना को दे चुके थे मात https://ift.tt/3gNopba बाबा नागार्जुन के बेटे वरिष्ठ पत्रकार सुकांत नागार्जुन का निधन, कैंसर-कोरोना को दे चुके थे मात
https://ift.tt/3gNopba Reviewed by Inquisitive & Gallivanter on April 30, 2021 Rating: 5

लखनऊ, कानपुर समेत उत्‍तर प्रदेश के इन 7 जिलों में 1 मई से 18+ लोगों को लगेगी वैक्‍सीन https://ift.tt/3gUDFTA

लखनऊ, 30 अप्रैल (भाषा) उत्तर प्रदेश सरकार ने शुक्रवार को कहा कि वह उन सात जिलों में शनिवार से 18-44 आयु वर्ग के लोगों के टीकाकरण की शुरुआत करेगी जहां पर संक्रमण के नौ हजार से अधिक उपचाराधीन मरीज हैं। इसके बाद अन्य जिलों में भी इस आयुवर्ग के लोगों के टीकाकरण की शुरुआत होगी।

अपर मुख् य सचिव स् वास् थ् य अमित मोहन प्रसाद ने शुक्रवार को बताया कि एक मई से 18-44 आयु वर्ग के लोगों के टीकाकरण की शुरुआत सात जिलों में होगी और इसके बाद अन्य जिलों में यह लागू किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि पहले चरण में उन सात जिलों में टीकाकरण होगा जहां पर संक्रमण के नौ हजार से अधिक उपचाराधीन मरीज हैं।

प्रसाद के मुताबिक जिन जिलों में टीकाकरण की शनिवार से शुरुआत होगी उनमें लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर, मेरठ और बरेली शामिल हैं।

उन्होंने कहा कि इस टीकाकरण के लिए जो सॉफ्टटवेयर बना है उसका परीक्षण भी इन जिलों में किया जाएगा और उसके पश्चात अन्य जिलों में भी इसका विस्ता किया जाएगा।

राज् य सरकार ने 18 वर्ष से ऊपर के लोगों को कोविड-19 टीका कराने का फैसला किया था और बृहस्पतिवार को कोविड-19 टीके की चार से पांच करोड़ खुराक खरीदने के लिए वैश्विक निविदा जारी करने का फैसला किया।

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक को टीके की 50-50 लाख खुराक उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।

प्रसाद ने बताया कि राज्य में अब तक 1.23 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है। इसमें 1.01 करोड़ वे लोग हैं जिन्होंने पहली खुराक ली और 22.33 लाख से अधिक लोगों ने दूसरी खुराक ली है। उन्होंने सभी पात्रों से कोविड-19 से प्रतिरक्षा हेतु टीका लगवाने का अनुरोध किया।



from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi, coronavirus vaccine latest news update https://ift.tt/3eHH2up
लखनऊ, कानपुर समेत उत्‍तर प्रदेश के इन 7 जिलों में 1 मई से 18+ लोगों को लगेगी वैक्‍सीन https://ift.tt/3gUDFTA लखनऊ, कानपुर समेत उत्‍तर प्रदेश के इन 7 जिलों में 1 मई से 18+ लोगों को लगेगी वैक्‍सीन
https://ift.tt/3gUDFTA Reviewed by Inquisitive & Gallivanter on April 30, 2021 Rating: 5

टीवी पत्रकार रोहित सरदाना का हार्ट अटैक से निधन, कोरोना वायरस से थे संक्रमित https://ift.tt/3e4jnoU

नई दिल्ली मशहूर न्यूज एंकर रोहित सरदाना को शुक्रवार को हार्ट अटैक से निधन हो गया। रोहित सरदाना कोरोना संक्रमण से भी जूझ रहे थे। इससे पहले उनकी मां भी कोरोना संक्रमित हुई थीं। रोहित वेंटिलेटर पर थे और संक्रमण अधिक बताया जा रहा था। रोहित फिलहाल आज तक न्यूज चैनल में कार्यरत थे। इससे पहले वह लंबे समय तक जी न्यूज का हिस्सा थे। जी न्यूज के एडिटर इन चीफ सुधीर चौधरी ने रोहित सरदाना के निधन की खबर ट्वीट की। सुधीर चौधरी ने ट्वीट में लिखा, अब से थोड़ी पहले @capt_ivane का फ़ोन आया।उसने जो कहा सुनकर मेरे हाथ कांपने लगे।हमारे मित्र और सहयोगी रोहित सरदाना की मृत्यु की ख़बर थी।ये वाइरस हमारे इतने क़रीब से किसी को उठा ले जाएगा ये कल्पना नहीं की थी।इसके लिए मैं तैयार नहीं था।ये भगवान की नाइंसाफ़ी है.. ॐ शान्ति वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सारदेसाई ने भी ट्वीट कर रोहित सरदाना के निधन की खबर दी। उन्होंने ट्वीट में लिखा मशहूर टीवी एंकर रोहित सरदाना का निधन हो गया। उन्हें आज सुबह हार्ट अटैक आया था। उनके परिवार के प्रति संवेदनाए। रोहित सरदाना रोज शाम को आजतक के मशहूर शो दंगल की एंकरिंग करते थे। साल 2018 में ही उन्हें को गणेश शंकर विद्यार्थी पुरस्कार से नवाजा गया था।


from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi, coronavirus vaccine latest news update https://ift.tt/3xDufSe
टीवी पत्रकार रोहित सरदाना का हार्ट अटैक से निधन, कोरोना वायरस से थे संक्रमित https://ift.tt/3e4jnoU टीवी पत्रकार रोहित सरदाना का हार्ट अटैक से निधन, कोरोना वायरस से थे संक्रमित
https://ift.tt/3e4jnoU Reviewed by Inquisitive & Gallivanter on April 30, 2021 Rating: 5

सोशल मीडिया पर बेड, ऑक्सिजन की शिकायत गलत नहीं, कार्रवाई की तो लेंगे ऐक्शन: सुप्रीम कोर्ट https://ift.tt/3xBkDI0

नई दिल्ली सुप्रीम कोर्ट में ऑक्सिजन और दवाइयों की कमी के मामले में सुनवाई के दौरान कोर्ट ने केंद्र सरकार से कई सवाल पूछे। सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कहा कि हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि यदि कोई नागरिक सोशल मीडिया पर अपनी शिकायत दर्ज कराते हैं, तो इसे गलत जानकारी नहीं कहा जा सकता है। अगर कार्रवाई के लिए ऐसी शिकायतों पर विचार किया जाता है तो हम इसे अदालत की अवमानना मानेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और राज्यों के डीजीपी को आदेश देते हुए कहा अफवाह फैलाने के नाम पर कार्रवाई की गई तो अवमानना का मामला चलाएंगे। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से पूछा है कि दवाओं का प्रोडक्शन और वितरण सुनिश्चित क्यों नहीं हो पा रहा है। सुनवाई के दौरान जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय बेंच ने शुक्रवार सरकार से कई सवाल पूछे। सुप्रीम कोर्ट ने सवाल किया कि केंद्र सरकार सौ फीसदी टीकों की खरीद क्यों नहीं करती है। इसे राष्ट्रीय टीकाकरण मॉडल पर राज्यों को वैक्सीन क्यों नहीं वितरित करती जिससे दामों में अंतर न रहे। केंद्र ने अपने हलफनामे में कहा है कि हर महीने एक करोड़ से अधिक रेमडेसिविर उत्पादन की क्षमता है।जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि लोगों को ऑक्सिजन सिलेंडर के लिए रोते हुए सुना है। राजधानी दिल्ली में ऑक्सिजन नहीं है। गुजरात, महाराष्ट्र में भी ऐसा है। सुप्रीम कोर्ट ने मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए केंद्र सरकार को नोटिस जारी कर पूछा था कि वो बताए कि कोरोना पर उसका प्लान क्या है।सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से दवाइयों के साथ ही साथ ऑक्सिजन सप्लाई पर जवाब मांगते हुए पूछा था कि वह अपनी नेशनल लेवल पर क्या योजना है बताए।


from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi, coronavirus vaccine latest news update https://ift.tt/2QB2SYI
सोशल मीडिया पर बेड, ऑक्सिजन की शिकायत गलत नहीं, कार्रवाई की तो लेंगे ऐक्शन: सुप्रीम कोर्ट https://ift.tt/3xBkDI0 सोशल मीडिया पर बेड, ऑक्सिजन की शिकायत गलत नहीं, कार्रवाई की तो लेंगे ऐक्शन: सुप्रीम कोर्ट
https://ift.tt/3xBkDI0 Reviewed by Inquisitive & Gallivanter on April 30, 2021 Rating: 5

लॉकडाउन में कोठे हुए बंद, घर-घर राशन पहुंचाने में जुट गए सेक्स वर्करों के दो बच्चे https://ift.tt/3vyfMpc

नई दिल्ली दिल्ली में कोरोना के मामले बढ़ तो सरकार ने लॉकडाउन की घोषणा कर दी। लॉकडाउन के दौरान जीबी रोड पर सेक्स वर्कर्स के लिए खाने का संकट पैदा हो गया। ऐसे में नकुल (बदला हुआ नाम) जो खुद सेक्स वर्कर का लड़का है, ने लॉकडाउन में कोठों पर राशन पहुंचाने की सोची। 19 साल का नकुल पैसे इकट्ठा कर सेक्स वर्कर्स के एक धड़े की मदद करना चाहता है। दिल्ली से गांव लौटने लगे सेक्स वर्कर्स 19 अप्रैल को दिल्ली में जब लॉकडाउन की घोषणा हुई तो कई सेक्स वर्कर्स दिल्ली छोड़कर अपने गांवों की तरफ लौटने लगे। जो यहां रुके वह अपनी बचत और पहले के बचे हुए राशन के बल पर अपने बच्चों का पालन-पोषण करने लगे। एक सेक्स वर्कर ने बताया कि पुलिस हमेशा कहती है कि अपना दरवाजा बंद करके रखो। दरवाजा खुला रहेगा तो कस्टमर आ जाएगा। सेक्स वर्कर ने बताया कि सबकुछ बंद होने की वजह से उसे अपने बच्चों को खिलाने के लिए उधार लेना पड़ा। उसने बताया कि उसकी सेहत भी ठीक नहीं है लेकिन कोई मदद नहीं मिल रही है। अच्छा मास्क और सैनिटाइजर नहीं खरीद सकते वहीं, एक अन्य सेक्स वर्कर का कहना है कि वे लोग अच्छा मास्क और सैनिटाइजर भी नहीं खरीद सकते हैं। उसने बताया कि सरकारी मदद के बिना उनके पास ना तो हाथ धोने के लिए साबुन या डिटर्जेंट है और ना ही खाना बनाने के लिए गैस उपलब्ध है। ऐसे में नकुल और उसका एक दोस्त (दोनों सेक्स वर्कर के ही बच्चे हैं) ने सोचा कि कैसे इन लोगों की मदद की जा सकती है। नकुल ने बताया कि हमने एक एनजीओ से संपर्क किया। 200 लोगों तक पहुंचाने के लिए राशन उपलब्ध नकुल ने बताया कि एनजीओ ने हमें बताया कि हम लोग चावल, दाल, तेल, हल्दी, चीनी और लाल मिर्च पाउडर, एकत्रित कर बाकि लोगों में बांट सकते हैं। यह हर घर की बेसिक जरूरत होती है। हाल ही में ओपन स्कूल से 12वीं पास नकुल ने कहा कि शुरू में पुलिसवालों ने हमें यह बांटने में अनिच्छा जताई लेकिन बाद में उन्हें एहसास हुआ कि दोनों बच्चे लोगों की मदद करना चाहते हैं। इन लोगों के पास फिलहाल 200 घरों के लिए राशन किट है। इन लोगों की योजना 800 परिवारों तक राशन पहुंचाने की है। एनजीओ और कम्युनिटी ग्रुप का मिल रहा सहयोग इन दोनों बच्चों का मानना है कि उन लोगों के लिए सेक्स वर्कर के परिवारों तक पहुंचना आसान है। नकुल और उसके दोस्त का कहना है कि वे लोग पीपीई किट पहनकर लोगों के घरों में जाकर उन्हें राशन किट देंगे। यह लोगों को खुद के पास बुलाने से अधिक सुरक्षित होगा। उन्होंने बताया कि हमें लोगों की मदद के लिए कई कम्युनिटी ग्रुप के साथ ही लाइटअप जैसे एनजीओ की भी मदद मिल रही है।


from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi, coronavirus vaccine latest news update https://ift.tt/3e2arjM
लॉकडाउन में कोठे हुए बंद, घर-घर राशन पहुंचाने में जुट गए सेक्स वर्करों के दो बच्चे https://ift.tt/3vyfMpc लॉकडाउन में कोठे हुए बंद, घर-घर राशन पहुंचाने में जुट गए सेक्स वर्करों के दो बच्चे
https://ift.tt/3vyfMpc Reviewed by Inquisitive & Gallivanter on April 30, 2021 Rating: 5

