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जनसंख्या नियंत्रण के लिए कानून की मांग हुई तेज, ट्विटर पर ट्रेंड होने लगा Population Control Bill https://ift.tt/3aZ8ALg

February 28, 2021
नई दिल्ली भारत दुनिया का दूसरा सबसे ज्यादा आबादी वाली देश है। बढ़ती आबादी ने बुनियादी सुविधाओं के आभाव के साथ-साथ अन्य चुनौतियों को भी जन्म दिया है। ऐसे में अब देश में की मांग तेज होने लगी है। रविवार को ट्विटर पर और हम_दो_हमारे_ गिन_लो ट्रेंड करने लगा। भारी संख्या में ट्विटर यूजर्स जनसंख्या के लिए कानून बनाने की मांग करते दिखे। जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग कर रहे लोगों का कहना है कि जिस तरह से आबादी तेजी से बढ़ रही है, वो मुश्किलें खड़ा कर रहा है। शिदयाल शर्मा नाम के एक यूजर ने लिखा है, 'सरकार को जनसंख्या नियंत्रण कानून तुरंत लाना चाहिए, इससे जनसंख्या वृद्धि दर कम होगी और रोजगार बढ़ेगा।' यशुभ पुरोहति नाम के एक यूजर ने लिखा, 'एक मशहूर कहावत है, किसी भी चीज की अति खराब होती है। यह हर चीज पर अप्लाई होती है, इसमें जनसंख्या भी शामिल है। भारत को Population Control Bill की जरूरत है। एक अन्य यूजर अमर सिंह कहार ने लिखा है, 'हमें जल्द से जल्द जनसंख्या नियंत्रण कानून की जरूरत है, नहीं तो आने वाली पीढ़ियां हमें माफ नहीं करेंगी।' एक अन्य यूजर विजेंद्र सिंह ने Population Control Bill की मांग करते हुए कहा, '5 समस्याएं हैं- बेरोजगारी, गरीबी, प्रदूषण, संसाधनों का आभाव और क्राइम...Population Control Bill ही इनका समाधान है। जनसंख्या नियंत्रण को लेकर सरकार से बिल की मांग करने वालों में ऐक्टर गजेंद्र चौहान भी शामिल हैं। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'जनसंख्या नियंत्रण बिल समय की मांग है। यूपी के जौनपुर से बीजेपी विधायक दिनेश चौधरी ने भी की मांग करते हुए ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि Population Control Bill समय की मांग है। गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह समेत कई हस्तियां लंबे वक्त से जनसंख्या नियंत्रण की वकालत कर रहे हैं। गिरिराज सिंह ने कुछ वक्त पहले कहा था कि चाहे धर्म, जाति, भाषा या क्षेत्र कोई भी हो, जनसंख्या के असंतुलन को ठीक करने की जरूरत है।


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जनसंख्या नियंत्रण के लिए कानून की मांग हुई तेज, ट्विटर पर ट्रेंड होने लगा Population Control Bill https://ift.tt/3aZ8ALg जनसंख्या नियंत्रण के लिए कानून की मांग हुई तेज, ट्विटर पर ट्रेंड होने लगा Population Control Bill
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मेरठ महापंचायत में केजरीवाल बोले- किसानों पर अंग्रेजों से भी ज्यादा जुल्म कर रही मोदी सरकार https://ift.tt/3bLiYFv

February 28, 2021
मेरठ उत्तर प्रदेश के मेरठ में किसान महापंचायत में पहुंचे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मोदी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने तीनों कृषि कानून को डेथ वॉरंट बताया। केजरीवाल ने कहा कि पीएम मोदी ने अपने पूंजीपति मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए ये कानून पास कराया है। इस कानून के चलते सबकी खेती इन पूंजीपतियों के हाथ में चली जाएगी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मेरठ की किसा महापंचायत में कहा कि किसान आंदोलन में 250 लोग शहीद हो चुके हैं।, लेकिन सरकार के कानों में जू नहीं रेंग रही है। 70 साल में सभी पार्टियों ने किसानों को धोखा दिया है। केजरीवाल ने कहा कि किसान बस फसल का सही दाम मांग रहा है लेकिन सरकार नहीं मान रही है कोई भी सरकार किसानों की बात नहीं सुन रही है। 'बीजेपी ने तो अंग्रेज़ो को भी पीछे छोड़ दिया' अरविंद केजरीवाल ने भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। कहा ये तीनों कानून किसानों के लिए डेट वारंट हैं। ऐसे तो हर किसान मजदूर बन जाएगा। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि किसानों पर लाठियां बरसाई जा रही है, कीले ठोकी जा रही है। ऐसा तो अंग्रेज़ों ने हमारे किसानों पर इतने जुल्म नहीं किए थे, भाजपा ने तो अंग्रेज़ो को भी पीछे छोड़ दिया। अब ये हमारे किसानों पर झूठे मुकदमे कर रहे है। 'अपने खेत में मजदूर हो जाएगा किसान' केजरीवाल ने कहा कि पिछले 25 साल में साढ़े 3 लाख लोग किसान आत्महत्या कर चुके है। अब किसान दिल्ली के बॉर्डर पर शहादत क्यों दे रहे है? क्योंकि उनकी ज़िंदगी-मौत पर आ गयी है। सब की खेती पूंजीपति के हाथ मे चली जाएगी और किसान अपने खेत में मजदूर बन जायेगा। नहीं बनने दिया स्टेडियम को जेल-केजरीवालकेजरीवाल ने कहा -केंद्र सरकार ने 9 स्टेडियम को जेल बनाने के लिए पत्र भेजा था, जिसकी फ़ाइल इन्होंने मेरे पास भेजी। लेकिन हमने फ़ाइल क्लियर नहीं की। अगर हम जेल बनाने देते तो ये किसानों को वहाँ कैद कर लेते और सारा आंदोलन खत्म हो जाता। 'किसानों को चीनी मिल मालिकों से पैसे न दिला पाने वाली योगी सरकार पर धिक्कार' केजरीवाल ने यूपी के सीएम योगी पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं योगी से पूछना चाहता हूँ कि आपकी क्या मजबूरी है जो पूरी सरकार चीनी मिल मालिकों के आगे घुटने टेक कर बैठी है। अगर तुम किसानों को चीनी मिल मालिकों से उनके पैसे नहीं दिला सकते तो तुम्हारी सरकार पर धिक्कार है। किसानों नहीं मिल रहा MSP का फायदा- केजरीवाल केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार के मंत्री घूम कर कह रहे है कि MSP था, MSP है, MSP रहेगा। मैं योगी जी से पूछना चाहता हूँ कि पश्चिम उत्तर प्रदेश की एक मंडी दिखा दो जहाँ MSP पर धान उठती हो। 'बीजेपी ने किसानों की पीठ में छुरा मार दिया' केजरीवाल ने कहा कि भाजपा ने 2014 के घोषणापत्र में कहा था कि हम स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करेंगे। किसानों ने इन्हें जमकर वोट दिया। 3 साल बाद भाजपा ने सुप्रीम कोर्ट के एफिडेविट में लिखा कि वो MSP नहीं देंगे। इन्होंने किसानों की पीठ में छुरा मार दिया।


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मेरठ महापंचायत में केजरीवाल बोले- किसानों पर अंग्रेजों से भी ज्यादा जुल्म कर रही मोदी सरकार https://ift.tt/3bLiYFv मेरठ महापंचायत में केजरीवाल बोले- किसानों पर अंग्रेजों से भी ज्यादा जुल्म कर रही मोदी सरकार
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राहुल गांधी ने PM मोदी को बताया 'क्रूर', राजनीतिक गुमनामी में भेजने का लिया संकल्प https://ift.tt/300gH3G

February 28, 2021
तिरुनेलवेल्ली (तमिलनाडु) तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव के ऐलान के साथ ही कांग्रेस ने प्रचार अभियान तेज कर दिया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक ऐसा 'दुर्जेय शत्रु' बताया, जो अपने विरोधियों को 'कुचल' देता है। इसके साथ ही राहुल गांधी ने प्रेम और अहिंसा के रास्ते पर चलकर पीएम मोदी को राजनीतिक गुमनामी में भेजने का संकल्प लिया। राहुल गांधी छह अप्रैल को होने वाले के लिए राज्य के दौरे के दूसरे दिन दक्षिणी तमिलनाडु पहुंचे। यहां सेंट जेवियर कॉलेज में 'एजुकेटर्स मीट' के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि वह बीजेपी को परास्त करने के लिए लोगों के समर्थन की उम्मीद करते हैं। जब इस दौरान एक कंटेस्टेंट ने यह जानना चाहा कि क्या गांधी को लगता है कि सत्ता में आने का इंतजार किए बिना क्या मोदी सरकार पर उनके(राहुल गांधी) 'अच्छे विचारों' को लागू कराने के लिए दबाव बनाया जा सकता है? देश में धन को हावी कर रहे मोदी इस पर गांधी ने कहा कि यह लोगों के 'शक्तिशाली' और 'मूल्यवान' समर्थन से किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि बड़े सपने देखना महत्वपूर्ण है, हालांकि हो सकता है कि उनमें से कुछ साकार नहीं हों। गांधी का सीधे तौर पर इशारा केंद्र में बीजेपी से सत्ता लेने की ओर था। राहुल गांधी ने कहा कि हां, हम एक ऐसे दुर्जेय शत्रु (मोदी) से लड़ रहे हैं जो इस देश में धन को हावी कर रहा है। हम एक ऐसे शत्रु से लड़ रहे हैं जो अपने विरोधियों को कुचल रहा है। हालांकि हमने पहले ऐसा किया है, हमने इस नए दुश्मन की तुलना में बहुत बड़े दुश्मन (अंग्रेजों) को हराया है। मोदी की तुलना में अधिक शक्तिशाली थे अंग्रेज राहुल गांधी ने देश के स्वतंत्रता आंदोलन को याद करते हुए कहा कि मोदी की तुलना में अंग्रेज अधिक शक्तिशाली थे। उन्होंने कहा कि ब्रिटिश साम्राज्य की तुलना में नरेंद्र मोदी क्या हैं? कुछ भी नहीं। इस देश के लोगों ने ब्रिटिश साम्राज्य को उखाड़ फेंका और उसी तरह हम नरेंद्र मोदी को नागपुर (महाराष्ट्र में आरएसएस मुख्यालय) वापस भेज देंगे। राहुल गांधी का सीधे तौर पर कहने का यह मतलब था कि लोगों के समर्थन के साथ कांग्रेस के हाथों हार के बाद मोदी राजनीतिक गुमनामी में चले जाएंगे। 'बीजेपी का आस्था से कोई लेना-देना नहीं' राहुल गांधी ने कहा कि यह प्रधानमंत्री मोदी या उनकी पार्टी के प्रति किसी भी घृणा, क्रोध या हिंसा के बिना हासिल किया जाएगा, भले ही वे (बीजेपी) उनके खिलाफ 'दुर्व्यवहार' या 'हिंसा' का इस्तेमाल करें। कांग्रेस तमिलनाडु में द्रमुक की सहयोगी है और बीजेपी सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक की सहयोगी है। कांग्रेस नेता ने एक अन्य कंटेस्टेंट के सवाल के जवाब में आरोप लगाया कि बीजेपी के नेतृत्व वाले केंद्र ने अपने कई विचारों में 'हिंदू धर्म का प्रतिनिधित्व करने' का दावा किया है, लेकिन वास्तव में इसका उस आस्था से कोई लेना-देना नहीं है। धर्म की राजनीति पर साधा निशाना राहुल गांधी ने कहा कि हिंदू धर्म लोगों का अपमान करना, लोगों को मारना या पीटना नहीं सिखाता है, लेकिन वे ऐसा करते हैं। उन्होंने कहा कि सभी धर्मों का सार प्रेम है, लेकिन केंद्र सरकार का 'पूरा खेल' किसानों सहित आम लोगों के पैसे कृषि कानून जैसी पहलों के जरिए चुराना और उसे बड़े उद्योगों को देना है। गांधी ने एक अन्य सवाल पर कहा कि उन्हें केंद्र की नई शिक्षा नीति, 2020 भी पसंद नहीं है। जब एक प्रफेसर ने आरोप लगाया कि एनईपी एजेंडा से प्रेरित है, तो गांधी ने कहा कि शिक्षा संबंधी कोई भी नीति छात्रों और शिक्षकों के साथ विचार-विमर्श का परिणाम होनी चाहिए। उन्होंने दावा किया कि दुर्भाग्य से यह नहीं किया गया। राहुल गांधी ने अधिक छात्रवृत्ति का समर्थन किया राहुल गांधी ने कहा कि इसके जरिये केंद्र के हाथों में बहुत अधिक शक्ति केंद्रित की गई है और यह शिक्षा प्रणाली को नुकसान पहुंचाने के लिए लायी गई है। उन्होंने कहा कि हालांकि एनईपी में लचीलेपन का एक सकारात्मक पहलू है, लेकिन, यह 'एक विशेष विचारधारा को भारतीय प्रणाली पर थोपने के लिए एक सांप्रदायिक हथियार है और यही कारण है कि मुझे यह पसंद नहीं है।' उन्होंने अधिक छात्रवृत्ति का समर्थन किया ताकि अधिक से अधिक गरीब छात्रों को शिक्षा मिले। महिला सशक्तीकरण पर भी प्रकाश डाला राहुल गांधी ने महिला सशक्तीकरण पर भी प्रकाश डाला। शिक्षा को समवर्ती सूची से संविधान की राज्य सूची में वापस लाने की मांग पर उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता। हम इसे देखेंगे। उन्होंने कहा कि सब कुछ सेंट्रलाइज करना एक खराब विचार है और डीसेंट्रलाइज और देश के सभी कोनों से शिक्षा तक पहुंच को सुविधाजनक बनाना मूलभूत विचार है। 1976 में, इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने शिक्षा को समवर्ती सूची में स्थानांतरित कर दिया था जो पहले एक राज्य विषय था।