...जब रो पड़े थे सोराबजी, 2010 में आपातकाल का किस्सा सुनाकर भावुक हो गए थे पूर्व अटॉर्नी जनरल https://ift.tt/33f3R3v

नई दिल्ली देश के पूर्व अटॉर्नी जनरल सोली सोराबजी का आज 30 अप्रैल को निधन हो गया। कोरोना संक्रमित होने के बाद उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। सोली सोराबजी की पहचान देश के बड़े मानवाधिकार वकीलों में थी। उन्हें यूनाइटेड नेशन ने 1997 में नाइजीरिया में विशेष दूत बनाकर भेजा था। सोराबजी अपनी बात कहने से कभी चूकते नहीं थे। 2010 में उन्होंने न्यायपालिका के संदर्भ में एक ऐसी बात कही जिसकी चर्चा लंबे समय तक देश में हुई। जब रो पड़े थे सोराबजी देश के पूर्व अटॉर्नी जनरल सोली सोराबजी ने 2010 में एक किस्से को याद करते हुए कहा कि वो कभी नहीं रोए, केस हारने के बाद भी भावुक नहीं होते लेकिन, एक वक्त ऐसा आया जब वो रो पड़े थे। न्यायिक स्वतंत्रता पर नई दिल्ली में एक व्याख्यान के दौरान सोली सोराबजी ने भावुक होकर कहा कि आपातकाल के दौरान जब नानी पालखीवाला के साथ सुप्रीम कोर्ट में हेवियस कॉपर्स पर बहस करते हुए उन्होंने पाया कि न्यायमूर्ति वाई वी चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति पीएन भगवती जैसे विख्यात जजों ने अपनी आत्मा बेच दी है। तब वो रो पड़े थे। सोराबजी ने जब यह बात कही उसके बाद देश में इसकी चर्चा काफी दिनों तक हुई। न्यायपालिका की स्वतंत्रता और जिम्मेदारी दोनों साथ- साथ चलनी चाहिए। सोराबजी ने इस बारे में कहा था कि दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। संविधान की बात करें तो विधायिका और कार्यपालिका की तरह न्यायपालिका लोकतंत्र का स्तंभ है। इसकी स्वतंत्रता की बात की जाती है लेकिन व्यवस्था का ताना- बाना ऐसा है कि सत्ता के दबाव- प्रलोभन से यह पूरी तरह मुक्त नहीं हो पाता है। चीफ जस्टिस और कानून मंत्री के बीच टकराव राम जेठमलानी जिस वक्त देश के कानून मंत्री थे उस दौरान सोली सोराबजी एटॉर्नी जनरल थे। कुछ कानूनी मसलों पर राम जेठमलानी और तत्कालीन चीफ जस्टिस ए एस आनंद के बीच टकराव की स्थिति पैदा होने लगी। मामला इस कदर बढ़ गया कि न्यायपालिका और कार्यपालिका के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो गई। इस टकराव को रोकने के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल जी ने जसवंत सिंह को बोलकर जेठमलानी का इस्तीफा मांगा। जेठमलानी ने भी तुरंत इस्तीफा दे दिया। इस पूरे मसले पर लोगों की अलग- अलग राय है। हालांकि कुछ लोग मानते हैं कि कानून मंत्री होने के नाते सोली सोराबजी जस्टिस आनंद विवाद में जेठमलानी ने गलत बयान दिया था।


from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi, coronavirus vaccine latest news update https://ift.tt/2PBiwCF
...जब रो पड़े थे सोराबजी, 2010 में आपातकाल का किस्सा सुनाकर भावुक हो गए थे पूर्व अटॉर्नी जनरल https://ift.tt/33f3R3v ...जब रो पड़े थे सोराबजी, 2010 में आपातकाल का किस्सा सुनाकर भावुक हो गए थे पूर्व अटॉर्नी जनरल
https://ift.tt/33f3R3v Reviewed by Inquisitive & Gallivanter on April 30, 2021 Rating: 5

देश के पूर्व अटॉर्नी जनरल सोली सोराबजी का कोरोना से निधन https://ift.tt/3eGNSjP

नई दिल्ली हो गया है। उनकी उम्र 91 साल थी। पिछले कुछ दिनों से वो कोरोना से संक्रमित थे। सोली सोराबजी पहले 1989 से 1990 तक और उसके बाद 1998 से 2004 तक अटॉर्नी जनरल रहे थे। सोली सोरोबाजी का जन्म 1930 में महाराष्ट्र में हुआ था। राम जेठमलानी जिस वक्त देश के कानून मंत्री थे उस दौरान सोली सोराबजी एटॉर्नी जनरल थे। कुछ कानूनी मसलों पर राम जेठमलानी और तत्कालीन चीफ जस्टिस ए एस आनंद के बीच टकराव की स्थिति पैदा होने लगी। मामला इस कदर बढ़ गया कि न्यायपालिका और कार्यपालिका के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो गई। इस टकराव को रोकने के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल जी ने जसवंत सिंह को बोलकर जेठमलानी का इस्तीफा मांगा। जेठमलानी ने भी तुरंत इस्तीफा दे दिया।


from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi, coronavirus vaccine latest news update https://ift.tt/3gTHacW
देश के पूर्व अटॉर्नी जनरल सोली सोराबजी का कोरोना से निधन https://ift.tt/3eGNSjP देश के पूर्व अटॉर्नी जनरल सोली सोराबजी का कोरोना से निधन
https://ift.tt/3eGNSjP Reviewed by Inquisitive & Gallivanter on April 30, 2021 Rating: 5

अमेरिका से लेकर रोमानिया तक बढ़े मदद के हाथ, तस्वीरों में देखें कैसे पहुंच रही मदद https://ift.tt/3e58Zx3

नई दिल्लीभारत कोरोना वायरस की दूसरी भीषण लहर से जूझ रहा है और बीते कुछ दिनों से देश में रोजाना तीन लाख से अधिक मामले आ रहे हैं जबकि अस्पताल ऑक्सीजन और बिस्तरों की कमी का सामना कर रहे हैं। कोरोना महामारी के इस संकट की घड़ी में दुनिया भर से भारत मदद पहुंचनी शुरू हो गई है। अमेरिका के अलावा रूस, फ्रांस, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, आयरलैंड, बेल्जियम, रोमानिया, लक्समबर्ग, सिंगापुर, पुर्तगाल, स्वीडन, न्यूजीलैंड, कुवैत और मॉरीशस सहित कई प्रमुख देशों ने भारत को महामारी से लड़ने में मदद करने के लिए मेडिकल सहायता की घोषणा की है। आइए तस्वीरों में देखते हैं कैसे भारत मदद पहुंच रही है।

विदेश सचिव हर्षवर्द्धन श्रृंगला ने कहा है कि कोरोना वायरस महामारी (Covid-19 pandemic) के कारण ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई है जो पहले कभी नहीं थी। ऐसे में भारत अपने सहयोगी और मित्र देशों से मिलने वाली मेडिकल सप्लाई एवं सहायता को किसी नीतिगत ढांचे के दायरे में नहीं देख रहा है। उन्होंने कहा कि 'टीका मैत्री' अभियान के तहत भी भारत ने अन्य देशों को वैक्सीन उपलब्ध कराया है।


अमेरिका से लेकर रोमानिया तक बढ़े मदद के हाथ, तस्वीरों में देखें कैसे पहुंच रही मदद

नई दिल्ली

भारत कोरोना वायरस की दूसरी भीषण लहर से जूझ रहा है और बीते कुछ दिनों से देश में रोजाना तीन लाख से अधिक मामले आ रहे हैं जबकि अस्पताल ऑक्सीजन और बिस्तरों की कमी का सामना कर रहे हैं। कोरोना महामारी के इस संकट की घड़ी में दुनिया भर से भारत मदद पहुंचनी शुरू हो गई है। अमेरिका के अलावा रूस, फ्रांस, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, आयरलैंड, बेल्जियम, रोमानिया, लक्समबर्ग, सिंगापुर, पुर्तगाल, स्वीडन, न्यूजीलैंड, कुवैत और मॉरीशस सहित कई प्रमुख देशों ने भारत को महामारी से लड़ने में मदद करने के लिए मेडिकल सहायता की घोषणा की है। आइए तस्वीरों में देखते हैं कैसे भारत मदद पहुंच रही है।



​वैक्सीन की तैयार खुराकों के साथ-साथ कच्चा माल भी शामिल
​वैक्सीन की तैयार खुराकों के साथ-साथ कच्चा माल भी शामिल

अमेरिका से आने वाले सामान में ऑक्सिजन सिलिंडर/रेग्युलेटर, रैपिड डायग्नोस्टिक किट, N95 मास्क और पल्स ऑग्जीमीटर लेकर आ रहे हैं। सूत्रों ने बुधवार को बताया था कि भारत ने अमेरिका से मेडिकल आपूर्ति मांगी है जिनमें वैक्सीन की तैयार खुराकों के साथ-साथ कच्चा माल भी शामिल है।



​स्वास्थ्य कर्मियों के लिए 100,000 एन95 मास्क
​स्वास्थ्य कर्मियों के लिए 100,000 एन95 मास्क

कोविड-19 के सामुदायिक प्रसार को रोकने में मदद करने के लिए 960,000 'रैपिड डायग्नोस्टिक टेस्ट' किट भेजी हैं जिससे संक्रमण की शुरुआत में ही पहचान हो जाएगी। साथ में स्वास्थ्य कर्मियों के लिए 100,000 एन95 मास्क भी भेजे हैं।



​बड़ी संख्या में रेमडेसिविर इंजेक्शनों की आपूर्ति
​बड़ी संख्या में रेमडेसिविर इंजेक्शनों की आपूर्ति

बाइडन प्रशासन ने एक्सट्राजेनेका को दिए अपने आर्डर में बदलाव किया है जिससे भारत कोविड-19 रोधी टीके की दो करोड़ खुराकें बना सकेगा। इसके अलावा वह बड़ी संख्या में रेमडेसिविर इंजेक्शनों की आपूर्ति भारत को कर रहा है।



​रेमडेसिविर, टोसिलिज़ुमैब और फेवीपिरवीर खरीद पर फोकस
​रेमडेसिविर, टोसिलिज़ुमैब और फेवीपिरवीर खरीद पर फोकस

भारत अमेरिका और अन्य देशों से रेमडेसिविर, टोसिलिज़ुमैब और फेवीपिरवीर जैसी अहम दवाओं की खरीद पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।



​विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने रोमानिया का दिया धन्यवाद
​विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने रोमानिया का दिया धन्यवाद

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने मेडिकल सप्लाई के लिए ईयू पार्टनर रोमानिया का समर्थन के लिए आभार जताया। रोमानिया के दूतावास ने बताया कि 80 ऑक्सीजन कॉन्सनट्रेटर्स, 75 ऑक्सीजन सिलेंडर समेत अन्य चिकित्सा सामग्री लेकर एक विमान बुखारेस्ट से दिल्ली पहुंचा।



​आयरलैंड से पहुंचे 365 वेंटिलेटर्स
​आयरलैंड से पहुंचे 365 वेंटिलेटर्स

कोरोना संकट के बीच आयरलैंड से 700 यूनिट ऑक्सिजन कॉनस्नट्रेटर्स, 365 वेंटिलेंटर्स भारत पहुंचे। विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता अरिंदम बागची ने इसकी जानकारी दी।



​हरदीप पुरी ने दी हॉन्गकॉन्ग से मदद की जानकारी
​हरदीप पुरी ने दी हॉन्गकॉन्ग से मदद की जानकारी

हॉन्गकॉन्ग ने भारत के साथ प्रतिबद्धता जताते हुए 300 ऑक्सिजन कॉन्सन्ट्रेटर्स के साथ ही अन्य मेडिकल उपकरण इंडिगो फ्लाइट से दिल्ली भेजी। नागरिक उड्ड्यन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि इन सप्लाई से भारत के मौजूदा प्रयासों को बल मिलेगा।





from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi, coronavirus vaccine latest news update https://ift.tt/2S6OWFY
अमेरिका से लेकर रोमानिया तक बढ़े मदद के हाथ, तस्वीरों में देखें कैसे पहुंच रही मदद https://ift.tt/3e58Zx3 अमेरिका से लेकर रोमानिया तक बढ़े मदद के हाथ, तस्वीरों में देखें कैसे पहुंच रही मदद
https://ift.tt/3e58Zx3 Reviewed by Inquisitive & Gallivanter on April 30, 2021 Rating: 5

करप्शन केस में FIR, परमबीर सिंह ने हाई कोर्ट का खटखटाया दरवाजा https://ift.tt/32ZO9J4

मुंबई पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह की शिकायत पर सीबीआई ने महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार के केस में एफआईआर दर्ज की थी। अब भ्रष्टाचार के आरोप में खुद परमबीर सिंह पर केस दर्ज हुआ है। उनके अलावा डीसीपी पराग मनेरे और 26 अन्य पुलिसकर्मियों को भी आरोपी बनाया गया है। परमबीर ने एफआईआर को हाई कोर्ट में चुनौती दी है। इस पर 4 मई को सुनवाई हो सकती है। 'लेटर बम' से हिल गई थी उद्धव सरकार अकोला पुलिस कंट्रोल रूम में तैनात इंस्पेक्टर भीमराव घडगे ने पिछले सप्ताह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री, गृह मंत्री, डीजीपी और एसीबी के चीफ को 14 पेज का लेटर भेजा था। इसमें परमबीर सिंह पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए गए थे। उसी लेटर को आधार बनाकर सिंह के खिलाफ अकोला में एफआईआर दर्ज हुई है। उन पर आपराधिक षड्यंत्र और सबूत नष्ट करने की विभिन्न धाराओं तथा अनूसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के अलग-अलग सेक्शन के तहत भी केस दर्ज किया गया है। पहले से चल रही हैं 2 जांच परमबीर सिंह के खिलाफ महाराष्ट्र सरकार पहले ही दो जांच बैठा चुकी है, लेकिन उन मामलों में अभी तक एफआईआर नहीं हुई । भीमराव घडगे से जुड़ा यह पहला मामला है, जिसमें सिंह के खिलाफ केस हुआ है। इस पूरे घटनाक्रम की अहमियत यह है कि अनिल देशमुख के खिलाफ परमबीर सिंह के भ्रष्टाचार के आरोप पर सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की थी। उस केस में सीबीआई ने अन्य लोगों के अलावा बतौर गवाह अडिशनल डीजी रश्मि शुक्ला का भी हैदराबाद जाकर स्टेटमेंट लिया। क्या है मामला: - भीमराव घडगे 2015 से 2018 के दौरान ठाणे पुलिस आयुक्तालय के तहत कार्यरत थे। - उस दौरान लंबे समय तक परमबीर सिंह ठाणे के पुलिस कमिश्नर थे। - घडगे का आरोप है कि सिंह ने उस दौरान उनसे कुछ लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल नहीं करने को कहा, जिनके खिलाफ वह पहले ही एफआईआर दर्ज कर चुके थे। - जब उन्होंने यह आदेश नहीं माना, तो खुद उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करके उन्हें सस्पेंड कर दिया गया।


from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi, coronavirus vaccine latest news update https://ift.tt/3eJlxcx
करप्शन केस में FIR, परमबीर सिंह ने हाई कोर्ट का खटखटाया दरवाजा https://ift.tt/32ZO9J4 करप्शन केस में FIR, परमबीर सिंह ने हाई कोर्ट का खटखटाया दरवाजा
https://ift.tt/32ZO9J4 Reviewed by Inquisitive & Gallivanter on April 30, 2021 Rating: 5

ब्लॉगः जज बनने में क्यों हिचकती हैं महिला वकील https://ift.tt/eA8V8J

बीते दिनों उच्च न्यायालय में जजों की नियुक्ति से जुड़े मामले पर सुनवाई करते हुए देश के तत्कालीन चीफ जस्टिस एस ए बोबड़े ने कहा था, 'महिला वकील अक्सर अपनी घरेलू, पारिवारिक जिम्मेदारियों के चलते जज बनने से कतराती हैं।' क्या यह पूर्ण सत्य है? क्या वाकई महिला वकील महत्वपूर्ण दायित्व लेने से सिर्फ इसलिए परहेज करती हैं कि उन्हें अपने पारिवारिक दायित्वों को प्राथमिकता देनी है?

from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi, coronavirus vaccine latest news update https://ift.tt/3vyXm7p
ब्लॉगः जज बनने में क्यों हिचकती हैं महिला वकील https://ift.tt/eA8V8J ब्लॉगः जज बनने में क्यों हिचकती हैं महिला वकील
https://ift.tt/eA8V8J Reviewed by Inquisitive & Gallivanter on April 30, 2021 Rating: 5

प. बंगाल में बीजेपी जीत चुकी है, रिजल्ट जो भी हो, जानें कैसे https://ift.tt/3318GNv

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बीच मोटे तौर एक बात कॉमन है। दोनों विपक्षी नेता हैं। अखिलेश उन 15 नेताओं में भी हैं, जिनको ममता ने पिछले दिनों लेटर लिखा। ममता ने समर्थन मांगा था बीजेपी विरोधी मोर्चा बनाने के लिए। पत्र में ममता ने कहा था कि भारत के संघीय ढांचे पर सुनियोजित तरीके से हमला किया जा रहा है, जिससे देश की लोकतांत्रिक परंपराएं खत्म हो जाएंगी। पढ़ें पत्रकार नीलांजन मुखोपाध्याय का यह दिलचस्प लेख....

Bengal Election Exit Poll 2021 : बहुसंख्यक वोटरों को रिझाने के लिए चुनाव प्रचार के दौरान ममता ने चंडी पाठ किया और खुद को हिंदू दिखाने की कोशिश की। बीजेपी यहां जीत गई, अब नतीजा कुछ भी हो।


Bengal Election Result : प. बंगाल में बीजेपी जीत चुकी है, रिजल्ट जो भी हो, जानें कैसे

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बीच मोटे तौर एक बात कॉमन है। दोनों विपक्षी नेता हैं। अखिलेश उन 15 नेताओं में भी हैं, जिनको ममता ने पिछले दिनों लेटर लिखा। ममता ने समर्थन मांगा था बीजेपी विरोधी मोर्चा बनाने के लिए। पत्र में ममता ने कहा था कि भारत के संघीय ढांचे पर सुनियोजित तरीके से हमला किया जा रहा है, जिससे देश की लोकतांत्रिक परंपराएं खत्म हो जाएंगी।

पढ़ें पत्रकार नीलांजन मुखोपाध्याय का यह दिलचस्प लेख....



​हिंदू दिखाने की होड़
​हिंदू दिखाने की होड़

ममता और आखिलेश में एक और बात कॉमन है। हाल में दोनों ने ही सार्वजनिक रूप से जताया कि वे हिंदू हैं। ममता चुनाव प्रचार के दौरान कई मंदिरों में गईं। उन्होंने चंडी पाठ किया और यह भी जताया कि वह ब्राह्मण हैं। अखिलेश इतने सौभाग्यशाली नहीं रहे कि सबके बीच इस तरह का कोई काम कर सकें। वह कोविड पॉजिटिव भी हो गए। बताया गया कि कुंभ स्नान करने के अलावा वह हरिद्वार में एक जाने-माने संत का आशीर्वाद लेने गए थे। समझा जाता है कि संत पहले ही कोरोना की चपेट में आ चुके थे। हालांकि वह पॉजिटिव हुए बाद में। यह दलील दी जा सकती है कि ममता और अखिलेश, दोनों हिंदू हैं, लिहाजा उन्होंने जो पूजा-पाठ या चंडी पाठ किया, उससे उनके सेक्युलर राजनेता होने पर सवाल नहीं उठता। गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान राहुल गांधी ने खुद को दत्तात्रेय ब्राह्मण दिखाने का प्रयास किया था। ममता और अखिलेश ने जो कुछ किया, उसकी वजह यह है कि वे बीजेपी को कोई मौका नहीं देना चाहते कि वह उन पर मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप लगाए। कुछ साल पहले सोनिया गांधी ने अफसोस जताया ही था कि बीजेपी के मजबूत राजनीतिक ताकत बनने के बाद उनकी पार्टी को 'अल्पसंख्यक समर्थक' इमेज के कारण चुनावी नुकसान हुआ।



​...नीतीश ने दी थी मोदी को सीख
​...नीतीश ने दी थी मोदी को सीख

अपनी हिंदू पहचान दिखाने की यह जो बेचैनी है, यह एक से दूसरे नेता को अपनी चपेट में लेती जा रही है। यह सब देश के गणतंत्र बनने के समय के माहौल से ठीक उलट है। तब राजनीतिक वर्ग में आम सहमति थी कि भारत में जो बहुसंख्यक समुदाय है, वह धार्मिक अल्पसंख्यकों, खासतौर से मुसलमानों को यह अहसास कराएगा कि वे सुरक्षित हैं। यही वह समझ थी, जिसके दम पर बिहार के चीफ मिनिस्टर नीतीश कुमार ने 2011 में नरेंद्र मोदी को निशाने पर ले लिया। तब मोदी ने एक मुस्लिम धर्मगुरु की ओर से दी गई टोपी पहनने से मना कर दिया था। तब गुजरात के मुख्यमंत्री थे मोदी, लेकिन उन्हीं दिनों अपना वह अभियान शुरू कर चुके थे, जिसने उन्हें प्रधानमंत्री पद तक पहुंचाया। तब नीतीश ने मोदी को जो सलाह दी थी, उसे दोहराया जाना चाहिए। नीतीश ने कहा था, "हमारा देश विविधताओं वाला है। यहां प्रतीकों की इज्जत की जानी चाहिए। सद्भावना बनाने के लिए कभी टोपी पहननी पड़ती है तो कभी तिलक लगाना पड़ता है।"



​आठ साल बाद बदल गए हालात
​आठ साल बाद बदल गए हालात

इस तंज के बमुश्किल आठ साल बाद हालात बदल गए। मुसलमान जो टोपी पहनते हैं, उसे पब्लिक लाइफ में पहनना जरूरी नहीं रह गया। यही नहीं, ममता और अखिलेश की तरह तमाम नेता अपने हिंदू प्रतीकों का प्रदर्शन करने में जुट गए। नीतीश कुमार का हाल तो सबके सामने है ही। प्रधानमंत्री ने भी विरोधियों पर 'न्यू इंडिया' के तौर तरीकों का ख्याल रखने का दबाव बनाया है। इसमें धार्मिक अल्पसंख्यकों के हितों की फिक्र करने से राजनीतिक नुकसान हो सकता है।



​ममता को भी बीजेपी का डर?
​ममता को भी बीजेपी का डर?