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राहुल गांधी ने PM मोदी को बताया 'क्रूर', राजनीतिक गुमनामी में भेजने का लिया संकल्प https://ift.tt/300gH3G राहुल गांधी ने PM मोदी को बताया 'क्रूर', राजनीतिक गुमनामी में भेजने का लिया संकल्प
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भारत और पाकिस्तान को लेकर क्या है मलाला का सपना, नोबेल विजेता ने बताई हसरत https://ift.tt/3bF1CtK

February 28, 2021
नई दिल्ली नोबेल शांति पुरस्कार विजेता () ने रविवार को कहा कि भारत और पाकिस्तान को ‘‘अच्छे दोस्त’’ बनते देखना उनका सपना है। उन्होंने कहा कि लोगों को सीमाओं के अंदर रखने की नीति अब काम नहीं करती हैं और भारत तथा पाकिस्तान के लोग शांति से रहना चाहते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अल्पसंख्यकों को हर देश में सुरक्षा की आवश्यकता है, चाहे वह पाकिस्तान हो या भारत, यह मुद्दा धर्म से नहीं जुड़ा हुआ है, बल्कि अधिकारों के हनन से जुड़ा हुआ है और इसे गंभीरता से लेना चाहिए। बालिका शिक्षा की हिमायत करने वाली पाकिस्तानी कार्यकर्ता यूसुफजई को अक्टूबर 2012 में तालिबान के आतंकवादियों ने सिर में गोली मार दी थी, लेकिन वह बच गई थी, जो किसी चमत्कार से कम नहीं था। यूसुफजई ने कहा कि इंटरनेट सेवाओं पर पाबंदी लगाया जाना और भारत में ‘‘शांतिपूर्ण तरीके से विरोध’’ करने वाले कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी की खबर ‘‘चिंताजनक’’ है। उन्होंने उम्मीद जताई कि सरकार लोगों की मांगों पर ध्यान देना सुनिश्चित करेगी। मलाला ने बताई अपनी इच्छाएं उन्होंने कहा, ‘‘भारत और पाकिस्तान को अच्छे दोस्त बनते देखना मेरा सपना है, ताकि हम एक-दूसरे के देशों में जा सके। आप पाकिस्तानी नाटक देखना जारी रख सकते हैं, हम बॉलीवुड फिल्में देखना और क्रिकेट मैचों का आनंद लेना जारी रख सकते हैं।’’ वह जयपुर साहित्य महोत्सव (जेएलएफ) के समापन दिवस पर अपनी किताब ‘‘आई एम मलाला: द स्टोरी ऑफ द गर्ल हू स्टूड अप फॉर एजुकेशन एंड शॉट बाई द तालिबान’’ के संबंध में अपने विचार रख रही थीं। यह महोत्सव डिजिटल तरीके से आयोजित किया गया। 'हमारे बीच ये नफरत क्यों पैदा हुई' उन्होंने कहा, ‘‘आप भारतीय हैं और मैं पाकिस्तानी हूं और हम पूरी तरह से ठीक हैं, फिर हमारे बीच यह नफरत क्यों पैदा हुई है? सीमाओं, विभाजनों तथा फूट डालो और राज करो की पुरानी नीति... ये अब काम नहीं करती हैं, क्योंकि हम सभी शांति से रहना चाहते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘भारत और पाकिस्तान के असली दुश्मन ‘‘गरीबी, भेदभाव और असमानता’’ है तथा दोनों देशों को एकजुट होना चाहिए और इसका मुकाबला करना चाहिए, न कि एक-दूसरे से लड़ना चाहिए।’’ ‘‘भारत-पाकिस्तान दोस्ती’’ के अलावा, यूसुफजई ने कहा कि वह उस दिन का भी इंतजार कर रही है, जब हर लड़की को स्कूल जाने और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।


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अयोध्या में राम मंदिर के लिए आम लोगों ने दिखाया बड़ा दिल, दान में मिले ₹2100 करोड़ https://ift.tt/3kxo4Jj

February 28, 2021
अरशद अफजल खान, अयोध्‍या राम मंदिर निर्माण के लिए पिछले 44 दिनों से चल रहे राम मंदिर निधि समर्पण अभियान में 2100 करोड़ रुपये का चंदा इकट्ठा हुआ है। शनिवार को इसका आखिरी दिन था। इसकी शुरुआत 15 जनवरी को की गई थी। इस अभियान के शुरू के समय 1100 करोड़ रुपये जुटाने का अनुमान था। लेकिन जनता की अभूतपूर्व भागीदारी की वजह से लगभग 1000 करोड़ रुपये ज्‍यादा आ गए। श्रीराम जन्‍मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्‍ट के कोषाध्‍यक्ष गोविंद देव गिर‍ि का कहना था, 'सभी वर्गों के लोगों ने बढ़चढ़कर इसमें भाग लिया। विशेषकर धर्म दीवार को अनदेखा करके दूरदराज के गांवों से खूब चंदा आया।' शनिवार तक आए 2100 करोड़ उन्‍होंने बताया, 'शनिवार शाम तक कुल चंदा 2100 करोड़ की राशि पार कर गया। पिछले साल दिसंबर में अंदाजा लगाया गया था कि मंदिर बनने में 300-400 करोड़ और पूरे मंदिर परिसर को बनाने में 1100 करोड़ का खर्च आएगा।' हालांकि ट्रस्‍ट के सदस्‍य डॉ. अनिल मिश्रा का कहना था कि अभी मंदिर परिसर के निर्माण का बजट फाइनल नहीं हआ है। निर्माण कार्य पूरा होने पर ही इसकी सही जानकारी हो पाएगी। संतों ने किया आगाह शनिवार को अयोध्‍या के संतों ने ट्रस्‍ट को सुझाव दिया था कि अधिशेष पैसे से अयोध्‍या का विकास किया जाए। उन्‍होंने आगाह किया कि करोड़ों राम भक्‍तों ने जो पैसा दान किया है उसका दुरुपयोग न होने पाए। संस्‍कृत विश्‍वविद्यालय का सुझावतपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास ने कहा, ‘ट्रस्ट को माता सीता के नाम पर अयोध्या में संस्कृत विश्वविद्यालय स्थापित करने और मंदिर शहर में दूध की मुफ्त आपूर्ति के लिए एक गौशाला स्थापित करने के लिए अतिरिक्त धन का उपयोग करना चाहिए।’ 'पुराने मंदिरों को पुनर्जीवित किया जाए'निमोर्ही अखाड़े के महंत धनेन्द्र दास ने कहा, ‘भगवान राम के नाम पर करोड़ों भारतीयों ने धन का दान किया है और अतिरिक्त धन का उपयोग अयोध्या और उसके मंदिरों के कल्याण के लिए किया जाना चाहिए।’ हनुमान गढ़ी मंदिर के पुजारी, महंत राजू दास ने कहा कि धन का इस्तेमाल अयोध्या में पुराने मंदिरों को पुनर्जीवित करने के लिए किया जा सकता है।


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अयोध्या में राम मंदिर के लिए आम लोगों ने दिखाया बड़ा दिल, दान में मिले ₹2100 करोड़ https://ift.tt/3kxo4Jj अयोध्या में राम मंदिर के लिए आम लोगों ने दिखाया बड़ा दिल, दान में मिले ₹2100 करोड़
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कैग ने पं बंगाल सरकार को लिखी चिट्ठी, अम्फान खर्चे के बारे में जानकारी नहीं दे रहे ऑडिट अधिकारी https://ift.tt/3dV3zW2

February 28, 2021
नई दिल्ली बंगाल में विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान हो चुका है। इसी के साथ सीएम ममता बनर्जी सरकार की मुश्किलें भी बढ़ सकती हैं। कैग (CAG) ने राज्य सरकार के मुख्य सचिव को सख्त लहजे में पत्र लिखकर कहा है कि राज्य के अधिकारी अम्फान चक्रवाती तूफान में हुए खर्चें की जानकारी नहीं दे रहे हैं। जानकारी नहीं दे रहे राज्य के अधिकारीउन्होंने लिखा कि चक्रवात (अम्फान महाचक्रवात) राहत और पुनर्वास व्यय के बारे में राज्य के अधिकारियों ने ऑडिट से संबंधित किसी भी जानकारी को साझा करने से इनकार कर दिया है। जबकि केंद्र ने अम्फान राहत के लिए 2,700 करोड़ रुपये से अधिक का आवंटन किया है और राज्य सरकार ने विस्थापित लोगों के पुनर्वास के लिए 6,800 करोड़ रुपये जारी करने की घोषणा की थी। करोड़ों की लूट का लगा था आरोपसूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तय तारीखों के अनुसारऑडिट टीमों को कोई जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई है। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने जो रिपोर्ट देने की तीन महीने का समय दिया था जो कि पहले ही लगभग समाप्त हो गई है। भाजपा के राज्य प्रमुख दिल्ली घोष ने सीएम ममता बनर्जी और उनकी पार्टी कैडर पर विस्थापितों को राहत देने के लिए केंद्र द्वारा जारी की गई 1,000 करोड़ रुपये की लूट का आरोप लगाया था। जिसके बाद कैग ने इस पर जांच शुरू की थी। जहां मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और घरों के पुनर्निर्माण के लिए एक पैकेज के अलावा 50,000 रुपये घायलों को देना था। हाईकोर्ट से अर्जी लगाकार मांग की थीपश्चिम बंगाल सरकार ने जनवरी महीने में कलकत्ता उच्च न्यायालय में अर्जी देकर अनुरोध किया था कि वह चक्रवातीय तूफान अम्फान के राहत कार्य में अनियमितता के आरोपों की नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) से ऑडिट कराने के अपने आदेश को वापस ले ले या उसमें कुछ बदलाव करे। राज्य सरकार ने कहा कि चूंकि लोगों को सहायता राशि दिये जाने का काम अभी जारी है, ऐसे में कैग ऑडिट का निर्देश समयपूर्व है।


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कैग ने पं बंगाल सरकार को लिखी चिट्ठी, अम्फान खर्चे के बारे में जानकारी नहीं दे रहे ऑडिट अधिकारी https://ift.tt/3dV3zW2 कैग ने पं बंगाल सरकार को लिखी चिट्ठी, अम्फान खर्चे के बारे में जानकारी नहीं दे रहे ऑडिट अधिकारी
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रेकॉर्ड: NHAI ने 18 घंटे से भी कम समय में बना दिया 25 किमी-लेन हाइवे https://ift.tt/3aZ7jUg

February 28, 2021
हैदराबाद राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने सड़क निर्माण के क्षेत्र में रविवार को एक अहम कीर्तिमान हासिल किया है। सोलापुर-बीजापुर सेक्शन में 25.54 लेन-किमी (तकरीबन 12.77 किमी) की सड़क रेकॉर्ड 18 घंटे से भी कम समय में बिछा दी गई। अब इस रेकॉर्ड को में दर्ज किया जाएगा। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी ने भी ट्वीट कर यह जानकारी दी है। देश की यह पहली राजमार्ग परियोजना है, जिसे लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड्स में शामिल किया जाएगा। आईजेएमआई टीम के लीडर एम वेंकटेश्वर ने बताया कि यह कारनामा काफी चुनौतीपूर्ण था। इसमें शामिल सभी वाहनों को तकरीबन 18 हजार 701 किमी की अनुमानित रैखिक दूरी 18 घंटे से भी कम समय में तय करनी पड़ी थी। यह लद्दाख से कन्याकुमारी तक की पांच एकतरफा यात्रा के बराबर की दूरी है। बता दें कि एनएच-44 पर लद्दाख से कन्याकुमारी की दूरी 3810 किमी है। चार लेन के इस हाइवे के एक तरफ 12.77 किमी के दो लेन का निर्माण कंपनी ने किया है। केंद्रीय मंत्री ने भी ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। उन्होंने कहा, 'राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने हाल ही में सोलापुर-विजापुर राजमार्ग पर 4-लेनिंग कार्य के अंतर्गत 25.54 किलोमीटर के सिंगल लेन डांबरीकरण काम को 18 घंटे में पूरा किया है, जिसे 'लिम्का बुक ऑफ रेकॉर्ड्स' में दर्ज किया जाएगा।' गडकरी ने कहा कि ठेकेदार कंपनी के 500 कर्मचारियों ने इसके लिए मेहनत की है। मैं उन कर्मचारियों सहित राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के परियोजना निदेशक, अधिकारी, ठेकेदार कंपनी के प्रतिनिधि और परियोजना अधिकारियों का अभिनंदन करता हूं। गौरतलब है कि मलेशिया की IJM कंस्ट्रक्शन बरहाद की भारतीय सहयोगी टीम आईजेएम इंडिया इस राजमार्ग का निर्माण कर रही है। लेन-किमी कॉन्सेप्ट बता दें कि भारत सरकार ने अप्रैल 2018 से हाइवे निर्माण में मापन के लिए परंपरागत रैखिक (Linear Method) पद्धति की बजाय लेन-किलोमीटर अवधारणा को स्वीकृति दी है। इसके तहत पूरे हाइवे की ओवरऑल लेंथ की बजाय प्रत्येक निर्मित लेन की लंबाई की गणना की जाती है।


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रेकॉर्ड: NHAI ने 18 घंटे से भी कम समय में बना दिया 25 किमी-लेन हाइवे https://ift.tt/3aZ7jUg रेकॉर्ड: NHAI ने 18 घंटे से भी कम समय में बना दिया 25 किमी-लेन हाइवे
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महिला ने पीएम से पूछी उनकी कोई कमी, मन की बात में मोदी ने बता दी अपने दिल की कसक https://ift.tt/3b2j2Sk