विपक्षी दल दरअसल अपने इस अनुमान से प्रभावित हैं कि मोदी और उनकी सरकार के कामकाज में लोगों को जो भी कमियां दिखती हों, एक 'उपलब्धि' उनकी नजर में रहती है। यही कि उन्होंने मुसलमानों को 'टाइट' कर दिया है। अखिलेश ने भी हाल के वर्षों में, खासतौर से साल 2017 के बाद से हिंदू राष्ट्रवादी नीतियों पर शायद ही कभी कोई सवाल किया हो। उनका यह रवैया उनके पिता के तीन दशक पहले के रुख के उलट है। अक्टूबर 1990 की बात है। विश्व हिंदू परिषद ने ऐलान किया था अयोध्या में विवादित जगह पर कार सेवा करने का। तब यूपी के सीएम रहे मुलायम सिंह यादव ने वादा किया था कि उस दिन अयोध्या में 'एक चिड़िया भी पर नहीं मार सकेगी।' ममता की बात करें तो इस बार के असेंबली इलेक्शन में उन्होंने कम मुसलमानों को टिकट दिया।



​प्रशांत किशोर का प्रभाव
​प्रशांत किशोर का प्रभाव

ममता और अखिलेश दोनों ने प्रशांत किशोर का सहारा लिया है चुनाव प्रचार में। मोदी जब गुजरात के सीएम थे, उन दिनों में प्रशांत उनके साथ चुनाव रणनीतिकार के रूप में जुड़े। उसके बाद से वह प्रवचन देते रहे हैं कि विचारधारा और नीतियों से प्रतिबद्धता की कोई जरूरत नहीं। अपनी इस सोच के साथ वह राजनीतिक रूप से विरोधी खेमों में आवाजाही करते रहे। प्रशांत का प्रभाव ममता के उस पत्र पर देखा जा सकता है, जो उन्होंने विपक्षी नेताओं को लिखा। यह चुनाव बाद कांग्रेस के साथ गठजोड़ की राह खोलने की कोशिश थी। लेकिन ऐसा करते हुए ममता ने बीजेपी के वैचारिक कार्यक्रमों की आलोचना नहीं की। उन्होंने संसद से उस कानून के पारित होने का हवाला दिया, जिसने दिल्ली सरकार के अधिकार सीमित कर दिए।



​चिंता के मसले
​चिंता के मसले

ममता ने कहा कि यह सबूत है इस बात का कि मोदी सरकार 'भारत में एक पार्टी का राज' कायम करने का इरादा रखती है। लेकिन ममता के लेटर में आर्टिकल 370 और जम्मू कश्मीर का राज्य का दर्जा खत्म किए जाने का जिक्र नहीं था। लेटर में विपक्षी दलों से साझा मकसद के लिए एकजुट होने की अपील की गई। लेकिन एक भी बात वैचारिक आधार वाली नहीं थी। ममता ने विपक्षी दलों से समर्थन इसलिए नहीं मांगा कि बहुसंख्यकवाद के हमले से भारत को बचाना है। इस बारे में उनकी चिंता नहीं झलकी कि धार्मिक अल्पसंख्यकों को राजनीतिक तौर पर लगातार हाशिए पर धकेला जा रहा है। इस लेटर से यह साफ हो गया कि चुनाव का अजेंडा मोटे तौर पर बीजेपी ने सेट किया है और टीएमसी उसका जवाब दे रही है। इसलिए वोटों की गिनती से पहले ही राजनीतिक तौर पर बीजेपी जीत चुकी थी। चुनावी तौर पर भी उसे जीत मिलेगी या नहीं, यह 2 मई को पता चलेगा।





from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi, coronavirus vaccine latest news update https://ift.tt/3e4AZkD
प. बंगाल में बीजेपी जीत चुकी है, रिजल्ट जो भी हो, जानें कैसे https://ift.tt/3318GNv प. बंगाल में बीजेपी जीत चुकी है, रिजल्ट जो भी हो, जानें कैसे
https://ift.tt/3318GNv Reviewed by Inquisitive & Gallivanter on April 30, 2021 Rating: 5

पोल ऑफ पोल्स : बंगाल में फंस गया पेंच, ममता आ रहीं या BJP रच रही इतिहास? https://ift.tt/3gObJ3R

नई दिल्ली पश्चिम बंगाल, असम समेत 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव के लिए एग्जिट पोल आ गए हैं। नतीजे 2 मई को आएंगे। सबकी नजरें पश्चिम बंगाल पर है लेकिन अब तक 3 एग्जिट पोल के नतीजे तो दीदी यानि ममता बनर्जी की विदाई के संकेत दे रहे हैं। इंडिया टीवी-पीपल्स पल्स के एग्जिट पोल में तो बंगाल में बीजेपी की प्रचंड जीत की भविष्यवाणी की गई है। हालांकि, कई दूसरे एग्जिट पोल्स में ममता बनर्जी की हैटट्रिक की भविष्यवाणी की गई है। आइए जानते हैं एग्जिट पोल के नतीजों का क्या औसत निकालता है... पश्चिम बंगाल में किसकी सरकार..जानिए पोल ऑफ पोल्स? पश्चिम बंगाल की 294 विधानसभा सीटों में से 292 सीटों पर वोटिंग हुई। पश्चिम बंगाल में 8वें और आखिरी चरण के साथ ही 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव एक तरह से संपन्न हो चुके हैं। अब सबको 2 मई को आने वाले नतीजों का इंतजार है। हालांकि, उससे पहले एग्जिट पोल्स एक मोटा-मोटी अंदाजा दे चुके हैं कि किस राज्य में किसकी सरकार बन रही है।
एजेंसी/सीटों का अनुमान टीएमसी बीजेपी लेफ्ट+कांग्रेस
टाइम्स नाउ-सी-वोटर 158 115 19
इंडिया टीवी-पीपल्स पल्स 64-88 173-192 7-12
रिपब्लिक-सीएनक्स 133 143 16
जन की बात 113 173 6
ETG RESEARCH 169 110 12
P-MARQ 162 113 13
इंडिया टुडे-एक्सिस माइ इंडिया 130-156 134-160 0-2
टीवी9-पोलस्ट्रेट 142-152 125-135 16-26
टुडे चाणक्या 180 ± 11 108 ± 11 4 ± 4
तमिलनाडु का पोल ऑफ पोल्स में किसने मारी बाजी ? तमिलनाडु विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल प्रदेश में सत्ता परिवर्तन का इशारा कर रहे हैं। तकरीबन सभी सर्वे में डीएमके-कांग्रेस की बड़ी जीत की संभावना जताई गई है। गठबंधन को 150-170 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है। वहीं सत्ताधारी एआईएडीएमके-बीजेपी गठबंधन को 58-68 सीटों पर सिमटते दिखाया जा रहा है। देखें अलग-अलग एजेंसियों के पोल ऑफ पोल्स
एजेंसी DMK+CONG AIADMK+BJP OTH
न्यूज 24-टुडेज चाणक्य 175 (+- 11) 57(+-10) 2 (+-4)
एबीपी-सी वोटर 160-172 58-70 0-7
इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया 175-195 38-54 1-2
रिपब्लिक-सीएनएक्स 150-170 58-68 4-6
पोल ऑफ पोल्स 172 58 3
क्या कहता है केरल का पोल ऑफ पोल्स? केरल विधानसभा चुनाव के सामने आ गए हैं। ओपिनियन पोल की तरह ही एग्जिट पोल में भी लेफ्ट नीत एलडीएफ की सरकार में वापसी का अनुमान लगाया जा रहा है। तकरीबन सभी एग्जिट पोल में सीपीएम नीत गठबंधन को पूर्ण बहुमत मिलता दिखाई दे रहा है। वहीं यूडीएफ के 50-60 सीटों में सिमटने का अनुमान है। बीजेपी को एक या दो सीटें मिल सकती हैं।
एजेंसी LDF UDF NDA
न्यूज 24-टुडेज चाणक्य 102 (+-9) 35 (+-9) 3 (+-3)
एबीपी-सी वोटर 71-77 62-68 0-2
इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया 104-120 20-36 0-2
रिपब्लिक-सीएनएक्स 72-80 58-64 1-5
पोल ऑफ पोल्स 91 47 2
जानिए असम का पोल ऑफ पोल्स का पूरा गणित वैसे तो असम समेत 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजे 2 मई को आने वाले हैं, पर एग्जिट पोल से काफी कुछ तस्वीर साफ हो गई हैं। असम में तीन चरणों में चुनाव कराए गए थे। राज्य में 126 विधानसभा सीटें हैं और इस समय बीजेपी की सरकार है। पार्टी ने चुनाव में पूरी ताकत झोंक दी थी। उसके सामने 8 पार्टियों की चुनौती रही जिसमें कांग्रेस भी शामिल है। बीजेपी भी दो सहयोगी दलों के साथ चुनाव में उतरी थी। यहां जानिए पाल ऑफ पोल्स में..
एजेंसी बीजेपी+ कांग्रेस+ अन्य
रिपब्लिक-CNX 79 45 2
Times Now-सी वोटर 65 59 2
इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया 80 45 2
टुडेज चाणक्य 70 56 2
जन की बात 73 53 0
पोल ऑफ पोल्स 73-74 51-52 1-2
पुडुचेरी में किसके हाथ आया जीत का लड्डू..जानिए पोल ऑफ पोल्स में 2 मई को पश्चिम बंगाल के साथ ही असम, तमिलनाडु, पुडुचेरी और केरल में वोटों की गिनती होगी लेकिन उससे पहले टेलीविजन चैनल एक्जिट पोल में बीजेपी का जलवा दिख रहा है। पुडुचेरी में एक ही चरण में मतदान करवाया गया था और राज्य में 81.64 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई। बता दें कि कांग्रेस सरकार के अल्पमत में आने के बाद यहां विधानसभा चुनाव कराए गए थे। कांग्रेस 90 सीटों में से 14 और द्रमुक 13 सीटों पर लड़ रही है। उधर, बीजेपी 9 और ऑल इंडिया एनआर कांग्रेस 16 सीटों पर मैदान में है। पुडुचेरी में भी एक फेज में सभी सीटों पर वोटिंग का फैसला हुआ। राज्य में 6 अप्रैल को वोटिंग करवाई गई। राज्य विधानसभा में 30 सीटें हैं।यहां जानिए पाल ऑफ पोल्स में..
ऐजेंसी/सीटों का अनुमान बीजेपी कांग्रेस अन्य
इंडिया टुडे माय एक्सिस इंडिया 20-24 6-10 00
एबीपी सी-वोटर 19-24 6-10 1-2
रिपब्लिक-सीएनएक्स 16-20 11-13 00
TV9 भारतवर्ष पोलस्ट्रेट 17-19 11-13 00
न्यूज 24-टुडेज चाणक्य 00 00 00


from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi, coronavirus vaccine latest news update https://ift.tt/3eWmTB9
पोल ऑफ पोल्स : बंगाल में फंस गया पेंच, ममता आ रहीं या BJP रच रही इतिहास? https://ift.tt/3gObJ3R पोल ऑफ पोल्स : बंगाल में फंस गया पेंच, ममता आ रहीं या BJP रच रही इतिहास?
https://ift.tt/3gObJ3R Reviewed by Inquisitive & Gallivanter on April 30, 2021 Rating: 5

कहीं आपका जिला तो नहीं बन जाएगा कंटेनमेंट जोन? जानें कोरोना सूनामी रोकने के लिए केंद्र का नया निर्देश https://ift.tt/3vvws0p

नई दिल्ली केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को शुक्रवार को आदेश दिया कि जिन जिलों में कोविड-19 के ज्यादा मामले हैं, वहां वायरस के प्रसार को रोकने के लिये गहन और स्थानीय कंटेनमेंट जोन बनाने जैसे उपाय किए जाएं। गृह मंत्रालय ने महामारी को देखते हुए मई महीने के लिए जारी नए दिशा-निर्देश में देश में कहीं भी लॉकडाउन लगाने के बारे में कुछ नहीं कहा है। 10 परसेंट से अधिक संक्रमण वाले जिलों पर नजर इसने राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों से कहा कि उन जिलों की पहचान करें जहां या तो कोविड-19 संक्रमण की दर 10 परसेंट से अधिक है या जहां पिछले एक हफ्ते में बिस्तर भरने की दर 60 फीसदी से अधिक है। गृह मंत्रालय ने कहा कि इनमें से किसी भी मानक को पूरा करने वाले जिले को गहन और स्थानीय कंटेनमेंट जोन बनाने के उपायों के लिए विचार किया जा सकता है। राष्ट्रीय दिशानिर्देश पूरे देश में कड़ाई से लागू रहेगा गृह मंत्रालय के आदेश के साथ सामुदायिक निरूद्ध क्षेत्र और बड़े निरूद्ध क्षेत्र जैसे इलाके बनाने की रूपरेखा लागू करने के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की सलाह को भी इसमें जोड़ा गया है। बयान में कहा गया कि कोविड-19 प्रबंधन के लिए राष्ट्रीय दिशानिर्देश पूरे देश में कड़ाई से लागू रहेगा। गृह मंत्रालय का आदेश 31 मई तक प्रभावी रहेगा। एक्टिव मरीजों की संख्या 30 लाख पार स्वास्थ्य मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि एक दिन में सर्वाधिक 3,79,257 नए मामले आने के साथ भारत में कोविड-19 से संक्रमित लोगों की कुल संख्या 1,83,76,524 हो गई है जबकि इलाज कराने वाले रोगियों की संख्या 30 लाख से अधिक हो गई है। मंत्रालय द्वारा सुबह आठ बजे जारी आंकड़ों के मुताबिक, एक दिन में 3645 लोगों की संक्रमण से मौत के कारण मृतकों की कुल संख्या 2,04,832 हो गई है। वायरस के प्रसार की रोकथाम पर ध्यान केंद्रित करना होगा गृह मंत्रालय ने कहा कि महामारी की वर्तमान लहर से निपटने के लिए वायरस के प्रसार की रोकथाम पर ध्यान केंद्रित करना होगा। जिन क्षेत्रों में संक्रमण के मामलों की संख्या अधिक है, ऐसी जगहों पर आवश्यक सेवाओं को छोड़कर रात के समय में लोगों की आवाजाही पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा। सामाजिक, राजनीतिक, खेल, मनोरंजन, सांस्कृतिक, धार्मिक आदि कार्यक्रमों में भीड़ एकत्र करने पर रोक रहेगी। शादी समारोह में अधिकतम 50 लोग हो सकते हैं शामिल शादी समारोह में अधिकतम 50 लोग जबकि अंतिम संस्कार में 20 लोग शामिल हो सकते हैं। सार्वजनिक परिवहन अपनी 50 फीसदी क्षमता के साथ संचालित किए जा सकते हैं। गृह मंत्रालय ने राज्यों से स्वास्थ्य ढांचे संबंधी आकलन करने को भी कहा है ताकि वर्तमान एवं आने वाले समय में (अगले एक महीने में) संक्रमण के मामलों का प्रबंधन किया जा सके और मरीजों को आवश्यकतानुसार पर्याप्त संख्या में बिस्तर, ऑक्सिजन, आईसीयू बिस्तर, एम्बुलेंस और वेंटिलेटर जैसी सुविधाएं मुहैया कराई जा सकें।


from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi, coronavirus vaccine latest news update https://ift.tt/3e2ou92
कहीं आपका जिला तो नहीं बन जाएगा कंटेनमेंट जोन? जानें कोरोना सूनामी रोकने के लिए केंद्र का नया निर्देश https://ift.tt/3vvws0p कहीं आपका जिला तो नहीं बन जाएगा कंटेनमेंट जोन? जानें कोरोना सूनामी रोकने के लिए केंद्र का नया निर्देश
https://ift.tt/3vvws0p Reviewed by Inquisitive & Gallivanter on April 30, 2021 Rating: 5

बंगाल में ममता की हैटट्रिक या विदाई? जानें क्या कहता है टुडे चाणक्य का एग्जिट पोल https://ift.tt/3309mmm

नई दिल्ली पश्चिम बंगाल में 8वें और आखिरी चरण के साथ ही 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव एक तरह से संपन्न हो चुके हैं। अब सबको 2 मई को आने वाले नतीजों का इंतजार है। हालांकि, उससे पहले एग्जिट पोल्स एक मोटा-मोटी अंदाजा दे चुके हैं कि किस राज्य में किसकी सरकार बन रही है। एग्जिट पोल्स की बात हो और टुडे चाणक्य का जिक्र न हो तो यह कैसे हो सकता है क्योंकि उसके ज्यादातर अनुमान असल नतीजों के एकदम आस-पास होते हैं। तो आइए देखते हैं बंगाल और बाकी राज्यों के लिए टुडे चाणक्य के एग्जिट पोल क्या कहते हैं। बंगाल में ममता का जादू बरकरार, तीसरी बार बन रही सरकार! न्यूज24-टुडे चाणक्य के एग्जिट पोल की माने तो बंगाल में ममता बनर्जी का जलवा कायम रहेगा। वह लगातार तीसरी बार सरकार बनाने जा रही हैं। एग्जिट पोल के मुताबिक, बंगाल में टीएमसी को 180 ± 11 सीटें मिल सकती हैं यानी 169 से 191 सीटों का अनुमान जताया गया है। जबकि बीजेपी को 108 ± 11 यानी 97 से 119 सीटें मिल सकती हैं। अगर वोट शेयर की बात करें तो टीएमसी को 46% ±3% और बीजेपी को 39% ± 3% वोट मिल सकते हैं। यानी टीएमसी का वोटशेयर 43 प्रतिशत से 49 प्रतिशत तक रह सकता है जबकि बीजेपी का वोटशेयर 36 प्रतिशत से 42 प्रतिशत तक जा सकता है। बंगाल में विधानसभा की कुल 294 सीटें हैं। 2 सीटों पर एक-एक उम्मीदवार की मौत की वजह से बाद में वोटिंग होगी। यहां बहुमत के लिए आंकड़ा 148 है। असम में सत्ता बचाने में कामयाब होगी बीजेपी टुडे चाणक्य के एग्जिट पोल के मुताबिक 126 सीटों वाले असम में बीजेपी के गठबंधन और कांग्रेस के गठबंधन में कांटे की टक्कर है। हालांकि बीजेपी सरकार बनाने में कामयाब रहेगी। दोनों ही गठबंधनों के वोटशेयर 43% ±3% रहने के अनुमान हैं। लेकिन बीजेपी+ को 70 (±9) और कांग्रेस+ को 56 ( ±9) सीट मिल सकती हैं। केरल में फिर एलडीएफ सरकार टुडे चाणक्य के एग्जिट पोल के मुताबिक 140 सीटों वाले केरल में एक बार फिर लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट की सरकार बन सकती है। एलडीएफ को 102 ± 9 सीटें, यूडीएफ को 35 ± 9 सीटें और बीजेपी को 3 ± 3 सीटें मिलने की भविष्यवाणी की गई है। तमिलनाडु में सत्ता परिवर्तन टुडे चाणक्य के एग्जिट पोल के मुताबिक, 234 सीटों वाले तमिलनाडु में इस बार सत्ता परिवर्तन होने जा रहा है। स्टालिन के नेतृत्व में डीएमके जबरदस्त जीत हासिल कर सकती है। एग्जिट पोल के मुताबिक, डीएमके+ को 175 ±11 सीटें, एआईएडीएमके+ को 57 ±11 सीटें मिल सकती हैं।


from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi, coronavirus vaccine latest news update https://ift.tt/2Sig0T3
बंगाल में ममता की हैटट्रिक या विदाई? जानें क्या कहता है टुडे चाणक्य का एग्जिट पोल https://ift.tt/3309mmm बंगाल में ममता की हैटट्रिक या विदाई? जानें क्या कहता है टुडे चाणक्य का एग्जिट पोल
https://ift.tt/3309mmm Reviewed by Inquisitive & Gallivanter on April 30, 2021 Rating: 5

बंगाल में कांग्रेस का बुरा हाल, सलमान खुर्शीद बोले- उम्मीद के मुताबिक एग्जिट पोल के नतीजे https://ift.tt/3e3rhyX

कोलकाता/नई दिल्ली पश्चिम बंगाल में आखिरी चरण के मतदान के बाद तमाम न्यूज चैनलों और एजेंसियों ने एग्जिट पोल जारी किए। इसमें ज्यादातर एग्जिट पोल्स ने बंगाल में टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी की वापसी की भविष्यवाणी की। उधर, कांग्रेस के लिए एग्जिट पोल के नतीजे बहुत ज्यादा रोमांचित करने वाले नहीं हैं, क्योंकि पोल के अनुसार पार्टी तमिलनाडु को छोड़ कहीं अच्छा प्रदर्शन नहीं करने जा रही है। एग्जिट पोल पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता और पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा, 'पश्चिम बंगाल में एक्जिट पोल की भविष्यवाणी उम्मीद के मुताबिक ही है।' सलमान खुर्शीद ने कहा कि बीजेपी ने पश्चिम बंगाल में काफी महंगा चुनाव अभियान चलाया और हरसंभव प्रयास किया। लेकिन लोगों का आमतौर पर मानना है कि कमियों के बावजूद ममता बनर्जी ने लोगों को कुछ हद तक मजबूत जरूर किया है। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी जमीन पर पकड़ बनाए रखेंगी, इस बात का भरोसा मुझे तब हो गया था जब मैंने राज्य का दौरा किया था। टाइम्स नाउ/एबीपी न्यूज ने टीएमसी को 158 सीटें दीं टाइम्स नाउ/एबीपी न्यूज के लिए सीवोटर के एग्जिट पोल के अनुसार, ममता बनर्जी की अगुवाई वाली तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) बीजेपी से भारी चुनौती का सामना करने के बावजूद लगातार तीसरी बार सत्ता बरकरार रखने में सफल होगी। बीजेपी को 115 सीटें मिल सकती हैं, जो कि जादुई आंकड़े से 33 कम है। एग्जिट पोल बताते है कि टीएमसी को 158 सीटें मिल सकती हैं, जो कि बहुमत के आंकड़े से 10 सीट ज्यादा है। बंगाल में रिपब्लिक-सीएनएक्स एग्जिट पोल बीजेपी 138-148 सीट तृणमूल कांग्रेस 128-138 सीट लेफ्ट+कांग्रेस 16 जन की बात एग्जिट पोल बीजेपी- 162-185 सीट तृणमूल कांग्रेस- 104-121 सीट लेफ्ट+कांग्रेस 6


from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi, coronavirus vaccine latest news update https://ift.tt/3vz2E35
बंगाल में कांग्रेस का बुरा हाल, सलमान खुर्शीद बोले- उम्मीद के मुताबिक एग्जिट पोल के नतीजे https://ift.tt/3e3rhyX बंगाल में कांग्रेस का बुरा हाल, सलमान खुर्शीद बोले- उम्मीद के मुताबिक एग्जिट पोल के नतीजे
https://ift.tt/3e3rhyX Reviewed by Inquisitive & Gallivanter on April 30, 2021 Rating: 5

कोरोना के हालात पर चर्चा के लिए PM मोदी ने केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बुलाई बैठक https://ift.tt/3u6bxAD

नई दिल्ली देश में तेजी से बढ़ते कोविड-19 मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक बुलाई है। सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में कोविड-19 की वर्तमान स्थिति पर चर्चा की जाएगी। सूत्रों ने बताया कि यह बैठक डिजिटल माध्यम से शुक्रवार की सुबह होगी, जिसमें मंत्रिपरिषद के सदस्यों के अलावा केंद्र सरकार के शीर्ष अधिकारी भी शामिल हो सकते हैं। देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान यह केंद्रीय मंत्रिपरिषद की पहली बैठक होगी। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बैठक में 18 से 45 आयु वर्ग के लोगों के लिए शुरू हो रहे टीकाकरण अभियान को लेकर भी चर्चा की जा सकती है। बैठक में मंत्रियों को जनता के बीच जाकर उनके मुद्दों को सुलझाने को कहा जा सकता है। इससे पहले प्रधानमंत्री राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ कई दौर की बातचीत कर चुके हैं। प्रधानमंत्री शीर्ष सरकारी अधिकारियों, दवा निर्माता कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों, ऑक्सीजन आपूर्तिकर्ताओं, थल सेना और वायु सेना प्रमुखों सहित अन्य प्रमुख लोगों से वार्ता कर कोविड-19 की स्थिति पर चर्चा कर चुके हैं। बृहस्पतिवार को देश में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के रिकॉर्ड 3,79,257 मामले दर्ज किए गए। इसके साथ ही देश में संक्रमण के कुल मामले 1,83,76,524 हो गए हैं। सुबह आठ बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक एक दिन में 3,645 लोगों की मौत होने के बाद इस घातक बीमारी के मृतकों की संख्या 2,04,832 हो गई है।


from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi, coronavirus vaccine latest news update https://ift.tt/3xyR4Xg
कोरोना के हालात पर चर्चा के लिए PM मोदी ने केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बुलाई बैठक https://ift.tt/3u6bxAD कोरोना के हालात पर चर्चा के लिए PM मोदी ने केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बुलाई बैठक
https://ift.tt/3u6bxAD Reviewed by Inquisitive & Gallivanter on April 30, 2021 Rating: 5