February 28, 2021
नई दिल्ली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपनी एक कमी का खुलासा करते हुए कहा कि वह दुनिया की सबसे प्राचीन भाषा तमिल को नहीं सीख पाए। यह ऐसी सुंदर भाषा है, जो दुनिया भर में लोकप्रिय है। प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम में कहा, कुछ दिन पहले हैदराबाद की अपर्णा रेड्डी ने मुझसे एक सवाल पूछा। उन्होंने कहा कि - आप इतने साल से पीएम हैं, इतने साल सीएम रहे, क्या आपको कभी लगता है कि कुछ कमी रह गई। माघ महीने और जल की महत्ता पर चर्चा पीएम मोदी ने कहा कि अपर्णा जी का सवाल जितना सहज है, उतना ही मुश्किल भी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, मैंने इस सवाल पर विचार किया और खुद से कहा मेरी एक कमी ये रही कि मैं दुनिया की सबसे प्राचीन भाषा - तमिल सीखने के लिए बहुत प्रयास नहीं कर पाया, मैं तमिल नहीं सीख पाया। यह एक ऐसी सुंदर भाषा है, जो दुनिया भर में लोकप्रिय है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने कार्यक्रम मन की बात में माघ महीने और जल की महत्ता पर भी चर्चा की। हर समाज में नदी से जुड़ी है कोई न कोई परंपरा उन्होंने कहा कि दुनिया के हर समाज में नदी के साथ जुड़ी हुई कोई न कोई परंपरा होती ही है। नदी तट पर अनेक सभ्यताएं भी विकसित हुई हैं। हमारी संस्कृति क्योंकि हजारों वर्ष पुरानी है, इसलिए इसका विस्तार हमारे यहां और ज्यादा मिलता है। भारत में कोई ऐसा दिन नहीं होगा, जब देश के किसी न किसी कोने में पानी से जुड़ा कोई उत्सव न हो। माघ के दिनों में तो लग अपना घर-परिवार, सुख-सुविधा छोड़कर पूरे महीने नदियों के किनारे कल्पवास करने जाते हैं।


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महिला ने पीएम से पूछी उनकी कोई कमी, मन की बात में मोदी ने बता दी अपने दिल की कसक https://ift.tt/3b2j2Sk महिला ने पीएम से पूछी उनकी कोई कमी, मन की बात में मोदी ने बता दी अपने दिल की कसक
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चौरसिया को अपनाने के बाद राहुल गांधी को हिंदू महासभा की चिट्ठी, कहा- अब पार्टी का नाम 'गोडसेवादी कांग्रेस' कर लें https://ift.tt/3szYSVz

February 28, 2021
ग्वालियर हिंदू महासभा के नेता बाबूलाल चौरसिया को अपनाने के बाद कांग्रेस पार्टी लगातार निशाने पर है। इस मामले में पार्टी के अंदर भी दो खेमे बन गए हैं। लगे हाथ हिंदू महासभा ने भी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष को एक चिट्ठी लिख डाली है। उसने राहुल से कहा कि अब वक्त आ गया है कि कांग्रेस का नाम बदलकर 'गोडसेवादी कांग्रेस' कर लिया जाना चाहिए। 'कांग्रेस ने गलती स्वीकार कर गोडसे की विचारधारा स्वीकारी' हिंदू महासभा के महामंत्री विनोद जोशी ने अपने पत्र में लिखा कि कांग्रेस ने अपनी गलती स्वीकार की है और गांधीवादी कांग्रेस में गांधी की हत्या करने वाली गोडसे की विचारधारा को स्वीकार किया है। उन्होंने कहा कि ग्वालियर में नाथूराम गोडसे का मंदिर निर्माण करने वाले पूर्व पार्षद बाबूलाल चौरसिया अकेले ही कांग्रेस में सदस्यता ले पाए। इससे सिद्ध होता है कि गांधीवादी कांग्रेस में अब आम नागरिक आना नहीं चाहता है। इसलिए पार्टी का नाम बदलकर 'गोडसेवादी कांग्रेस' रख लें। जिससे आपका राजनीतिक स्वरूप बच सके और गोडसेवादी संगठन की शक्ति बढ़ाएं। दरअसल, 26 फरवरी को हिंदू महासभा ने पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ को पत्र लिखा था। जिसमें लिखा गया था कि हिंदू महासभा के पार्षद बाबूलाल चौरसिया को कांग्रेस में शामिल करके, कांग्रेस ने नाथूराम गोडसे की विचारधारा स्वीकार कर ली है। यह हिंदू महासभा की जीत है। कांग्रेस विधायक का तर्क वहीं, बाबूलाल चौरसिया को कांग्रेस में शामिल कराने वाले ग्वालियर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के विधायक प्रवीण पाठक ने इंटरनेट पर वीडियो अपलोड किया है। वीडियो में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बाबूलाल चौरसिया बोल रहे हैं कि 'जब बाल्मीकि जी एक डकैत होकर संत बन सकते हैं, तो मेरा हृदय परिवर्तन क्यों नहीं हो सकता। मैं तो आम आदमी हूं, मेरा भी हृदय परिवर्तन हो सकता है। अब मैं कांग्रेस में शामिल होकर महात्मा गांधी की लाठी बनने जा रहा हूं। गोडसे भक्त पर बंटी कांग्रेस वहीं, हिंदू महासभा के नेता की एंट्री पर कांग्रेस दो खेमों में बंट गई है। पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव और कांग्रेस नेता मानक अग्रवाल खुलकर इसका विरोध कर रहे हैं। दिग्विजय सिंह भी इसके पक्ष में नहीं हैं, लेकिन खुल कर विरोध नहीं कर रहे हैं। कांग्रेस का एक गुट कमलनाथ के पक्ष में खड़ा है।


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चौरसिया को अपनाने के बाद राहुल गांधी को हिंदू महासभा की चिट्ठी, कहा- अब पार्टी का नाम 'गोडसेवादी कांग्रेस' कर लें https://ift.tt/3szYSVz चौरसिया को अपनाने के बाद राहुल गांधी को हिंदू महासभा की चिट्ठी, कहा- अब पार्टी का नाम 'गोडसेवादी कांग्रेस' कर लें
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अमित शाह का तंज- छुट्टी पर गए राहुल को पता ही नहीं चला, कब बना मत्स्य मंत्रालय https://ift.tt/3sFKtax

February 28, 2021
पुडुचेरी पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव का बिगुल बजते ही पार्टियों के प्रचार-प्रसार का काम तेज हो गया है। रविवार को केंद्रीय गृहमंत्री प्रदेश के करईकल में जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर जमकर बरसे। कोई समर्पित मत्स्य मंत्रालय नहीं होने का दावा करने को लेकर अमित शाह ने पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस नेता 'छुट्टी' पर थे और एनडीए ने साल 2019 में ही इसका गठन कर दिया था। शाह ने दावा किया कि वह अपने राजनीतिक अनुभव के आधार पर कहते हैं कि इस चुनाव में पुडुचेरी में बीजेपी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनने जा रही है। शाह ने कहा कि कुछ दिन पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी पुडुचेरी आए थे और कहा सवाल किया था कि यहां मत्स्य विभाग क्यों नहीं है? उन्हें पता ही नहीं है कि साल 2019 में ही नरेंद्र मोदी सरकार ने मत्स्य पालन विभाग शुरू किया है। शाह ने कहा, 'मैं पुडुचेरी की जनता से पूछना चाहता हूं, कि जिस पार्टी के नेता (राहुल गांधी) चार टर्म से लोकसभा में है, उनको यह भी मालूम नहीं है कि दो साल से देश में मत्स्य पालन विभाग शुरू हो चुका है। वो पार्टी पुडुचेरी का कल्याण कर सकती है?' शाह ने इस दौरान प्रदेश की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर आरोप भी लगाए। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद से ही केंद्र सरकार पुडुचेरी को पूरे देश में मॉडल राज्य बनाने की कोशिश कर रही है। पीएम मोदी ने 115 ये ज्यादा योजनाएं यहां के लिए भेजीं लेकिन कांग्रेस सरकार ने इन योजनाओं को जमीन पर उतरने ही नहीं दिया। शाह ने कहा कि पुडुचेरी में भ्रष्टाचार की गंगा को बहाने का काम नारायणसामी की सरकार ने किया। 15 हजार करोड़ रुपये भारत सरकार ने यहां विकास के लिए भेजे। क्या आपके गांवों में ये पैसा आया है? नारायणसामी की सरकार ने ये 15 हजार करोड़ रुपये गांधी परिवार के सेवा में दिल्ली भेज दिया। नारायणसामी पर तंज शाह ने अपने भाषण के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री नारायणसामी पर तंज भी कसा। उन्होंने कहा, 'कांग्रेस आरोप लगा रही है कि बीजेपी ने उनकी सरकार को यहां गिराया। अरे, आपने मुख्यमंत्री ऐसे व्यक्ति को बनाया था जो अपने सर्वोच्च नेता के सामने ट्रांसलेशन में भी झूठ बोले।' दरअसल, शाह राहुल गांधी के पुडुचेरी दौरे का जिक्र कर रहे थे। इस दौरान जनता से संवाद के दौरान एक महिला ने नारायणसामी पर आरोप लगाया था कि तूफान के समय वह प्रभावित लोगों से मिलने नहीं गए और उन्हें सुविधाएं नहीं दीं। तमिल में कही गई महिला की इस बात का अनुवाद करने के लिए राहुल गांधी ने नारायणसामी को करने के लिए कहा तो उन्होंने उसका गलत अनुवाद किया। नारायणसामी ने राहुल को बताया कि महिला कह रही है कि तूफान के समय वह (नारायणसामी) प्रभावित लोगों से मिलने गए थे और उन्हें राहत सामग्री भी दी थी।


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अमित शाह का तंज- छुट्टी पर गए राहुल को पता ही नहीं चला, कब बना मत्स्य मंत्रालय https://ift.tt/3sFKtax अमित शाह का तंज- छुट्टी पर गए राहुल को पता ही नहीं चला, कब बना मत्स्य मंत्रालय
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भारत की आत्मनिर्भरता की पहली शर्त स्वदेश निर्मित उत्पादों पर गर्व करना: PM मोदी https://ift.tt/3dU8hmE

February 28, 2021
नई दिल्लीप्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में निर्मित उत्पादों पर गर्व करने को भारत की आत्मनिर्भरता की पहली शर्त करार देते हुए रविवार को कहा कि जब प्रत्येक देशवासी ऐसा करेगा तो अभियान सिर्फ एक आर्थिक अभियान ना रहकर राष्ट्रीय भावना (National Spirit) बन जाएगा और जब इस सोच के साथ देश आगे बढ़ेगा तभी सफलता मिल सकेगी। आकाशवाणी के '' कार्यक्रम की ताजा कड़ी में अपने विचार साझा करते प्रधानमंत्री ने इस बात पर खुशी जताई कि आज आत्मनिर्भर भारत का मंत्र देश के गांव-गांव में पहुंच रहा है। आत्मनिर्भर भारत अभियान को लेकर कोलकाता के एक श्रोता रंजन के विचारों पर सहमति जताते हुए मोदी ने कहा, "आत्मनिर्भरता की पहली शर्त होती है– अपने देश की चीजों पर गर्व होना, अपने देश के लोगों द्वारा बनाई वस्तुओं पर गर्व होना। जब प्रत्येक देशवासी गर्व करता है और प्रत्येक देशवासी जुड़ता है तो आत्मनिर्भर भारत, सिर्फ एक आर्थिक अभियान न रहकर एक राष्ट्रीय भावना बन जाता है।" रंजन ने प्रधानमंत्री से अपने विचार साझा करते हुए कहा था कि आत्मनिर्भर भारत अभियान केवल एक सरकारी नीति नहीं है, बल्कि एक राष्ट्रीय भावना है और आत्मनिर्भर होने का अर्थ अपनी किस्मत का फैसला खुद करना यानि स्वयं अपने भाग्य का नियंता होना है। प्रधानमंत्री ने जब आसमान में अपने देश में बने तेजस लड़ाकू विमानों को कलाबाजियां करते देखते हैं, जब भारत में बने टैंक, भारत में बनी मिसाइलें, हमारा गौरव बढ़ाते हैं, जब समृद्ध देशों में हम भारत में निर्मित मेट्रो ट्रेन के डिब्बे देखते हैं और जब दर्जनों देशों तक भारत में बने कोरोना के टीके पहुंचते देखते हैं तो देशवासियों का माथा और ऊंचा हो जाता है। उन्होंने कहा, "ऐसा ही नहीं है कि बड़ी-बड़ी चीजें ही भारत को आत्मनिर्भर बनाएंगी। भारत में बने कपड़े, भारत के प्रतिभाशाली कारीगरों द्वारा बनाए गए हस्तकला के सामान, भारत के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, भारत के मोबाइल, हर क्षेत्र में, हमें, इस गौरव को बढ़ाना होगा।" उन्होंने कहा कि जब इसी सोच के साथ देश आगे बढ़ेगा तभी सही मायने में भारत आत्मनिर्भर बन पाएगा। उन्होंने कहा, "मुझे खुशी है कि आत्मनिर्भर भारत का ये मंत्र देश के गांव-गांव में पहुंच रहा है।" देश में आत्मनिर्भर अभियान को गांवों में मिल रहे समर्थन का उदाहरण देते हुए प्रधानमंत्री ने बिहार के बेतिया के रहने वाले प्रमोद का उल्लेख किया जो कोरोना संक्रमण से पहले एलईडी बल्ब बनाने के कारखाने में नौकरी करते थे और आज वह खुद एलईडी बल्ब बनाने की छोटी से इकाई चला रहे हैं। प्रधानमंत्री ने इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के गढ़मुक्तेश्वर के संतोष का जिक्र करते हुए कहा कि आपदा का अवसर में बदलते हुए उन्होंने कोरोना के समय चटाई बनाना शुरू किया और आज उन्हें ना केवल उत्तर प्रदेश बल्कि दूसरे राज्यों से भी चटाई के ऑर्डर मिलने शुरू हो गए। उन्होंने कहा, "देशभर में ऐसे कई उदाहरण हैं जहां लोग 'आत्मनिर्भर भारत अभियान' में इसी तरह अपना योगदान दे रहे हैं। आज यह एक भाव बन चुका है, जो आम जनों के दिलों में प्रवाहित हो रहा है।"


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भारत की आत्मनिर्भरता की पहली शर्त स्वदेश निर्मित उत्पादों पर गर्व करना: PM मोदी https://ift.tt/3dU8hmE भारत की आत्मनिर्भरता की पहली शर्त स्वदेश निर्मित उत्पादों पर गर्व करना: PM मोदी
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भोपाल गैस त्रासदी : 36 वर्ष बाद भी मिल रहे हैं अनुग्रह राशि का दावा करने वाले आवेदन https://ift.tt/3q6fVwB

February 28, 2021
नई दिल्लीदुनिया के सबसे बड़े औद्योगिक हादसों में शुमार के 36 वर्ष गुजरने के बाद भी पीड़ितों की तरफ से अब भी अनुग्रह राशि का दावा करने वाले आवेदन प्राप्त हो रहे हैं। हालांकि सरकार ने ऐसे आवेदन प्राप्त करने के लिये कोई समय-सीमा निर्धारित नहीं की है। रसायन एवं उर्वरक संबंधी स्थायी समिति को रसायन एवं पेट्रो रसायन विभाग ने बताया कि जब तक अपील एवं पुनरीक्षण सक्षम अदालत (Court of Appeal and Review) तय नहीं कर देता तब तक अनुग्रह राशि के दावों के निपटान की कोई संभावित तारीख नहीं दी जा सकती है। उधर, केमिकल ऐंड पेट्रो केमिकल डिपार्टमेंट के एक अधिकारी ने बताया, "इस दुर्घटना से जुड़े कई मामले अदालत में सुनवाई के विभिन्न चरणों में हैं और अनुग्रह राशि से जुड़े दावों के निपटारे में देरी होने का यह भी एक कारण है।" विभाग ने समिति को बताया कि 29 फरवरी 2020 तक पीड़ितों के अनुग्रह राशि का दावा करने वाले 21,200 आवेदन प्राप्त हुए हैं जिसमें से 14,779 मामले कैंसर और 6420 मामले गुर्दे काम करना बंद करने से संबंधित हैं। इन आवेदनों को प्राप्त करने के लिये कोई समय सीमा निर्धारित नहीं की गई है। रसायन एवं पेट्रो रसायन विभाग ने कहा, "भोपाल गैस त्रासदी के पीड़ितों के दावों का निपटारा भोपाल गैस लीक आपदा (दावा प्रक्रिया) अधिनियम 1985 और इसके तहत बनाई गई योजना के माध्यम से किया जाता है और जब तक अपील एवं पुनरीक्षण सक्षम अदालत द्वारा तय नहीं किए जाते तब तक अनुग्रह राशि के दावों के निपटान की कोई संभावित तारीख नहीं दी जा सकती है।" लोकसभा में 11 फरवरी को पेश रसायन एवं उर्वरक संबंधी स्थायी समिति की रिपोर्ट के अनुसार, भोपाल गैस पीड़ित कल्याण आयुक्त कार्यालय, भोपाल ने फरवरी 2020 तक 5,74,393 पंचाट संबंधी मामलों में मूल मुआवजे के रूप में 1592.32 करोड़ रुपये प्रदान किए। वहीं, पूरी राशि में प्रति व्यक्ति हिस्सेदारी के अनुपात के आधार पर मुआवजे के रूप में 1517.85 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया, जबकि 61,575 निर्णीत मामलों में 837.11 करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि का वितरण किया गया। बहरहाल, भोपाल गैस त्राासदी पीड़ितों को मुआवजा देने के लिए अतिरिक्त फंड की मांग करने वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है। गौरतलब है कि दिसंबर 1984 को भोपाल स्थित यूनियन कार्बाइड के संयंत्र में गैस रिसाव के कारण काफी संख्या में लोगों की मौत हो गई थी।


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भोपाल गैस त्रासदी : 36 वर्ष बाद भी मिल रहे हैं अनुग्रह राशि का दावा करने वाले आवेदन https://ift.tt/3q6fVwB भोपाल गैस त्रासदी : 36 वर्ष बाद भी मिल रहे हैं अनुग्रह राशि का दावा करने वाले आवेदन
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किसान आंदोनल तेज करने की कवायद, मार्च महीने में दर्जनभर महापंचायत https://ift.tt/3dUa4Z1

February 28, 2021
नई दिल्ली कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन को तीन महीने हो चुके हैं। ऐसे में मार्च महीने में दर्जन भर महापंचायत आयोजित की जा रही है, ताकि इस आंदोलन को और धार दी जा सके और लोगों को इन कानूनों के बारे में जागरूक किया जा सके। लेकिन बार बार ये सवाल खड़ा हो रहा है कि आखिर सरकार और किसान फिर से बातचीत की टेबल पर क्यों नहीं बैठ रहे हैं। 28 फरवरी से लेकर 22 मार्च तक का कार्यक्रमभारतीय किसान यूनियन की तरफ से 28 फरवरी से लेकर 22 मार्च तक का कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। जिसमें देश के विभिन्न जगहों पर महापंचायतें अयोजित की जाएंगी। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत इन सभी महापंचायतों में शामिल होंगे। रविवार 28 फरवरी को यूपी के सहारनपुर में होने वाली महापंचायत में शामिल होंगे। तेलंगाना में महापंचायत करेंगे टिकैत1 मार्च को उधमसिंह नगर के रुद्रपुर की महापंचायत में शिरकत करेंगे। 2 मार्च को राजस्थान के झुंझनू में, 3 मार्च को राजस्थान के ही नागौर में महापंचायत होगी। इसके बाद 5 मार्च को यूपी के इटावा स्थित सैफई तो 6 मार्च को तेलंगाना में आयोजित कार्यक्रम में राकेश टिकैत शामिल होंगे। 7 मार्च को वह फिर से गाजीपुर बॉर्डर के कार्यक्रम में शिरकत करेंगे, इसके बाद 8 मार्च को एमपी के श्योपुर में शिरकत करेंगे, 10 मार्च को यूपी के बलिया में किसान आयोजित महापंचायत में शामिल होंगे। पूरे भारत में महापंचायत12 मार्च को राजस्थान के जोधपुर तो 14 मार्च को मध्यप्रदेश के रीवा में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करेंगे आखिर में 20, 21 और 22 मार्च को कर्नाटक में कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। किसानों की तरफ से यह साफ कर दिया है कि जब तक सरकार बात नहीं करती है तब तक इसी तरह से कृषि कानूनों के खिलाफ आवाज उठती रहेगी। सरकार और किसानों की 11 दौर की बातचीत के बाद अभी तक फिर से बातचीत के कोई संकेत नजर नहीं आ रहें है, ऐसे में किसान बॉर्डर पर ही बैठे हुए है, इसपर जब राकेश टिकैत से जब पूछा गया तो उन्होंने कहा, "आम जनता को साथ में आना चाहिए, आम जनता को ही सरकार के खिलाफ आंदोलन करना चाहिए।" जब राकेश टिकैत से फिर पूछा गया कि आप ही सरकार से बात नहीं करेंगे तो हल कैसे निकलेगा?


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किसान आंदोनल तेज करने की कवायद, मार्च महीने में दर्जनभर महापंचायत https://ift.tt/3dUa4Z1 किसान आंदोनल तेज करने की कवायद, मार्च महीने में दर्जनभर महापंचायत
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तेजस, आत्मनिर्भर भारत, बच्चों की परीक्षाएं सहित इन मुद्दों पर पीएम मोदी ने की 'मन की बात', पढ़िए 10 बड़ी बातें https://ift.tt/37SFtHo

February 28, 2021
नई दिल्ली PM Modi Mann Ki Baat: पीएम मोदी ने अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने हरिद्वार कुंभ, बच्चों की परीक्षाएं, सफल खेती, पानी का बचाव, संत रविदास जयंती और विज्ञान दिवस सहित तमाम मुद्दों पर अपनी बात रखी। इस दौरान पीएम मोदी ने उन तमाम लोगों का जिक्र किया जिन्होंने साज के लिए कुछ बेहतर काम किया। पीएम मोदी के मन की बात के कार्यक्रम 1- हम अपने सपनों के लिए किसी दूसरे पर निर्भर रहें, ये बिलकुल ठीक नहीं है। जो जैसा है वो वैसा चलता रहे, रविदास जी कभी भी इसके पक्ष में नहीं थे। आज हम देखते हैं कि देश का युवा भी इस सोच के पक्ष में बिलकुल नहीं है। 2- आज ‘National Science Day’ भी है। आज का दिन भारत के महान वैज्ञानिक, डॉक्टर सी.वी. रमन जी द्वारा की गई ‘Raman Effect’ खोज को समर्पित है। केरल से योगेश्वरन जी ने नमो ऐप पर लिखा है कि रमन प्रभाव ( Raman Effect) की खोज ने पूरी विज्ञान की दिशा को बदल दिया था। 3- इस कोरोना के समय में मैंने कुछ समय निकालकर exam warrior book में भी कई नए मंत्र जोड़ दिए हैं। इन मंत्रों से जुड़ी ढेर सारी इंट्रेस्टिंग एक्टीविटीज NarendraModi App पर दी हुई है जो आपके अंदर के exam warrior केा ignite करने में मदद करेंगी। 4- आने वाले कुछ महीने आप सब के जीवन में विशेष महत्व रखते हैं। अधिकतर युवा साथियों की परीक्षाएं होंगी। आप सबको warrior बनना है worrier नहीं। हंसते हुए परीक्षा देने जाना है और मुस्कुराते हुए लौटना है। 5- कुछ दिन पहले हैदराबाद की अपर्णा रेड्डी जी ने मुझसे ऐसा ही एक सवाल पूछा। उन्होंने कहा कि आप इतने साल से पी.एम. हैं, इतने साल सी.एम. रहे, क्या आपको कभी लगता है कि कुछ कमी रह गई। अपर्णा जी का सवाल बहुत सहज है लेकिन उतना ही मुश्किल भी। मैंने इस सवाल पर विचार किया और खुद से कहा मेरी एक कमी ये रही कि मैं दुनिया की सबसे प्राचीन भाषा – तमिल सीखने के लिए बहुत प्रयास नहीं कर पाया, मैं तमिल नहीं सीख पाया। यह एक ऐसी सुंदर भाषा है, जो दुनिया भर में लोकप्रिय है। 6- आप हमारे मंदिरों को देखेंगे तो पाएंगे कि हर मंदिर के पास तालाब होता है। हजो में हयाग्रीव मधेब मंदिर, सोनितपुर के नागशंकर मंदिर और गुवाहाटी में उग्रतारा मंदिर के पास इस प्रकार के तालाब हैं। इनका उपयोग विलुप्त होते कछुओं की प्रजातियों को बचाने के लिए किया जा रहा है। 7- आत्म निर्भर भारत की पहली शर्त होती है- अपने देश की चीजों पर गर्व होना, अपने देश के लोगों द्वारा बनाई वस्तुओं पर गर्व होना। जब प्रत्येक देशवासी गर्व करता है, प्रत्येक देशवासी जुड़ता है, तो आत्मनिर्भर भारत सिर्फ एक आर्थिक अभियान न रहकर एक National spirit बन जाता है। 8- जब आसमान में हम अपने देश में बने Fighter Plane Tejas को कलाबाजिंयां खाते देखते हैं, तब भारत में बने टैंक, मिसाइलें हमारा गौरव बढ़ाते हैं। 9- जब हम दर्जनों देशों तक मेड इन इंडिया वैक्सीन को पहुंचाते हुए देखते हैं तो हमारा माथा और ऊंचा हो जाता है। 10- संत रविदास जी ने समाज में व्याप्त विकृतियों पर हमेशा खुलकर अपनी बात कही। उन्होंने इन विकृतियों को समाज के सामने रखा। उसे सुधारने की राह दिखाई। तभी तो मीरा जी ने कहा था- "गुरु मिलिया रैदास, दीन्हीं ज्ञान की गुटकी।"रविदास जी कहते थें- करम बंधन में बन्ध रहियो, फल की ना तज्जियो आस। कर्म मानुष का धम्र है, सत् भाखै रविदास।। अर्थात हमें निरंतर अपना कर्म करते रहना चाहिए, फिर फल तो मिलेगा ही मिलेगा, कर्म से सिद्धि तो होती ही होती है।


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इसरो ने श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया PSLV-C51, जानें क्यों खास है यह लॉन्चिंग https://ift.tt/3syxRSj