केरल Exit Poll : LDF को सबसे ज्यादा सीटें, एनडीए को 1-2 सीटें मिलने के आसार https://ift.tt/3xwkUvz

तिरुवनंतपुरम केरल विधानसभा चुनाव के सामने आने लगे हैं। ओपिनियन पोल की तरह ही एग्जिट पोल में भी लेफ्ट नीत एलडीएफ की सरकार में वापसी का अनुमान लगाया जा रहा है। तकरीबन सभी एग्जिट पोल में सीपीएम नीत गठबंधन को पूर्ण बहुमत मिलता दिखाई दे रहा है। वहीं यूडीएफ के 50-60 सीटों में सिमटने का अनुमान है। बीजेपी को एक या दो सीटें मिल सकती हैं। रिपब्लिक-सीएनएक्स का सर्वे रिपब्लिक-सीएनएक्स के सर्वे के मुताबिक, केरल में एलडीएफ की सरकार बनने वाली है। सर्वे ने सीपीएम नीत एलडीएफ को 72-80 सीटें मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है। वहीं कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ को 58 से 64 सीटें मिल सकती हैं। एनडीए को 1 से 5 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है। इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया सर्वे इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया के सर्वे के मुताबिक, तमिलनाडु में एक बार फिर एलडीएफ की सरकार बन सकती है। यहां एलडीएफ को 47 फीसदी सीटें मिल सकती हैं। वहीं, यूडीएफ को 38 फीसदी सीटें मिलने का अनुमान जताया जा रहा है। बीजेपी को 12 फीसदी वोट मिल सकता है। सीटों की बात करें तो लेफ्ट पार्टी को 104-120 सीटें मिल सकती हैं। यूडीएफ 20 से 36 सीटों पर सिमट सकती है। एनडीए को भी 0-2 सीटों पर जीत मिलने की संभावना है। न्यूज 24-टुडेज चाणक्य का सर्वे न्यूज 24-टुडेज चाणक्य के अनुसार भी प्रदेश में एलडीएफ को बंपर जीत मिल सकती है। इस सर्वे में एलडीएफ को 102 सीटों पर जीतते दिखाया जा रहा है। वहीं यूडीएफ को 35 सीटें मिलने का अनुमान है। बीजेपी को भी 3 सीटें मिल सकती हैं। एबीपी-सी वोटर का सर्वे एबीपी-सी वोटर सर्वे के मुताबिक केरल में लेफ्ट को 71-77 सीटों पर जीत मिल सकती है। वहीं, कांग्रेस नीत यूडीएफ को 62 से 68 सीटें मिल सकती हैं। बीजेपी को 0-2 सीटें मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है।
एजेंसी LDF UDF NDA
न्यूज 24-टुडेज चाणक्य 102 (+-9) 35 (+-9) 3 (+-3)
एबीपी-सी वोटर 71-77 62-68 0-2
इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया 104-120 20-36 0-2
रिपब्लिक-सीएनएक्स 72-80 58-64 1-5
पोल ऑफ पोल्स 91 47 2
ओपिनियन पोल में भी डीएमके सरकार केरल में जनता का मूड जानने के लिए चुनाव से पहले ओपिनयन पोल कराए गए थे, जिसके नतीजों ने प्रदेश में सत्ता परिवर्तन की आशंका को खारिज कर दिया गया था। ओपिनियन पोल के मुताबिक, प्रदेश में लेफ्ट को एक बार फिर जनता मौका दे सकती है। 6 अप्रैल को केरल की 140 सीटों के लिए हुए मतदान के बाद गुरुवार को कई एजेंसियों के एग्जिट पोल भी सामने आ रहे हैं। हालांकि, इस सूदूर दक्षिणी प्रदेश में किसकी सरकार बनेगी, इसका अंतिम फैसला 2 मई को आएगा। कांग्रेस ने लगाया था जोर बीते 6 अप्रैल को तमिलनाडु, पुडुचेरी, असम और बंगाल के साथ केरल में भी चुनाव कराए गए थे। इस दौरान 73.58 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। इस बार के चुनाव में जहां लेफ्ट की पिनराई विजयन के सामने अपना अस्तित्व बचाने की चुनौती है, वहीं कांग्रेस ने भी सत्ता में वापसी के लिए पूरा जोर लगाया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी लंबे समय तक केरल में जमे हुए थे। उन्होंने यहां कई रैलियां की थीं और कई स्कूलों में छात्र-छात्राओं से संवाद कर चर्चा में बने रहे थे। हालांकि, बीते 40 सालों में केरल में कोई भी गठबंधन सरकार दोबारा सत्ता में वापसी नहीं कर सकी है। ऐसे में देखना होगा कि 4 दशकों का यह इतिहास बदलेगा या फिर केरल के लोगों को नई सरकार मिलेगी। साल 2016 के विधानसभा चुनाव में सीपीएम के नेतृत्व वाले एलडीएफ ने कांग्रेस नीत यूडीएफ को अपदस्थ करके सत्ता हासिल की थी। प्रदेश की 140 विधानसबा सीटों में से एलडीएफ को 83 सीटों पर जीत मिली थी। वहीं यूडीएफ को 47 सीटें मिली थीं। बीजेपी और एक निर्दलीय उम्मीदवार ने भी चुनाव में जीत हासिल की थी। केरल में इस बार बीजेपी भी उम्मीद लगाए बैठी है। चुनाव से पहले मेट्रोमैन ई श्रीधरन को इसी उद्देश्य से पार्टी में शामिल किया गया था।


from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi, coronavirus vaccine latest news update https://ift.tt/3aOyQHs
केरल Exit Poll : LDF को सबसे ज्यादा सीटें, एनडीए को 1-2 सीटें मिलने के आसार https://ift.tt/3xwkUvz केरल Exit Poll : LDF को सबसे ज्यादा सीटें, एनडीए को 1-2 सीटें मिलने के आसार
https://ift.tt/3xwkUvz Reviewed by Inquisitive & Gallivanter on April 30, 2021 Rating: 5

तमिलनाडु Exit Poll: कांग्रेस के लिए अच्छी खबर, डीएमके के साथ आ रही सत्ता में https://ift.tt/3sX5zAQ

चेन्नै तमिलनाडु विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल प्रदेश में सत्ता परिवर्तन का इशारा कर रहे हैं। तकरीबन सभी सर्वे में डीएमके-कांग्रेस की बड़ी जीत की संभावना जताई गई है। गठबंधन को 150-170 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है। वहीं सत्ताधारी एआईएडीएमके-बीजेपी गठबंधन को 58-68 सीटों पर सिमटते दिखाया जा रहा है। देखें अलग-अलग एजेंसियों के एग्जिट पोलः रिपब्लिक-सीएनएक्स का सर्वे रिपब्लिक-सीएनएक्स के सर्वे में तमिलनाडु में डीएमके-कांग्रेस की सरकार बन रही है। इस गठबंधन को 150-170 सीटें मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है। वहीं, एआईएडीएमके-बीजेपी गठबंधन को को 58-68 सीटें मिल रही हैं। एआईएमएमके को भी 4-6 सीटें जीतने का अनुमान लगाया गया है। न्यूज 25-टुडेज चाणक्य का सर्वे न्यूज 24-टुडेज चाणक्य के सर्वे में भी डीएमके की सरकार बनने की संभावना जताई गई है। इस सर्वे के मुताबिक, डीएमके-कांग्रेस को 175 से ज्यादा सीटें मिल सकती हैं। वहीं एआईएडीएमके-बीजेपी अलायंस सिर्फ 57 सीटों पर सिमट सकती है। अन्य उम्मीदवारों के खाते में 2 से ज्यादा सीटें जा सकती हैं। एबीपी-सी वोटर का सर्वे एबीपी-सी वोटर के सर्वे में तमिलनाडु में डीएमके की सरकार की बनती दिख रही है। सर्वे डीएमके गठबंधन को 160-172 सीटें दे रहा है जबकि सत्ताधारी एआईएडीएमके को 58-70 सीटें मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है। अन्य के खाते में 0-7 सीटें जा सकती हैं। इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया का सर्वे इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया के सर्वे में डीएमके+कांग्रेस को 175-195 सीटें मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है। वहीं बीजेपी+एआईएडीएमके को 38-54 सीटें मिल सकती हैं। अन्य के खाते में 1-2 सीटें आ सकती हैं। तमिलनाडु में 71 फीसदी वोटिंग तमिलनाडु समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग खत्म हो गई है। सभी की नजर अब नतीजों पर है, जो 2 मई को घोषित होंगे। इससे पहले 29 अप्रैल यानी कि गुरुवार को बंगाल में आखिरी चरण की वोटिंग के बाद तमाम एजेंसियों के एग्जिट पोल सामने आ रहे हैं। 234 विधानसभा सीट वाले तमिलनाडु में बीते 6 अप्रैल को एक चरण में वोटिंग हुई थी। इस दौरान 71.43 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया था। यहां मुख्य मुकाबला एआईएडीएमके-बीजेपी गठबंधन और कांग्रेस-डीएमके गठबंधन के बीच है।
एजेंसी DMK+CONG AIADMK+BJP OTH
न्यूज 24-टुडेज चाणक्य 175 (+- 11) 57(+-10) 2 (+-4)
एबीपी-सी वोटर 160-172 58-70 0-7
इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया 175-195 38-54 1-2
रिपब्लिक-सीएनएक्स 150-170 58-68 4-6
पोल ऑफ पोल्स 172 58 3
किसको मिलेगी बढ़त प्रदेश में फिलहाल एआईएडीएमके-बीजेपी के गठबंधन की सरकार है। चुनाव से पहले कई एजेंसियों की ओर से कराए गए ओपिनियन पोल में इस बार सत्ताधारी गठबंधन को नुकसान की आशंका जताई गई है। तकरीबन सभी ओपिनियन पोल में डीएमके-कांग्रेस गठबंधन को बढ़त बनाते दिखाया गया है। हालांकि, कौन बढ़त में है, इस पर अंतिम फैसला 2 मई को आएगा। चुनाव के दौरान बीजेपी और एआईएडीएमके ने लोगों को लुभाने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर अमित शाह तक, हर किसी ने राज्य में रैली की और चुनाव जीतने पर अपना पूरा जोर लगा दिया। कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी ने भी प्रदेश में रैली की थी। इस चुनाव में अभिनेता से नेता बने कमल हासन की पार्टी मक्कल निधि मय्यम भी पहली बार शिरकत कर रही है। 2016 में क्या था नतीजा साल 2016 में हुए विधानसभा चुनाव की बात करें कि इसमें जयललिता के नेतृत्व में एआईएडीएमके-बीजेपी गठबंधन ने जीत हासिल की थी लेकिन दिसंबर 2016 में जयललिता का निधन हो गया। इसके बाद ओ पनीरसेल्वम राज्य के सीएम बने। कुछ ही दिनों बाद उन्होंने अपना पद छोड़ दिया। इसके बाद 16 दिसंबर 2017 को ईके पलानीस्वामी तमिलनाडु के सीएम बने। पलानीस्वामी के नेतृत्व में ही बीजेपी-एआईएडीएमके गठबंधन ने यह चुनाव लड़ा है।


from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi, coronavirus vaccine latest news update https://ift.tt/3u7qW3C
तमिलनाडु Exit Poll: कांग्रेस के लिए अच्छी खबर, डीएमके के साथ आ रही सत्ता में https://ift.tt/3sX5zAQ तमिलनाडु Exit Poll: कांग्रेस के लिए अच्छी खबर, डीएमके के साथ आ रही सत्ता में
https://ift.tt/3sX5zAQ Reviewed by Inquisitive & Gallivanter on April 30, 2021 Rating: 5