February 28, 2021
नई दिल्ली इसरो ने रविवार को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से PSLV-C51 को लॉन्च किया। यह देश में अपनी तरह का पहला स्पेस मिशन है। PSLV-C51 अपने साथ ब्राजील के सैटेलाइट एमेजोनिया-1 समेत 18 अन्य उपग्रह लेकर गया है। इनमें 13 सैटेलाइट अमेरिका के हैं। यह इसरो का 2021 में पहला लॉन्च है। इस लॉन्‍च की खास बात यह है कि इसके साथ भगवदगीता भी अंतरिक्ष में भेजी गई है। उपग्रहों की संख्या 342 पहुंची इसरो के इस सफल प्रक्षेपण के साथ ही भारत की तरफ से लॉन्च किए जाने वाले विदेशी सैटेलाइटों की संख्या बढ़कर 342 हो गई है। रविवार को लॉन्च हुए PSLV-C51 रॉकेट के उड़ान की समय सीमा 1 घंटा, 55 मिनट और 7 सेकंड की थी। अंतिम समय में रोकना पड़ा आनंद का प्रक्षेपण इसरो ने सॉफ्टवेयर संबंधी कुछ कारणों के चलते अंतिम समय में उपग्रह आनंद और नैनो सेटेलाइट रॉकेट के साथ प्रक्षेपित नहीं करने का फैसला किया। रविवार को जिन उपग्रहों को प्रक्षेपित किया गया उनमें चेन्‍नै की स्पेस किड्ज़ इंडिया (SKI) का सतीश धवन SAT (SD SAT) शामिल है। इसके शीर्ष पैनल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर उकेरी गई है। SKI ने भगवदगीता को SD कार्ड में भेजा है। जंगलों की कटाई पर रखेगा नजर भारत की तरफ से पहली बार ब्राजील के उपग्रह को अंतरिक्ष में भेजा गया है। ब्राजील का उपग्रह अमेजोनिया-1 अमेजन में जंगलों की कटाई पर नजर रखेगा। इसरो ने बताया कि अमेजोनिया-1 उपग्रह की मदद से अमेजन क्षेत्र में वनों की कटाई और ब्राजील में कृषि क्षेत्र से संबंधित अलग-अलग एनालिसिस के लिए यूजर्स को रिमोट सेंसिंग डेटा प्रदान कर मौजूदा संरचना को और भी मजबूत बनाने का काम किया जाएगा। तीन सैटेलाइट यूनिटीसैट्स से संबंधित तीन भारतीय शैक्षणिक संस्थानों के संघ यूनिटीसैट्स से हैं, जिनमें श्रीपेरंबदुर में स्थित जेप्पिआर इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, नागपुर में स्थित जी. एच. रायसोनी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग और कोयंबटूर में स्थित श्री शक्ति इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी शामिल हैं। एक का निर्माण सतीश धवन सैटेलाइट स्पेस किड्ज इंडिया द्वारा किया गया है। अतंरिक्ष में सुधारों के नए युग की शुरुआत लॉन्चिंग से कुछ समय पहले इसरो प्रमुख के सिवन ने कहा था कि पीएसएलवी-सी51 (ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान) हमारे लिए विशेष है। यह पूरे देश के लिए खास बात है। उन्होंने कहा कि इसके साथ भारत में अंतरिक्ष सुधारों के एक नए युग की शुरुआत होने जा रही है। सिवन ने कहा था, मुझे यकीन है कि निजी लोग इस कवायद को और आगे ले जाएंगे और पूरे देश को सेवाएं देंगे।


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इसरो ने श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया PSLV-C51, जानें क्यों खास है यह लॉन्चिंग https://ift.tt/3syxRSj इसरो ने श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया PSLV-C51, जानें क्यों खास है यह लॉन्चिंग
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कल से 60 साल और 45 से 59 साल के बीमार लोगों का शुरू होगा वैक्सीनेशन, यहां पढ़िए अपने हर सवाल का जवाब https://ift.tt/3uHqV7w

February 28, 2021
नई दिल्ली 16 जनवरी से शुरू हुआ वैक्सीनेशन प्रोग्राम अब एक कदम और आगे बढ़ने जा रहा है। 1 मार्च से वह सभी लोग वैक्सीन ले सकते हैं, जिनकी उम्र 1 जनवरी 2022 को 60 साल की हो रही है। इसके अलावा वह भी वैक्सीन ले सकते हैं जो 45 साल के हैं और गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। अब तक हेल्थ केयर वर्कर और फ्रंटलाइन वर्कर का वैक्सीनेशन हुआ है। 45 से 60 साल के हैं तो कैसे मिलेगी वैक्सीनइस वर्ग में उन्हीं लोगों को वैक्सीन दी जाएगी जो गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं। डायबिटीज, हाइपरटेंशन, कैंसर, दिल, गुर्दे, फेफडों से जुड़ी बीमारियां, किडनी से जुड़ी बीमारी, एचआईवी समेत 20 बीमारियों को शामिल किया गया है। इस उम्र के लोगों को अपनी बीमारी के सर्टिफिकेट देने होंगे। यह सर्टिफिकेट भी रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर के ही मान्य होंगे। वैक्सीन की कीमत क्या हैसरकारी अस्पतालों में वैक्सीन निशुल्क रहेगी। मिनिस्ट्री के निर्देशानुसार प्राइवेट अस्पतालों में भी इसकी कीमत 250 रुपये प्रति डोज से अधिक नहीं ली जा सकेगी। हालांकि दिल्ली में इसकी कीमत क्या होगी इसका खुलासा अभी नहीं किया गया है। इन डाक्युमेंट से ले सकेंगे वैक्सीनसरकार से अप्रूव किए गए 12 पहचान पत्र हैं। इनमें आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, मिनिस्ट्री ऑफ लेबर स्कीम द्वारा जारी हेल्थ इंश्योरेंस स्मार्ट कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, वोटर पहचान पत्र के अलावा एमपी, एमएलए और एमएलसी को जारी किए गए सरकारी पहचान पत्र, पैन कार्ड, बैंक या पोस्ट ऑफिस की फोटोयुक्त पासबुक, पेंशन डॉक्युमेंट मान्य होंगे। इसके अलावा केंद्र, राज्य सरकार, पब्लिक लिमिटेड कंपनियों के सर्विस पहचान पत्र और रजिस्ट्ररार जनरल ऑफ इंडिया की तरफ से जारी किया गया स्मार्ट कार्ड (नैशनल पॉपुलेशन रजिस्टर) मान्य होगा। कौन सी वैक्सीन लगेगीइस बार पहले चरण में लोगों को दोनों वैक्सीन को चुनने की आजादी नहीं होगी। न ही रजिस्ट्रेशन के समय यह बताया जाएगा कि उन्हें कौन सी वैक्सीन लग रही है। कोविशिल्ड और कोवैक्सीन दोनों भारत में दी जा रही हैं। कहां पर लगेगी वैक्सीनइसका चयन आप रजिस्ट्रेशन के समय कर सकते हैं। अभी तक राजधानी में 212 अस्पतालों में 308 वैक्सीन सेंटरों की लिस्ट जारी की गई है। यहां पर 1 मार्च से वैक्सीन लगेंगी। इनकी संख्या जल्द ही बढ़ा दी जाएगी। दूसरे डोज के लिए कब आ सकते हैंपहली वैक्सीन लेने के बाद वैक्सीनेशन ऑफिसर आपकी प्रोफाइल के चेकबॉक्स में कंपलीट पर टिक करेगा। यह को-विन सिस्टम पर होगा। इसके बाद आपको रजिस्टर्ड फोन पर एमएसएस के जरिए एक लिंक दिया जाएगा। इस लिंक को खोलकर आप 29 से 42 दिनों के अंदर अपना दूसरा डोज ले सकते हैं। दोनों डोज पूरी होने के बाद कोविन सिस्टम पर आपको एक क्यूआर बेस्ट सर्टिफिकेट रजिस्टर्ड मोबाइल पर भेजा जाएगा। इन समस्याओं से जूझ रहे हैं तो कल से टीका लगवा सकते हैं : 1. पिछले एक साल में अगर कोई हार्ट फेल्योर की वजह से अस्पताल में भर्ती हुआ हो 2. पोस्ट कार्डियक ट्रांसप्लांट/लेफ्ट वेंट्रिकुलर असिस्ट डिवाइस (LVAD) 3. सिग्निफिकेंट लेफ्ट वेंट्रीकुलर सिस्टोलिक डिस्फंक्शन (LVEF<40%) 4. मॉडरेट या सिवियर वेल्वुलर हार्ट डिसीज 5. कंजेनिटल हार्ट डिसीज विद सिवियर पीएएच ऑर इडियोपैथिक पीएएच 6. कोरोनरी आर्टरी डिसीज (सीएबीजी/PTCA/MI की हिस्ट्री के साथ) और हाइपरटेंशन/डायबिटीज जिसका इलाज चल रहा हो 7. एन्गिना और हाइपरटेंशन/डायबिटीज ट्रीटमेंट 8. स्ट्रोक (सीटी/एमआरआई टेस्ट में) और हाइपरटेंशन/डायबिटीज 9. पल्मोनरी आर्टरी हाइपरटेंशन और हाइपरटेंशन/डायबिटीज 10. डायबीटीज (10 साल से ज्यादा वक्त से या जटिलताओं के साथ) और हाइपरटेंशन 11. किडनी/लीवर/हेमैटोपोएटिक स्टेम सेल ट्रांसप्लांट कराने वाले या इसकी वेट लिस्ट में शामिल 12. एंड स्टेज किडनी डिसीज ऑन हैमोडायलिसिस/सीएपीडी 13. लंबे वक्त से ओरल कोर्टिकोस्टेरॉयड्स का इस्तेमाल/इम्यूनिटी को कम करने वाली दवाइयों का इस्तेमाल करने वाले 14. डिकंपेन्सेटेड सिरोसिस 15. पिछले दो सालों में सांस से गंभीर बीमारी की वजह से कभी अस्पताल में भर्ती/FEVI<50% 16. लिम्फोमा/ल्यूकोमिया/मिलोमा 17. एक जुलाई 2020 या उसके बाद जांच में किसी तरह के कैंसर की पुष्टि या कोई कैंसर थेरेपी 18. सिकल सेल डिसीज/बोम मैरो फेल्योर/एप्लास्टिक एनीमिया/थैलासेमिया मेजर 19. प्राइमरी इम्यूनोडिफिएंसी डिसीज/एचआईवी संक्रमण 20. अपंगता जैसे इंटेलेक्चुअल डिसेबिलिटीज/मस्कुलर डिस्ट्रोफी/एसिड अटैक से श्वसन तंत्र का प्रभावित होना/ दिव्यांग व्यक्ति/अंधापन-बहरापन


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जैश-उल-हिंद ने ली मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक रखने की जिम्मेदारी, कहा- पिक्चर अभी बाकी है https://ift.tt/3kvqEQ5

February 28, 2021
मुंबई महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक मिलने के मामले में रविवार को बड़ी खबर सामने आई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आतंकी संगठन जैश-उल-हिंद ने अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक रखने की जिम्मेदारी ली है। बताया गया कि घटना की जिम्मेदारी लेते हुए जैश-उल-हिंद ने कहा कि बिग पिक्चर आना अभी बाकी है। बता दें कि मामले में एनआईए और मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच जांच में लगी हैं। एक टेलिग्राम संदेश के जरिए जैश-उल-उल हिंद ने दावा किया एसयूवी में विस्फोटक रखने वाले आतंकवादी सही-सलामत घर पहुंच गए हैं। संदेश में आगे लिखा है कि यह सिर्फ एक ट्रेलर था और पूरी पिक्चर आना अभी बाकी है। संदेश में मुकेश अंबानी से पैसे की भी मांग की गई है। लिखा है कि अगर अंबानी उसकी मांगों को नहीं मानते हैं तो अगली बार वह उनके बेटे की कार पर हमला करेंगे। 'TERROR AT AMBANI HOUSE' के टाइटल वाले मेसेज में आतंकवादियों ने लिखा है कि आप (अंबानी) जानते हैं कि क्या करना है। जो पैसे आपसे देने के लिए कहे गए हैं वह ट्रांसफर करें और अपने 'फैट किड्स' के साथ खुशी से रहें। बता दें कि जैश-उल-हिंद संगठन ने ही दिल्ली में इजराइल दूतावास पर हमले की जिम्मेदारी ली थी। एनआईए-मुंबई पुलिस कर रही जांच इस मामले में मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच और एनआईए दोनों मिलकर जांच कर रहे हैं। पुलिस ने पहले ही मामले में टेरर ऐंगल का अंदेशा जताया था। हालांकि, किसी आतंकवादी संगठन की ओर से जिम्मेदारी न लेने से पुलिस साफतौर पर इसकी पुष्टि नहीं कर रही थी। इलाके में लगे एक सीसीटीवी फुटेज में कार पार्क करते एक संदिग्ध को भी देखा गया है। उसने अपने चेहरे पर मास्क लगाया हुआ था। पुलिस ने संदिग्ध की शिनाख्त कर ली है और मामले में उसके कनेक्शन की जांच में लग गई है। यह भी पढ़ेंः पुलिस को ऐसी जानकारी भी मिली है कि कार में जो विस्फोटक इस्तेमाल किया गया है वह कानपुर में बना है। पुलिस ने विस्फोटक निर्माण कंपनी से विस्तृत जानकारी ली है। कार में जो धमकी भरा लेटर मिला था, वह गुजराती भाषा में था। वहीं, आतंकी संगठन ने मामले की जिम्मेदारी लेते हुए जो अपना संदेश जारी किया है वह अंग्रेजी में है। क्या है मामला दरअसल, उद्योगपति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के घर एंटीलिया (Antilia) के बाहर जिलेटिन से भरी कार बरामद हुई थी। पुलिस ने बताया कि ढाई किलोग्राम वजन की 20 जिलेटिन की छड़ी कार से बरामद हुई थी, जो तकरीबन 3 हज़ार स्क्वायर फीट के परिसर को दहलाने के लिए काफी है। इसके बाद से सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया। पूरा शहर छावनी में तब्दील हो गया। मुंबई पुलिस जगह-जगह नाकेबंदी लगाकर चेकिंग अभियान चला रही है। अंबानी के घर से कुछ फासले की दूरी पर मिली जिलेटिन से भरी स्कॉर्पियो में एक धमकी भरा खत भी मिला। इस खत में लिखा था, 'मुकेश भैया ऐंड नीता भाभी, ये तो ट्रेलर था। पूरी पिक्चर अभी बाकी है। हमारी तैयारी पूरी हो चुकी है।' इजराइली दूतावास पर हमले की भी ली थी जिम्मेदारी बता दें कि जैश-उल-संगठन वही संगठन है जिसने हाल ही में दिल्ली में इजराइली दूतावास के सामने विस्फोट कराया था। उस घटना की जिम्मेदारी लेते हुए भी संगठन ने टेलिग्राम पर एक संदेश जारी किया था। मेसेज में सबसे ऊपर ‘A STRIKE IN THE HEART OF DELHI’ लिखा था। इस मेसेज के आखिर में भी यही धमकी दी गई है कि यह तो अभी सिर्फ शुरुआत है...आगे हम भारत के बड़े शहरों को टारगेट करेंगे। धमाके वाली जगह पर जांच का फोटो भी संगठन ने मेसेज के साथ पोस्ट किया है। सूत्रों की मानें, ‘’ नाम का संगठन ‘जैश-उल-अद्ल’ की आइडियोलॉजी से जुड़ा हो सकता है।


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जैश-उल-हिंद ने ली मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक रखने की जिम्मेदारी, कहा- पिक्चर अभी बाकी है https://ift.tt/3kvqEQ5 जैश-उल-हिंद ने ली मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक रखने की जिम्मेदारी, कहा- पिक्चर अभी बाकी है
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बाबरी मस्जिद पक्षकार इकबाल अंसारी ने भी राम मंदिर के लिए किया दान https://ift.tt/3b2S4df

February 28, 2021
अयोध्या श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मंदिर निर्माण के लिए चलाए जा रहे समर्पण निधि अभियान के आखिरी दिन बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने भी दान किया है। संघ व वीएचपी के कार्यकताओं को उन्होंने राधा-कृष्ण की फोटो वाले बंद लिफाफे को सौंपा। इसमें उन्‍होंने अपने मरहूम पिता हाशिम अंसारी और परिवार के अन्य सदस्यों के नाम भी लिखे थे। गुप्त दान का कारण बताते हुए उन्होंने कहा मुस्लिम धर्म में साफ लिखा है दान गुप्त होना चाहिए, इसलिए उन्होंने यह परंपरा निभाई है। उन्होंने कहा अयोध्या में सभी धर्मों के लोग रहते हैं। राम नगरी में राम का मंदिर बन रहा है यह खुशी की बात है। इकबाल अंसारी ने कहा, 'दान देना और लेना हर धर्म की परंपराएं हैं। यहां सभी धर्मों के लोग एक साथ रहते हैं। अयोध्या साधु-संतों और फकीरों की नगरी है। हम सभी लोग एक दूसरे के यहां आते-जाते हैं और धार्मिक कार्यक्रमों में एक दूसरे की मदद भी की जाती है। उन्होंने आगे कहा कि जिस काम में सभी धर्मों के लोग मिलकर जुटते हैं वह कार्य ताकतवर होता है, और समाज में एक अच्छा माहौल बनता है। किसी भी धर्म का धार्मिक काम हो दान खुल कर देना चाहिए।


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बाबरी मस्जिद पक्षकार इकबाल अंसारी ने भी राम मंदिर के लिए किया दान https://ift.tt/3b2S4df बाबरी मस्जिद पक्षकार इकबाल अंसारी ने भी राम मंदिर के लिए किया दान
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30 सेकेंड में सो जाता हूं...तमिलनाडु में PM मोदी पर निशाना साध क्या बोले राहुल गांधी https://ift.tt/3b0zceF

February 28, 2021
चेन्नै तमिलनाडु विधानसभा चुनावों () की तारीख के ऐलान के साथ ही कांग्रेस नेता (Rahul Gandhi) ने भी चुनावी बिगुल फूंक दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री ई. पलानिस्वामी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनका रिमोट कंट्रोल पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi) के पास है। राहुल ने यह भी कहा कि पीएम मोदी से नहीं डरने की वजह से रात में चैन की नींद सोते हैं। तमिलनाडु के थूथुकुडी में प्रदेश की 3 दिवसीय यात्रा की शुरुआत करते हुए राहुल ने कहा, 'मैं रात में सोने जाता हूं तो मुझे 30 सेकेंड के अंदर ही नींद आ जाती है क्योंकि मैं मिस्टर मोदी से नहीं डरता। तमिलनाडु के सीएम को कितना समय लगता है? वह रात में ठीक से सो नहीं सकते क्योंकि वह ईमानदार नहीं है। अब मुख्यमंत्री बेईमान हैं, इसलिए वह मिस्टर मोदी के खिलाफ खड़े नहीं हो सकते हैं।' उन्होंने कहा, 'नरेंद्र मोदी को यह लगता है कि सीएम के करप्ट होने की वजह से वह तमिलनाडु के लोगों को आसानी से कंट्रोल कर सकते हैं। मिस्टर मोदी को लगता है तमिलनाडु उनके टेलीविजन की तरह है। वह उठेंगे और रिमोट से जो भी चाहेंगे, कर लेंगे। वह वॉल्यूम बढ़ा देंगे तो सीएम तेज आवाज में बोलने लगेंगे और कम कर देंगे तो धीमी आवाज में। उन्हें लगता है कि वह तमिलनाडु के लोगों को कंट्रोल कर सकते हैं लेकिन लोग रिमोट से बैटरी हटाकर इसे फेंकने जा रहे हैं।' कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल ने कहा, 'आज साल 10 में एक मजदूर ने मुझसे कहा हम जो नमक यहां इकट्ठा कर रहे हैं उससे कोरोना के खिलाफ जंग में मदद मिल रही है। नमक इकट्ठा कर इसे दवा के लिए भेजा जाता है, इससे मैं केवल नमक इकट्ठा नहीं कर रहा हूं, बल्कि देश को कोरोना से बचा रहा हूं। यह आपके राज्य की खूबसूरती है।' इस चुनाव में नहीं होंगे ये चेहरे तमिलनाडु की 234 विधानसभा सीटों पर 6 अप्रैल को मतदान होना है। हालांकि इस चुनाव में तमिलनाडु के दो फेमस चेहरे नजर नहीं आएंगे। दरअसल तमिलनाडु में यह पहली बार है जब सालों तक सत्ता पर राज करने वाले एम करूणानिधि और जयललिता के बगैर विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा।


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30 सेकेंड में सो जाता हूं...तमिलनाडु में PM मोदी पर निशाना साध क्या बोले राहुल गांधी https://ift.tt/3b0zceF 30 सेकेंड में सो जाता हूं...तमिलनाडु में PM मोदी पर निशाना साध क्या बोले राहुल गांधी
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Mann Ki Baat: आज फिर ‘मन की बात’ करेंगे PM मोदी, दे सकते हैं प्रेरक उदाहरण https://ift.tt/37TSQqJ

February 28, 2021
नई दिल्ली प्रधानमंत्री (PM Modi) आज सुबह 11 बजे ‘’ () करेंगे। वह अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम के जरिए देशवासियों को संबोधित करेंगे। यह उनके रेडियो कार्यक्रम का 74वां एपिसोड है। पीएम मोदी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर लोगों से इस महीने की शुरुआत में ‘मन की बात’ के लिए अलग-अलग विषयों पर विचार और सुझाव मांगे थे। इस बार पीएम मोदी कई मुद्दों को लेकर अपनी राय रख सकते हैं। मन की बात का प्रसारण आकाशवाणी समाचार की वेबसाइट www.newsonair.com के साथ-साथ दूरदर्शन पर सुबह 11 बजे से होगा। इसके अलावा यह नरेंद्र मोदी ऐप पर भी उपलब्ध होगा। सूचना और प्रसारण मंत्रालय के यूट्यूब चैनल पर भी यह उपलब्ध होगा। पीएम मोदी के ट्विटर हैंडल और फेसबुक पेज के जरिए भी इसे सुना जा सकता है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इस साल का दूसरा 'मन की बात' भी है। पीएम मोदी ने कुछ दिन पहले ट्वीट कर 'मन की बात' के लिए विचारों को आमंत्रित करने वाले लोगों के लिए एक लिंक साझा किया था। पीएम मोदी ने लिखा था, 'प्रेरक उदाहरणों के माध्यम से, जनवरी के 'मन की बात' ने कला, संस्कृति, पर्यटन और कृषि नवाचार से लेकर विविध विषयों पर प्रकाश डाला। फरवरी में कार्यक्रम के लिए ऐसे और प्रेरक उपाख्यान सुनना पसंद करेंगे, जो 28 तारीख को होंगे।' 'मन की बात' का प्रसारण आकाशवाणी, डीडी और नरेंद्र मोदी एप पर भी किया जाएगा, जिसे आप लाइव सुन सकते हैं। हिंदी में प्रसारण के तुरंत बाद 'मन की बात' कार्यक्रम का प्रसारण आकाशवाणी से क्षेत्रीय भाषाओं में किया जाएगा। अपने मोबाइल फोन पर 'मन की बात' सुनने के लिए आप 1922 नंबर पर मिस्‍ड कॉल कर सकते हैं।


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Mann Ki Baat: आज फिर ‘मन की बात’ करेंगे PM मोदी, दे सकते हैं प्रेरक उदाहरण https://ift.tt/37TSQqJ Mann Ki Baat: आज फिर ‘मन की बात’ करेंगे PM मोदी, दे सकते हैं प्रेरक उदाहरण
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19 सैटलाइट, साथ में भगवदगीता... आज साल की सबसे बड़ी खुशखबरी देगा ISRO https://ift.tt/3bJYZqS

February 28, 2021
बेंगलुरु भारत का रॉकेट PSLV-C51 रविवार सुबह 10:24 पर श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (SDSC) से पहली बार ब्राजील का उपग्रह लेकर अंतरिक्ष जाएगा। यह इसरो का 2021 में पहला लॉन्च है। इस लॉन्‍च की खास बात यह है कि इसके साथ भगवदगीता भी अंतरिक्ष में भेजी जाएगी। ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (PSLV) का 53वां मिशन PSLV-C51 है। रॉकेट से ब्राजील के उपग्रह के साथ 18 अन्य उपग्रह जाएंगे। इनमें से 13 अमेरिका से हैं। ब्राजील का उपग्रह अमेजोनिया-1 अमेजन में जंगलों की कटाई पर नजर रखेगा। इस मिशन के लिए उल्टी गिनती शनिवार सुबह आठ बजकर 54 मिनट पर शुरू हो गई। PSLV-C51 रॉकेट के उड़ान की समय सीमा 1 घंटा, 55 मिनट और 7 सेकंड की होगी। अगर रविवार सुबह रॉकेट की लॉन्चिंग सफल रहती है, तो भारत की तरफ से लॉन्च किए गए विदेशी सैटेलाइट की कुल संख्या 342 हो जाएगी। 20 उपग्रह होने वाले थे प्रक्षेपितभारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने 5 फरवरी को घोषणा की थी कि मुख्य उपग्रह के साथ 20 और उपग्रह भी होंगे। हालांकि बाद में सॉफ्टवेयर संबंधी कुछ कारणों के चलते उपग्रह आनंद और नैनो सेटेलाइट रॉकेट के साथ प्रक्षेपित नहीं करने का फैसला हुआ। भगवदगीता भी जाएगीप्रक्षेपित किए जाने वाले उपग्रहों में चेन्‍नै की स्पेस किड्ज़ इंडिया (SKI) का सतीश धवन SAT (SD SAT) शामिल है। इसके शीर्ष पैनल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर उकेरी गई है। SKI भगवदगीता को SD कार्ड में भेज रहा है।


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हिंदुस्तान के लिए आज की तारीख है बेहद खास, वैज्ञानिक सीवी रमन ने खोजा गया था रमन प्रभाव https://ift.tt/3uHadVx

February 28, 2021
नई दिल्ली28 फरवरी यानी आज का दिन हिंदुस्तान के लिए बेहद खास तारीख है। सन् 1928 को महान वैज्ञानिक और नोबेल विजेता (CV Raman) ने अपने मशहूर रमन प्रभाव (Raman Effect) की खोज की थी। इससे भी ज्यादा खास बात ये है कि ये पहली बार था जब किसी भारतीय को विज्ञान में नोबेल पुरस्कार मिला है। इसी कारण 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस () मनाया जाता है। देश की तमाम हस्तियों ने राष्ट्रीय विज्ञान दिवस की शुभकामनाएं दी। केंद्रीय मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने लिखा ने लिखा है कि #NationalScienceDay पर देश के सभी वैज्ञानिकों को हार्दिक बधाई। यह दिवस देश के वैज्ञानिकों की प्रतिभा व उनके दृढ़ निश्चय को सलाम करने का है। विशेषकर, कोरोना काल में हमारे वैज्ञानिकों ने अपने नए अनुसंधानों से देश और दुनिया की जो मदद की है, वह अद्भुत है। रमन प्रभाव की खोज 28 फरवरी 1928 को भारतीय भौतिक विज्ञानी सर सी वी रमन ने रमन प्रभाव की खोज की थी। तभी से आज के दिन को भारत में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया जाता है। उनकी खोज के लिए सर सी.वी. 1930 में रमन को भौतिकी का नोबेल पुरस्कार दिया गया। विज्ञान के क्षेत्र में भारत को पहली बार नोबेल पुरुस्कार दिलाने वाले डा. सीवी रमन ही थे। क्या होता है रमन प्रभावरमन प्रभाव बताता है कि जब प्रकाश किसी ट्रांसपैरंट यानी पारदर्शी मटीरियल से गुजरता है तो उस दौरान प्रकाश की तरंगदैर्ध्‍य में बदलाव दिखता है। यानी जब प्रकाश की एक तरंग एक द्रव्य से निकलती है तो इस प्रकाश तरंग का कुछ भाग एक ऐसी दिशा में फैल जाता है जो कि आने वाली प्रकाश तरंग की दिशा से भिन्न है। प्रकाश के क्षेत्र में उनके इस काम के लिए 1930 में फिजिक्स में नोबेल प्राइज मिला। प्रकाश के क्षेत्र में किए गए उनके काम का आज भी कई क्षेत्रों में प्रयोग हो रहा है। चांद पर पानी की खोज में प्रमुख हाथरमन स्पैक्ट्रोस्कोपी का इस्तेमाल दुनिया भर के केमिकल लैब में होता है, इसकी मदद से पदार्थ की पहचान की जाती है। औषधि क्षेत्र में कोशिका और उत्तकों पर शोध के लिए और कैंसर का पता लगाने तक के लिए इसका इस्तेमाल होता है। मिशन चंद्रयान के दौरान चांद पर पानी का पता लगाने के पीछे भी रमन स्पैकट्रोस्कोपी का ही योगदान था।