पूर्व जज बोले- सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने पर केस अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन https://ift.tt/2S9uQuJ

नई दिल्ली के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस मदन बी लोकुर ने कहा है कि सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर मामले दर्ज करना बोलने और अभिव्यक्ति की आजादी में कटौती है। जस्टिस लोकुर ने कहा, 'हाल के समय में अभिव्यक्ति से संबंधित राजद्रोह के मामलों में जबर्दस्त वृद्धि हुई है। राजद्रोह बेहद गंभीर आरोप है। हमारे यहां गांधीजी, लोक मान्य तिलक जैसे आजादी सेनानी थे, जिन पर राजद्रोह के आरोप लगाए गए और आज आम आदमी पर राजद्रोह के आरोप लगाए जा रहे हैं।' उन्होंने कहा, 'जब नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे थे तो 3700 लोगों के खिलाफ राजद्रोह के 25 मामले दायर किये गए थे। जब हाथरस में एक युवती से सामूहिक बलात्कार और उसकी हत्या की घटना हुई तो 23 लोगों के खिलाफ राजद्रोह के 22 मामले दायर किये गए। सामूहिक बलात्कार और हत्या पर आपत्ति जताने वाला कोई व्यक्ति क्या राजद्रोह का आरोपी हो सकता है?' जस्टिस लोकुर ने मधु बाबू मेमोरियल लेक्चर के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए ये बातें कहीं। इसका आयोजन ओडिशा डायलॉग्स ने बुधवार को किया, जिसका विषय था, 'क्या भारत की न्यायपालिका लोकतंत्र को बचा सकती है।' उन्होंने उत्तर प्रदेश की एक हालिया घटना का उल्लेख किया जिसमें एक व्यक्ति ने अपने 88 वर्षीय बीमार दादा के लिये ऑक्सिजन मुहैया कराने की मांग की थी। अमेठी पुलिस ने उसके खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया और उस पर लोगों के बीच डर पैदा करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, 'अगर कोई व्यक्ति सोशल मीडिया पर मदद मांगता है तो क्या वह कोई अपराध कर रहा है? ये तरीके और साधन हैं, जिनके जरिये वाक् एवं अभिव्यक्ति की आजादी में कटौती की जा रही है।' जस्टिस लोकुर ने न्यायपालिका की हालत पर चिंता जताई। उन्होंने कहा, 'न्यायपालिका को पहले अपने घर को व्यवस्थित करना चाहिये।' उन्होंने कहा, 'न्यायाधीशों की नियुक्ति को महीनों और कुछ मामलों में वर्षों लटकाया जा रहा है। आधारभूत संरचना की काफी कमी है। उच्च न्यायालयों में 40 फीसदी और निचली अदालतों में 20 फीसदी रिक्तियां हैं। न्यायपालिका के कामकाज में पारदर्शिता का अभाव है। सबसे महत्वपूर्ण बात है कि न्यायपालिका की आजादी को संदेह की नजरों से देखा जा रहा है।' उन्होंने न्यायपालिका की मौजूदा हालत का उल्लेख करते हुए कहा, 'हमें गंभीरता से आत्ममंथन करने की जरूरत है। क्या हम सही चीजें कर रहे हैं।' उन्होंने कहा, 'कैसे न्यायपालिका लोकतंत्र को बचा सकती है? क्या यह कुछ हद तक खुद को बचा सकती है? मैं नहीं जानता। मैं आप पर-नागरिकों पर छोड़ रहा हूं।' जस्टिस लोकुर ने कहा कि स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव, मौलिक आजादी और न्यायपालिका की आजादी भारतीय लोकतंत्र के कुछ घटक हैं। चुनावों में चुनावी बांड के इस्तेमाल पर जस्टिस लोकुर ने कहा कि अपारदर्शी चुनावी बांड के जरिये सैकड़ों करोड़ रुपये जुटाए जा रहे हैं और ऐसे समय में राज्य चुनावों पर खर्च किये जा रहे हैं, जब देश महामारी से लड़ने के लिये संसाधनों की कमी से जूझ रहा है।


from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi, coronavirus vaccine latest news update https://ift.tt/2PBTS4Y
पूर्व जज बोले- सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने पर केस अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन https://ift.tt/2S9uQuJ पूर्व जज बोले- सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने पर केस अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन
https://ift.tt/2S9uQuJ Reviewed by Inquisitive & Gallivanter on April 30, 2021 Rating: 5

छत्तीसगढ़ सीएम भूपेश बघेल की मांग, वैक्सीन का खर्च उठाए केंद्र सरकार https://ift.tt/3vwyGga

रायपुर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार से कोरोना वैक्सीन का खर्च उठाने की मांग की है। बघेल ने गुरुवार को कहा कि 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों के टीकाकरण के लिए रजिस्ट्रेशन केंद्र सरकार ने शुरू किया है। इसलिए इस पर होने वाले खर्च का भार भी केंद्र सरकार को उठाना चाहिए। बघेल ने ये बयान तब दिया है जबकि एक दिन पहले ही वो राज्य में 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को मुफ्त टीका लगाने का ऐलान करने के साथ को चिट्ठी भी लिख चुके हैं। बघेल ने बुधवार को ट्वीट कर कहा था कि छत्तीसगढ़ में 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना वैक्सीन का भुगतान राज्य सरकार करेगी। उन्होंने केंद्र सरकार से वैक्सीन की उपलब्धता सुनिश्चित कराने का अनुरोध भी किया था। अब यह भी करीब-करीब स्पष्ट हो चुका है कि छत्तीसगढ़ में 18 साल से अधिक उम्र के लोगों का टीकाकरण एक मई से शुरू नहीं हो पाएगा। राज्य को वैक्सीन निर्माता कंपनियों ने इससे पहले टीका सप्लाई करने से मना कर दिया है। छत्तीसगढ़ को भारत बायोटेक की कोवैक्सीन मई के अंत तक मिलने की उम्मीद है। सीरम इंस्टीट्यूट से कोविशिल्ड की सप्लाई भी जून-जुलाई तक हो सकती है। मुख्यमंत्री बघेल ने प्रधानमंत्री मोदी को चिट्ठी लिखकर राज्यों को जनसंख्या तथा पॉजिटिविटी रेशो के आधार पर वैक्सीन का आवंटन करने की मांग की थी। केन्द्र सरकार ने एक मई से पूरे देश में 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए टीकाकरण अभियान शुरू करने की घोषणा की है। इसके लिए टीके की व्यवस्था राज्य सरकारों को खुद करना है। छत्तीसगढ़ सरकार ने भी 25-25 लाख कोविशील्ड और कोवैक्सीन का ऑर्डर दिया है।


from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi, coronavirus vaccine latest news update https://ift.tt/3tctyMF
छत्तीसगढ़ सीएम भूपेश बघेल की मांग, वैक्सीन का खर्च उठाए केंद्र सरकार https://ift.tt/3vwyGga छत्तीसगढ़ सीएम भूपेश बघेल की मांग, वैक्सीन का खर्च उठाए केंद्र सरकार
https://ift.tt/3vwyGga Reviewed by Inquisitive & Gallivanter on April 29, 2021 Rating: 5

Exit Poll: क्या बंगाल में हो रही ममता की विदाई? पांचों राज्यों का हाल जान लीजिए https://ift.tt/3t2qKSa

नई दिल्ली पश्चिम बंगाल, असम समेत 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव के लिए एग्जिट पोल आने शुरू हो गए हैं। नतीजे 2 मई को आएंगे। सबकी नजरें पश्चिम बंगाल पर है लेकिन अब तक 3 एग्जिट पोल के नतीजे तो '2 मई, दीदी गई' का संकेत दे रहे हैं। इंडिया टीवी-पीपल्स पल्स के एग्जिट पोल में तो बंगाल में बीजेपी की प्रचंड जीत की भविष्यवाणी की गई है। हालांकि, कई दूसरे एग्जिट पोल्स में ममता बनर्जी की हैटट्रिक की भविष्यवाणी की गई है। टाइम्स नाउ-सी वोटर के एग्जिट पोल के मुताबिक पश्चिम बंगाल में टीएमसी और बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर हुई है लेकिन ममता बनर्जी के लगातार तीसरी बार सत्ता में आने की भविष्यवाणी की गई है। वहीं, इंडिया टुडे-एक्सिस माइ इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक असम में एक बार फिर बीजेपी सरकार बना सकती है। पश्चिम बंगाल में किसकी सरकार? पश्चिम बंगाल की 294 विधानसभा सीटों में से 292 सीटों पर वोटिंग हुई।
एजेंसी/सीटों का अनुमान टीएमसी बीजेपी लेफ्ट+कांग्रेस
टाइम्स नाउ-सी-वोटर 158 115 19
इंडिया टीवी-पीपल्स पल्स 64-88 173-192 7-12
रिपब्लिक-सीएनक्स 133 143 16
जन की बात 113 173 6
ETG RESEARCH 169 110 12
P-MARQ 162 113 13
इंडिया टुडे-एक्सिस माइ इंडिया 130-156 134-160 0-2
टीवी9-पोलस्ट्रेट 142-152 125-135 16-26
टुडे चाणक्या 180 ± 11 108 ± 11 4 ± 4
बंगाल में पहली बार बीजेपी सरकार- इंडिया टीवी-पीपल्स पल्स इंडिया टीवी-पीपल्स पल्स के एग्जिट पोल को माने तो पश्चिम बंगाल में बीजेपी प्रचंड जीत के साथ सत्ता में आती दिख रही है। उसके मुताबिक बंगाल में बीजेपी को 173 से 192 सीटें मिल मिल सकती हैं। जबकि टीएमसी के खाते में 64 से 88 सीटें आ सकती हैं। बंगाल में ममता की हैटट्रिक- सी-वोटर टाइम्स नाउ-सी वोटर के सर्वे के मुताबिक, यहां बीजेपी ने टीएमसी को बहुत ही कड़ी टक्कर दी है लेकिन सूबे में पहली बार सरकार बनाने के लिए अभी उसे इंतजार करना पड़ेगा। सी-वोटर के एग्जिट पोल के मुताबिक, पश्चिम बंगाल में टीएमसी को 152 से 164 सीटें मिल सकती हैं। जबकि बीजेपी के खाते में 109 से 121 सीटें जा सकती हैं। कांग्रेस और लेफ्ट गठबंधन को 14 से 25 सीटें मिलने का अनुमान है। सभी 5 राज्यों को मिलाकर कुल 822 विधानसभा सीटों पर वोटिंग हुई है। बंगाल की 2 सीटों पर एक-एक उम्मीदवार की मौत की वजह से वोटिंग बाद में होगी। बंगाल में पहली बार बीजेपी सरकार- रिपल्बिक-सीएनएक्स हालांकि, रिपब्लिक-सीएनएक्स के एग्जिट पोल के मुताबिक बंगाल में पहली बार बीजेपी सत्ता में आ सकती है। एग्जिट पोल के मुताबिक बीजेपी को 138 से 148 सीटें मिल सकती हैं। टीएमसी को 126 से 136 सीटें मिल सकती हैं। कांग्रेस-लेफ्ट गठबंधन को 6 से 9 सीटें और अन्य को 1 से 3 सीटें मिल सकती हैं। 'जन की बात' के मुताबिक भी बंगाल में बीजेपी सरकार! 'जन की बात' के एग्जिट पोल के मुताबिक भी बंगाल में बीजेपी पहली बार सरकार बना सकती है। उसके मुताबिक, बीजेपी को 173, टीएमसी को 113 और लेफ्ट-कांग्रेस गठबंधन को महज 6 सीटें मिलने का अनुमान है। असम में फिर से बीजेपी सरकार की भविष्यवाणी असम में विधानसभा की कुल 126 सीटें हैं और यहां बहुमत का आंकड़ा 63 है। इंडिया टुडे-एक्सिस माइ इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक 126 सीटों वाले असम में एक बार फिर से बीजेपी+ सरकार बना सकती है। बीजेपी+ को 75 से 85 सीटें और कांग्रेस+ को 40 से 50 सीटें मिल सकती हैं। अन्य के खाते में 1 से 4 सीटें जाने का अनुमान है। रिपब्लिक-सीएनएक्स के एग्जिट पोल में भी असम में बीजेपी सरकार की भविष्यवाणी की गई है। उसके मुताबिक एनडीए को 79, यूपीए को 45 और अन्य को 2 सीटें मिल सकती हैं। केरल में एक बार फिर लेफ्ट सरकार? 140 विधानसभा सीटों वाले केरल में बहुमत का आंकड़ा 71 है। रिपब्लिक-सीएनएक्स के एग्जिट पोल के मुताबिक यहां लेफ्ट गठबंधन एक बार फिर सत्ता में आ रहा है। केरल में पिछले कई चुनावों से हर 5 साल में सरकार बदलने का ट्रेंड रहा है लेकिन इस बार लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट इस ट्रेंड को मात देने में कामयाब हो सकता है। उसे 75 सीटें मिल सकती हैं जबकि कांग्रेस की अगुआई वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट को 61 सीटें मिल सकती हैं। बीजेपी+ को 3 सीटें मिलने का अनुमान है। इंडिया टुडे-माइ एक्सिस इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक तो केरल में एलडीएफ की एकतरफा जीत हो सकती है। उसके खाते में 104 से 120 सीटें और यूडीएफ को 20 से 36 सीटें मिल सकती हैं। एनडीए के खाते में शून्य से 2 सीटों की भविष्यवाणी की गई है। तमिलनाडु में स्टालिन सरकार? 234 विधानसभा सीटों वाले तमिलनाडु में बहुमत का आंकड़ा 118 है। रिपब्लिक-सीएनएक्स के एग्जिट पोल के मुताबिक तमिलनाडु में इस बार सत्ता परिवर्तन हो सकता है। डीएमके को जबरदस्त जीत हासिल हो सकती है। सीएनएक्स के एग्जिट पोल के मुताबिक डीएमके+ को 165 और सत्ताधारी एआईएडीएमके+ को महज 63 सीटों से संतोष करना पड़ सकता है। अन्य के खाते में 6 सीटें जा सकती हैं। इंडिया टुडे-एक्सिस माइ इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक तो डीएमके+ को 175 से 195 सीटें मिल सकती हैं। डीएमके+ को 38 से 54 सीट मिलने का अनुमान है। पुडेचेरी में बीजेपी की सरकार? 30 सीटों वाले पुडुचेरी में बहुमत का आंकड़ा 16 है। रिपब्लिक-सीएनएक्स के एग्जिट पोल के मुताबिक यहां बीजेपी की अगुआई वाले गठबंधन एनडीए की सरकार बन सकती है। यहां एनडीए को 18 सीटें तो यूपीए को 12 सीटें मिल सकती हैं। 294 विधानसभा सीटों वाले पश्चिम बंगाल में 292 सीटों पर 27 मार्च से 29 अप्रैल तक 8 चरणों में चुनाव हुए। 2 सीटों पर एक-एक उम्मीदवार की मौत की वजह से वहां वोटिंग नहीं हुई। पश्चिम बंगाल में मुख्य मुकाबला सत्ताधारी टीएमसी, बीजेपी और लेफ्ट-कांग्रेस गठबंधन के बीच है। 126 विधानसभा सीटों वाले असम में 3 चरणों में 27 मार्च, 1 अप्रैल और 6 अप्रैल को वोटिंग हुई। यहां मुख्य मुकाबला सत्ताधारी बीजेपी के गठबंधन और कांग्रेस की अगुआई वाले गठबंधन के बीच है। तमिलनाडु की सभी 234 सीटों, केरल की 140 और पुडुचेरी की 30 सीटों के लिए एक ही चरण में 6 अप्रैल को वोट डाले गए।