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हिंदुस्तान के लिए आज की तारीख है बेहद खास, वैज्ञानिक सीवी रमन ने खोजा गया था रमन प्रभाव https://ift.tt/3uHadVx हिंदुस्तान के लिए आज की तारीख है बेहद खास, वैज्ञानिक सीवी रमन ने खोजा गया था रमन प्रभाव
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जब टीचर ने की थी राजेंद्र बाबू की तारीफ, कही थी यह बात https://ift.tt/2ZWVAzn

February 28, 2021
नई दिल्ली देश के प्रथम राष्ट्रपति की पुण्यतिथि पर देशभर में लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। भारत के राष्ट्रपति के रूप में उनका कार्यकाल 26 जनवरी 1950 से 14 मई 1962 तक का रहा। वह दो कार्यकाल पूरा करने वाले एकमात्र राष्ट्रपति रहे। 1962 में उन्हें 'भारतरत्‍न' की सर्वश्रेष्ठ उपाधि से सम्मानित भी किया गया था। डॉ राजेंद्र प्रसाद बेहद लोकप्रिय थे, इसी वजह से उन्‍हें राजेंद्र बाबू या देश रत्‍न कहा जाता था। राजेंद्र प्रसाद पढ़ाई लिखाई में अच्छे थे, उन्हें अच्छा स्टूडेंट माना जाता था. उनकी एग्जाम शीट को देखकर एक एग्जामिनर ने कहा था कि ‘The Examinee is better than Examiner'। राजेन्द्र बाबू ने अपनी आत्मकथा के अलावा कई पुस्तकें भी लिखीं, जिनमें 'बापू के कदमों में बाबू', 'इंडिया डिवाइडेड', 'सत्याग्रह ऐट चम्पारण', 'गांधीजी की देन' और 'भारतीय संस्कृति व खादी का अर्थशास्त्र' शामिल हैं। अपने जीवन के आखिरी वक्‍त में वह पटना के निकट सदाकत आश्रम में रहने लगे थे। यहां पर 28 फरवरी 1963 में उनका निधन हो गया। सूचना प्रसारण मंत्री ने किया ट्वीट सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने ट्वीट कर देश के पहले राष्ट्रपति को याद किया। जावड़ेकर ने अपने ट्वीट में लिखा कि देश के प्रथम राष्‍ट्रपति भारत रत्न डॉ. राजेन्द्र प्रसाद जी की पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि। मध्यप्रदेश की गवर्नर आनंदी बेन पटेल ने ट्वीट कर लिखा कि भारतीय संविधान के निर्माण में अहम भूमिका निभाने वाले, स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति, भारत रत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद जी को उनकी पुण्यतिथि पर सादर नमन। आदर्श मूल्य हम सभी के लिए प्रेरणाः सचिन पायलट कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने ट्वीट कर लिखा कि भारत के प्रथम राष्ट्रपति एवं महान स्वतंत्रता सेनानी 'भारत रत्न' डॉ. राजेन्द्र प्रसाद जी की पुण्यतिथि पर मैं उन्हें सादर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ। भारत के संविधान के निर्माण में उनका अमूल्य योगदान रहा है। डॉ. प्रसाद जी के उच्च विचार व आदर्श मूल्य हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत हैं। जो बात सिंद्धांत में गलत, वह बात व्यवहार... हरियाणा कांग्रेस की नेता कुमारी सैलजा ने पूर्व राष्ट्रपति को उन्हीं की पंक्तियों के साथ याद किया। सैलजा ने लिखा कि "जो बात सिद्धांत में गलत है, वह बात व्यवहार में भी सही नहीं है।'' स्वतंत्रता सेनानी तथा भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद जी की पुण्यतिथि पर उन्हें सादर नमन। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देव ने भी ट्वीट कर देश के पहले राष्ट्रपति को याद किया। बिप्लब ने लिखा कि देश के प्रथम राष्ट्रपति, भारत रत्न डॉ. राजेन्द्र प्रसाद जी की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि।


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जब टीचर ने की थी राजेंद्र बाबू की तारीफ, कही थी यह बात https://ift.tt/2ZWVAzn जब टीचर ने की थी राजेंद्र बाबू की तारीफ, कही थी यह बात
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Opinion Poll : बंगाल में ममता सरकार की वापसी, जानें 5 राज्यों में जनता का मूड https://ift.tt/3bZoFzZ

February 27, 2021
नई दिल्ली पश्चिम बंगाल समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। इस बीच एबीपी न्यूज-सी-वोटर के ताजा ऑपिनियन पोल में पांचों राज्यों के सियासी मिजाज को भांपने की कोशिश की गई। पश्चिम बंगाल में टीएमसी फिर सरकार बनाती दिख रही है। हालांकि, उसकी सीटें कुछ घटेंगी लेकिन ममता बनर्जी लगातार तीसरी बार सूबे की सीएम बन सकती हैं। असम में एक बार फिर बीजेपी की सरकार बन सकती है। पुडुचेरी से भी बीजेपी के लिए गुड न्यूज है जहां पहली बार पार्टी सत्ता का स्वाद चख सकती है। सर्वे के मुताबिक तमिलनाडु में इस बार सत्ता परिवर्तन के आसार हैं। केरल में एक बार फिर लेफ्ट की सरकार बन सकती है। --पश्चिम बंगाल में दीदी का जलवा कायम सर्वे के मुताबिक, पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी जीत की हैटट्रिक लगा सकती हैं। 294 सीटों वाली पश्चिम बंगाल विधानसभा में टीएमसी को 148 से 164 सीटें मिल सकती हैं। पिछली बार 3 सीटें जीतने वाली बीजेपी को जबरदस्त फायदा होता दिख रहा है लेकिन सत्ता में आने का उसका ख्वाब पूरा होता नहीं दिख रहा। बीजेपी को 92 से 108 सीटें मिल सकती हैं। वहीं लेफ्ट-कांग्रेस गठबंधन के खाते में 31 से 39 सीटें आ सकती हैं। बात अगर वोटशेयर की करें तो टीएमसी को 43 प्रतिशत, बीजेपी को 38 प्रतिशत और लेफ्ट-कांग्रेस गठबंधन को 13 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं। --ग्रेटर कोलकाता में टीएमसी का जादू ग्रेटर कोलकाता में टीएमसी का जादू देखने को मिल सकता है। इस रीजन की कुल 35 सीटों में से टीएमसी के खाते में 26 से 30 सीटें मिल सकती हैं। बीजेपी को 2 से 6 और कांग्रेस-लेफ्ट गठबंधन को 2 से 4 सीटें मिल सकती हैं। --उत्तर बंगाल में बीजेपी का दबदबा सर्वे के मुताबिक, उत्तर बंगाल में बीजेपी सत्ताधारी टीएमसी को तगड़ा झटका दे सकती है। रीजन की कुल 56 सीटों में बीजेपी को 21 से 25 सीटें मिल सकती हैं। टीएमसी को 14-18 और कांग्रेस-लेफ्ट गठबंधन को 13 से 15 सीटें मिल सकती हैं। --दक्षिण-पूर्व बंगाल में टीएमसी की भरेगी झोली बांग्लादेश से सटे दक्षिण-पूर्व बंगाल रीजन में टीएमसी की झोली भर सकती है। रीजन की कुल 84 सीटों में से टीएमसी को 43 से 47 सीटें मिल सकती हैं। बीजेपी को 24 से 28 और लेफ्ट-कांग्रेस गठबंधन को 12 से 14 सीटें मिल सकती हैं। --पश्चिमी वेस्ट बंगाल में भी टीएमसी का दबदबा पश्चिमी वेस्ट बंगाल की कुल 119 सीटों में टीएमसी को 65 से 69 सीटें, बीजेपी को 45 से 49 और लेफ्ट-कांग्रेस गठबंधन को 4 से 6 सीटें मिल सकती हैं। मुख्यमंत्री के लिए ममता पहली पसंद पश्चिम बंगाल में किसे मुख्यमंत्री देखना चाहते हैं? इस सवाल पर सर्वे में शामिल 56 प्रतिशत लोगों ममता बनर्जी को सीएम के तौर पर देखने की ख्वाहिश जताई। 25 प्रतिशत लोगों ने बीजेपी नेता दिलीप घोष को। 9 फीसदी लोग मुकुल रॉय को सीएम के तौर पर देखना चाहते हैं जबकि 2 फीसदी लोगों ने सुवेंदु को पसंद बताया। ममता बनर्जी के कामकाज से ज्यादातर संतुष्ट सर्वे में शामिल 48 प्रतिशत लोगों ने ममता बनर्जी सरकार के कामकाज को अच्छा बताया। 34 फीसदी ने ममता सरकार के कामकाज को खराब, वहीं 18 प्रतिशत ने औसत करार दिया। बतौर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का कामकाज कैसा रहा? इस सवाल के जवाब में 54 प्रतिशत लोगों ने अच्छा, 30% ने खराब और 16 प्रतिशत ने औसत बताया। पीएम मोदी के कामकाज से भी खुश, क्या बीजेपी को मिलेगा फायदा? पीएम मोदी का कामकाज कैसा रहा? इस सवाल के जवाब में 47 फीसदी ने अच्छा, 39 फीसदी ने खराब और 14 प्रतिशत ने औसत करार दिया। पीएम मोदी और अमति शाह के बंगाल के ज्यादा दौरों से बीजेपी को फायदा होगा या नहीं, इस पर 45 प्रतिशत ने कहा कि हां, फायदा होगा। 41 प्रतिशत को लगता है कि पीएम मोदी और गृह मंत्री शाह के दौरों से बीजेपी को कोई फायदा नहीं होगा। 14 प्रतिशत लोगों की इस पर कोई राय नहीं थी। सीबीआई का दांव कहीं उल्टा न पड़ जाए? सर्वे में यह भी पूछा गया कि ममता के भतीजे अभिषेक की पत्नी, साली को सीबीआई के नोटिस या पूछताछ से टीएमसी को फायदा होगा या नुकसान। 42 प्रतिशत लोगों ने माना कि सीबीआई पूछताछ से टीएमसी को नुकसान होगा। वहीं 39 प्रतिशत का यह मानना है कि इससे उलटे टीएमसी को फायदा होगा। 19 प्रतिशत लोगों ने कहा कि कुछ कह नहीं सकते। क्या टीएमसी नेताओं के खिलाफ सीबीआई और ईडी की कार्रवाई राजनीति से प्रेरित है? इस सवाल के जवाब में 46 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने हां कहा, 34 प्रतिशत ने नहीं और 20 प्रतिशत का जवाब था कि कुछ कह नहीं सकते। पामेला कोकीन कांड से बीजेपी को हो सकता है नुकसान क्या पामेला कोकीन कांड से बीजेपी को नुकसान होगा? इस सवाल के जवाब में 47 प्रतिशत ने कहा कि हां, बीजेपी को नुकसान होगा। वहीं 34 प्रतिशत का मानना है कि नुकसान नहीं होगा। 19 प्रतिशत की इस पर कोई राय नहीं थी। --असम में एक बार फिर बीजेपी सरकार की भविष्यवाणी सर्वे के मुताबिक, 126 विधानसभा सीटों वाले असम में एक बार फिर से बीजेपी की सरकार बन सकती है। पार्टी को 68-76 सीटें मिल सकती हैं। कांग्रेस गठबंधन को 43-51 सीटें और अन्य के खाते में 5-10 सीटें जा सकती हैं। अगर वोट शेयर की बात करें तो सूबे में बीजेपी को 42 प्रतिशत, कांग्रेस+ को 31 प्रतिशत और अन्य के खाते में 27 प्रतिशत वोट जा सकते हैं। पूर्वोत्तर राज्य असम में अभी बीजेपी के सर्वानंद सोनोवाल मुख्यमंत्री हैं। --तमिलनाडु में इस बार स्टालिन सरकार? सर्वे के मुताबिक, तमिलनाडु में इस बार सत्ता परिवर्तन हो सकता है। यहां एआईएडीएमके-बीजेपी गठबंधन को करारी शिकस्त झेलनी पड़ सकती है। तमिलनाडु में विधानसभा की 234 सीटें हैं। सर्वे के मुताबिक यहां बीजेपी-एआईएडीएमके गठबंधन को 58 से 66 सीटों से संतोष करना पड़ सकता है। डीएमके-कांग्रेस गठबंधन को 154 से 162 सीटें मिल सकती हैं। वहीं अन्य के खाते में 8 से 20 सीटें जाने का अनुमान है। बात अगर वोट शेयर की करें तो एआईएडीएमके-बीजेपी को 29 प्रतिशत, डीएमके-कांग्रेस गठबंधन को 41 और अन्य को 30 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान है। --केरल में फिर से लेफ्ट की सरकार, बीजेपी छाप नहीं छोड़ पाएगी: सर्वे केरल की बात करें तो वहां लेफ्ट फ्रंट अपना गढ़ बचाने में कामयाब हो सकता है। 140 सदस्यों वाली केरल विधानसभा में लेफ्ट के गठबंधन लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट फिर से सरकार बना सकती है। सूबे में लंबे वक्त से कभी सत्ता कांग्रेस गठबंधन के पास रहती है तो 5 साल बाद लेफ्ट गठबंधन के पास। लेकिन इस बार वहां का यह सिलसिला टूट सकता है। सर्वे के मुताबिक एलडीएफ को 83-91 सीटें, कांग्रेस की अगुआई वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट को 47-55 सीटें मिल सकती हैं। इस दक्षिणी राज्य में जोर लगा रही बीजेपी अपनी छाप छोड़ने में नाकाम रह सकती है। उसे 0 से 2 सीटें मिलने का अनुमान है। अन्य के खाते में भी 0-2 सीटें जा सकती हैं। पुडुचेरी में पहली बार बन सकती है बीजेपी सरकार पुडुचेरी में बीजेपी पहली बार सरकार बना सकती है। 30 सदस्यों वाली विधानसभा में बीजेपी+ के खाते में 17 से 21 सीटें आ सकती हैं। कांग्रेस+ को 8 से 12 सीटों से संतोष करना पड़ सकता है। अन्य के खाते में 1 से 3 सीट आ सकती हैं। बात अगर वोट शेयर की करें तो बीजेपी+ को 46 फीसदी, कांग्रेस+ को 36 और अन्य के खाते में 18 प्रतिशत वोट जा सकते हैं। पुडुचेरी में इसी हफ्ते कांग्रेस की नारायणसामी सरकार विश्वासमत हार गई थी और फिलहाल वहां राष्ट्रपति शासन है।