from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi, coronavirus vaccine latest news update https://ift.tt/3gOD5GQ
Exit Poll: क्या बंगाल में हो रही ममता की विदाई? पांचों राज्यों का हाल जान लीजिए https://ift.tt/3t2qKSa Exit Poll: क्या बंगाल में हो रही ममता की विदाई? पांचों राज्यों का हाल जान लीजिए
https://ift.tt/3t2qKSa Reviewed by Inquisitive & Gallivanter on April 29, 2021 Rating: 5

कोरोना से रेंजर पति की मौत तो असिस्टेंट प्रफेसर पत्नी ने घर जाकर लगा ली फांसी https://ift.tt/3e2jrFw

इंदौर कोरोना की बढ़ती महामारी अब लोगों की मानसिकता पर असर डालने लगी है। माहौल की निराशा अब लोगों की सोच को प्रभावित करने लगी है। मध्य प्रदेश के इंदौर में 15 दिनों से पति का इलाज करवा रही पत्नी उसकी मौत से इतनी निराश हो गई कि उसने घर में ही फांसी लगा ली। 18 साल पहले छत्तीसगढ़ के कोरबा से शुरू हुई उनकी प्रेम कहानी कोरोना का कहर झेल नहीं पाई और बुधवार को उसका दुखद अंत हो गया। मामला इंदौर के राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र के सेंचुरी पार्क में रहने वाली 32 वर्षीय नेहा पवार के पति पवन 15 दिन पहले कोरोना वायरस की चपेट में आ गए थे। उनका एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। शुभम का हाल ही में लोक सेवा आयोग की परीक्षा के जरिये रेंजर पद के लिए चयन हुआ था। वे ट्रेनिंग के लिए देहरादून जाने वाले थे, लेकिन इससे पहले कोरोना पॉजिटिव हो गए। बुधवार सुबह इलाज के दौरान पवन की मौत हो गई। इसके ढाई घंटे बाद नेहा ने भी घर पहुंच कर फांसी लगा ली। पवन जब से बीमार पड़े, नेहा उनके साथ ही थी। चार दिन पहले उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ी तो दोनों के घरवाले भी इंदौर आ गए। पवन की हालत गंभीर देख नेहा अक्सर परिवार के लोगों से उन्हें बचाने की गुहार लगाती थी। वो कहती थी कि पवन को कुछ हुआ तो वे भी जिंदा नहीं रह पाएंगी। और उसने ऐसा ही किया। उसकी आंखों के सामने पवन की मौत हुई तो वह सहन नहीं कर सकी। पवन की मौत के बाद परिजन उनका शव बड़वानी ले जाने की तैयारी कर रहे थे। नेहा घर से कपड़े लेने के बहाने भाई अनुराग के साथ गई। घर पहुंच कर उसने भाई को नीचे ही रोक दिया और खुद ऊपर चली गई। 10-15 मिनट तक इंतजार करने के बाद भाई ने फोन लगाया। नेहा ने फोन नहीं उठाया तो अनुराग घर के अंदर गया। तब तक नेहा फंदे पर झूल चुकी थी। इसके बाद उसने उसने तुरंत पुलिस को सूचना दी। जिंदगी बेहद अनमोल है। मुश्किल वक्त हर किसी के जीवन में आता है, लेकिन थोड़ा हौसला और हिम्मत रखने से यह निकल भी जाता है। कुछ लोग जिंदगी की मुश्किल घड़ी में आत्मघाती कदम उठा लेते हैं। मगर डिप्रेशन या तनाव पर समय रहते काबू पा लिया जाए, तो जिंदगी में उम्मीद का नया दरवाजा खुल जाता है। अगर आपका कोई जानने वाला व्यक्ति डिप्रेशन से जूझ रहा है तो वह नैशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ ऐंड न्यूरो साइंस (NIMHANS) से संपर्क कर सकता है। यहां कॉल करके वह अपनी समस्या बता सकते हैं, जहां डॉक्टर उन्हें जरूरी सलाह देंगे। डिप्रेशन के लिए हेल्पलाइन नंबरः 08046110007


from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi, coronavirus vaccine latest news update https://ift.tt/2R7iQcX
कोरोना से रेंजर पति की मौत तो असिस्टेंट प्रफेसर पत्नी ने घर जाकर लगा ली फांसी https://ift.tt/3e2jrFw कोरोना से रेंजर पति की मौत तो असिस्टेंट प्रफेसर पत्नी ने घर जाकर लगा ली फांसी
https://ift.tt/3e2jrFw Reviewed by Inquisitive & Gallivanter on April 29, 2021 Rating: 5

फेसबुक की सफाई- PM के इस्तीफे के लिए चलाए हैशटैग को गलती से रोका, सरकार ने नहीं कहा था https://ift.tt/3nA6jLg

नई दिल्ली सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक के ‘हैशटैग रिजाइनमोदी’ को बाधित करने पर विवाद बढ़ा तो अब सफाई आई है। इसे रोकने के घंटों बाद हैशटैग को बहाल करते हुए कंपनी ने कहा कि उसने गलती से यह कदम उठाया था। दरअसल, कोविड-19 महामारी से निपटने के तरीके को लेकर सरकार की आलोचना के साथ फेसबुक पर प्रधानमंत्री से इस्तीफे की मांग की जा रही है। कंपनी ने बुधवार को हैशटैग को बाधित करने के कदम पर गुरुवार को सफाई देते हुए कहा कि यह सरकार के आदेश पर नहीं किया गया था। फेसबुक पहली सोशल मीडिया कंपनी नहीं है जिसने कोविड-19 महामारी पर सरकार की आलोचना करने वाले पोस्ट को सेंसर किया है। ट्विटर ने भी सरकार के आदेश पर और फर्जी खबर करार दिए जाने पर कई पोस्ट को हटाया है या वहां तक पहुंच बाधित की है। गलती से इस हैशटैग को बंद किया: फेसबुक फेसबुक के प्रवक्ता ने गुरुवार को एक बयान में कहा, ‘हमने गलती से इस हैशटैग को अस्थायी रूप से बंद किया था, न कि भारत सरकार द्वारा हमें ऐसा करने के लिए कहा गया था। हमने इसे बहाल कर दिया है।’ खबरों के मुताबिक बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस्तीफे की मांग को लेकर चलाए जा रहे हैशटैग को फेसबुक ने घंटों बाधित रखा। यूजर्स अगर इस हैशटैग की तलाश करते तो संदेश आ रहा था कि ‘अस्थायी रूप से इस तक पहुंच बाधित कर दी गई है क्योंकि पोस्ट में मौजूद कुछ सामग्री हमारे समुदाय मानकों के विपरीत है।’ फेसबुक समय-समय पर हैशटैग और पोस्ट को विभिन्न कारणों से बाधित करती रही है। कुछ को व्यक्तिगत रूप से हटाया जाता है जबकि कुछ स्वत: बाधित हो जाते हैं। हैशटैग रिजाइन मोदी को बाधित करने का मामला पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के आखिरी चरण से पहले आया है। मोदी सरकार कोविड-19 महामारी से निपटने के तरीके को लेकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मीडिया की आलोचना का सामना कर रही है। देश में गुरुवार को कोविड-19 के अबतक आए मामलों की संख्या 1.80 करोड़ तक पहुंच गई है। स्वतंत्र शोध परियोजना ल्यूमेन डाटाबेस के हवाले से कहा गया है कि सरकार के अनुरोध पर सांसदों, विधायकों और फिल्मकारों के पोस्ट सहित 50 से अधिक पोस्ट सोशल मीडिया से हटाए गए हैं। सरकारी सूत्रों ने बताया कि सोशल मीडिया मंचों को कोरोना वायरस की महामारी से लड़ने में उत्पन्न होने वाली किसी बाधा को रोकने और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पोस्ट हटाने को कहा गया है।


from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi, coronavirus vaccine latest news update https://ift.tt/3gMjWp0
फेसबुक की सफाई- PM के इस्तीफे के लिए चलाए हैशटैग को गलती से रोका, सरकार ने नहीं कहा था https://ift.tt/3nA6jLg फेसबुक की सफाई- PM के इस्तीफे के लिए चलाए हैशटैग को गलती से रोका, सरकार ने नहीं कहा था
https://ift.tt/3nA6jLg Reviewed by Inquisitive & Gallivanter on April 29, 2021 Rating: 5

Gad

Powered by Blogger.