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Opinion Poll : बंगाल में ममता सरकार की वापसी, जानें 5 राज्यों में जनता का मूड https://ift.tt/3bZoFzZ Opinion Poll : बंगाल में ममता सरकार की वापसी, जानें 5 राज्यों में जनता का मूड
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चिराग ने खुद को बताया शबरी का वंशज, राम मंदिर के निर्माण के लिए दिए 1.11 लाख रुपये https://ift.tt/3b02Rov

February 27, 2021
पटना लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के अध्यक्ष ने खुद को शबरी का वंशज बताते हुए अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए शनिवार को एक लाख 11 हजार रुपये का दान दिया। उन्होंने कहा कि इस कार्य में सहभागिता करना समाज के वंचित तबके के प्रत्येक व्यक्ति का कर्त्तव्य है। लोजपा बिहार में सत्तारूढ़ राष्ट्रय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का हिस्सा अब नहीं है, लेकिन चिराग अब भी भाजपा के मुखर समर्थक हैं। पासवान ने ट्वीट किया, "वंचित वर्ग से आने वाली श्रीराम की परमभक्त माता शबरी का वंशज होने के नाते यह कर्तव्य हम सब का है कि अपनी अपनी सहभागिता भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण में दे।मेरे तरफ से भी एक छोटा योगदान आज मंदिर निर्माण के लिए पटना में दिया गया है।" उन्होंने ट्वीट में कहा, "आज के समाज को भी श्रीराम व माता शबरी के बीच असीम स्नेह के रिश्ते को समझना होगा। दलित समाज के सभी भाइयों-बहनों को प्रेम और सम्मान की ज़रूरत है, ताकि सामाजिक प्रेम हमेशा ही श्री राम व माता शबरी के जैसा बना रहे। मुझे माता शबरी का वंशज होने पर गर्व है।"


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चिराग ने खुद को बताया शबरी का वंशज, राम मंदिर के निर्माण के लिए दिए 1.11 लाख रुपये https://ift.tt/3b02Rov चिराग ने खुद को बताया शबरी का वंशज, राम मंदिर के निर्माण के लिए दिए 1.11 लाख रुपये
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Opinion Poll: पुदुचेरी में बड़ा उलटफेर, बड़े बहुमत से सरकार बना रही BJP https://ift.tt/3q0UixY

February 27, 2021
पुदुचेरी चुनाव आयोग ने पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी है। पुदुचेरी की 30 सीटों पर एक चरण में 6 अप्रैल को चुनाव होने हैं। एबीपी न्यूज-सी वोटर (ABP News- C Voter Opinion poll) के ताजा ओपिनियन पोल के मुताबिक, पुदुचेरी में बीजेपी पूर्ण बहुमत से सरकार बना रही है। अल्पमत में आने के बाद सत्ता से बाहर हुई कांग्रेस फिलहाल बाहर ही रहेगी। ABP-सी वोटर के ओपेनियन पोल में बीजेपी गठबंधन को 17-21 सीटें मिल रही हैं। दूसरी तरफ कांग्रेस गठबंधन को 8-12 और अन्य को 13 सीटें मिलने का अनुमान है। यहां विधानसभा की 33 सीटें हैं, जिनमें 30 सदस्य सीधे जनता की ओर से निर्वाचित होते हैं। 3 सदस्यों को केंद्र सरकार नामित करती है। ओपिनियन पोल के मुताबिक, बीजेपी के नेतृत्व वाले NDA को 46 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं। कांग्रेस गठबंधन को 36 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं। इसके अलावा अन्य को 18 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं। फिलहाल प्रदेश में राष्ट्रपति शासन प्रदेश में फिलहाल राष्ट्रपति शासन लागू है। इससे पहले यहां वी नारायणसामी के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार थी। बीते दिनों कई कांग्रेसी विधायकों के इस्तीफा देने के बाद सरकार अल्पमत में आ गई थी। इसके बाद उपराज्यपाल ने राज्य सरकार को विधानसभा में बहुमत साबित करने का आदेश दिया था। हालांकि, डीएमके के सहयोग से सरकार बनाने वाले नारायणसामी सदन में बहुमत साबित नहीं कर पाए और उनकी सरकार गिर गई। इसके साथ ही प्रदेश में लंबे समय से चल रही राजनीतिक खींचतान का अंत हो गया। बहुमत में थी कांग्रेस, इस्तीफों से गिरी विधानसभा भंग किए जाने से पहले कांग्रेस के पास पुदुचेरी में 15 विधायक थे। ऑल इंडिया एनआर कांग्रेस के पास 8, एआईएडीएमके के पास 4 और डीएमके के पास 3 सीटें थीं। बहुमत के लिए राज्य में 16 सीटों की जरूरत होती है।


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Opinion Poll: पुदुचेरी में बड़ा उलटफेर, बड़े बहुमत से सरकार बना रही BJP https://ift.tt/3q0UixY Opinion Poll: पुदुचेरी में बड़ा उलटफेर, बड़े बहुमत से सरकार बना रही BJP
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बालाकोट हमले की वर्षगांठ पर एयर स्ट्राइक करने वाली टीम ने कुछ यूं दिखाया दम https://ift.tt/3swFXuL

February 27, 2021
नई दिल्ली भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकवादी ठिकानों पर की गई 'एयर स्ट्राइक' की दूसरी वर्षगांठ के अवसर पर अभ्यास किया, जिसके तहत लंबी दूरी तय कर एक लक्ष्य को भेदा गया। इस अभ्यास में बालाकोट में एयर स्ट्राइक करने वाली टीम ने हिस्सा लिया, एयरफोर्स चीफ आरकेएस भदौरिया भी अभ्यास में रहे मौजूद। सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी। बालाकोट में आतंकवादी शिविरों को नष्ट करने वाले अभियान में शामिल रही स्क्वॉड्रन के सदस्यों ने इस अभ्यास में हिस्सा लिया। सूत्रों ने कहा कि यह अभ्यास हाल ही में किया गया। वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर. के. एस. भदौरिया ने इस अवसर पर उक्त स्क्वॉड्रन में शामिल रहे पायलटों के साथ उड़ान भरी। भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों ने 26 फरवरी 2019 को नियंत्रण रेखा के पार जाकर बालाकोट में आतंकवादी ठिकानों को नष्ट कर दिया था। जम्मू कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी 2019 को आतंकवादियों के हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे, जिसके जवाब में यह कार्रवाई की गई थी।


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बालाकोट हमले की वर्षगांठ पर एयर स्ट्राइक करने वाली टीम ने कुछ यूं दिखाया दम https://ift.tt/3swFXuL बालाकोट हमले की वर्षगांठ पर एयर स्ट्राइक करने वाली टीम ने कुछ यूं दिखाया दम
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चुनाव के वक्त पार्टी को मजबूत करना चाहिए था... G-23 नेताओं पर बरसे सिंघवी https://ift.tt/2PlJfCZ

February 27, 2021
नई दिल्ली जम्मू में बगावत का झंडा बुलंद करने वाले ग्रुप के कांग्रेस नेताओं को ने कांग्रेस परिवार का अभिन्न अंग बताया है। हालांकि उन्होंने चुनाव के वक्त नेताओं के इस तरह बगावती तेवर अपनाने को लेकर सवाल भी खड़े किए। एबीपी न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार मनु सिंघवी ने कहा, ' के संसद में 7 टर्म गुजारने पर हमें गर्व है। सोनिया गांधी ने कभी उन्हें मुख्यमंत्री बनाया, कभी वो मंत्री रहे, कभी उन्हें महासचिव बनाया गया। जिन्होंने आजाद का इस्तेमाल होने की बात कही है, उन्हें शायद इतिहास पता नहीं है।' सिघंवी ने बगावत की टाइमिंग को लेकर भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी को लगता है कि ऐसे वक्त में जब 5 राज्यों में चुनाव हैं, इन नेताओं को पार्टी को मजबूत करना चाहिए था। उन्होंने आगे कहा कि सभी नेता सम्मानित हैं और वो उनका आदर करते हैं। G-23 से लेकर हार्दिक पटेल तक असंतोष पर वरिष्ठ नेता ने कहा कि पार्टी पिछले कुछ सालों से सत्ता से बाहर रही है, इसे कांग्रेस की कमजोरी कह सकते हैं। लेकिन जैसा कहा जा रहा है, वैसा कुछ नहीं है। गौरतलब है कि शनिवार को जम्मू में कांग्रेस पार्टी के असंतुष्ट नेता एक कार्यक्रम में इकट्ठा हुए थे। इस दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस के कामकाज पर सवाल उठाते हुए कहा कि कांग्रेस उन्हें कमजोर होती दिख रही है। उन्होंने गुलाम नबी आजाद को दोबारा राज्यसभा के लिए नामित न किए जाने पर भी सवाल उठाए। इस कार्यक्रम में सोनिया-राहुल के पोस्टर नहीं थे। कार्यक्रम के मंच पर गांधी ग्लोबल लिखा था। पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के नेतृत्व में कपिल सिब्बल, राज बब्बर समेत कांग्रेस के कई नेता जम्मू के शांति सम्मेलन में पहुंचे थे, जिसे गांधी ग्लोबल फैमिली नामक एक एनजीओ ने आयोजित किया है। इस दौरान कांग्रेस के सभी नेता भगवा साफे में नजर आए।


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चुनाव के वक्त पार्टी को मजबूत करना चाहिए था... G-23 नेताओं पर बरसे सिंघवी https://ift.tt/2PlJfCZ चुनाव के वक्त पार्टी को मजबूत करना चाहिए था... G-23 नेताओं पर बरसे सिंघवी
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भारत में कितने की मिलेगी कोरोना वैक्सीन, सरकार ने तय कर दी कीमत! https://ift.tt/3aZxZED

February 27, 2021
नई दिल्ली केंद्र सरकार ने कोरोना वैक्सीन की एक खुराक की कीमत 250 रुपये निर्धारित की है, जो 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए निजी अस्पतालों में उपलब्ध होगी। सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी। सूत्रों के अनुसार, टीकाकरण एक मार्च से शुरू हो जाएगा। हालांकि इस संबंध में आधिकारिक घोषणा होने पर कीमत में बदलाव संभव है। सरकार ने फैसला किया है कि लोगों को सरकारी अस्पतालों में मुफ्त टीका लगाया जाएगा। वैक्सीन की एक खुराक के लिए कॉस्ट-ब्रेकअप 150 रुपये बताई जा रही है और इसमें सेवा शुल्क के रूप में 100 रुपये और जुड़ जाएंगे और फिर निजी अस्पताल लाभार्थियों से कीमत वसूलेंगे। सूत्रों ने बताया कि यह निर्णय राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा लिया गया है और इस संबंध में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सूचना भेजी जा रही है। हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स के बाद, कोविड-19 महामारी के खिलाफ टीकाकरण का तीसरा चरण मार्च की शुरुआत में 10,000 सरकारी और 20,000 से अधिक निजी टीकाकरण केंद्रों में 27 करोड़ लोगों को कवर करने के लिए शुरू हो रहा है। गौरतलब है कि कोल्ड चेन प्वाइंट वाली सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं पर कोरोना के टीके संग्रहित किए जाएंगे। वहीं निजी अस्पताल एवं क्लीनिक अपने आस-पास के सार्वजनिक अस्पतालों से खुराक प्राप्त कर सकेंगे। कोरोना टीकाकरण के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य किया गया है, रजिस्ट्रेशन के लिए आधारा, पैन कार्ड, वोटर आईडी समेत 12 दस्तावेजों को वैध माना गया है।


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भारत में कितने की मिलेगी कोरोना वैक्सीन, सरकार ने तय कर दी कीमत! https://ift.tt/3aZxZED भारत में कितने की मिलेगी कोरोना वैक्सीन, सरकार ने तय कर दी कीमत!
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बंगाल में होगी बेटी Vs. बुआ की जंग! इस पिच पर ममता बनर्जी के आगे कितना टिक पाएगी BJP? https://ift.tt/2ZSx16K

February 27, 2021
कोलकाता में विधानसभा चुनाव () का आधिकारिक तौर पर आगाज हो चुका है। इस बार के चुनाव बंगाल के राजनीतिक इतिहास से बिल्कुल जुदा चुनाव होंगे। यह पहली बार होगा कि राज्य में मजबूती से उतर रही है और सत्ताधारी पार्टी को सीधी टक्कर दे रही है। पार्टी के सीनियर नेता 294 में से 200 सीटें लाने तक का दावा कर रहे हैं। हालांकि यह तो 2 मई को नतीजों के साथ साफ होगा कि 'नाबन्ना' को नया मुख्यमंत्री मिलेगा या () लगातार तीसरी बार सीएम की कुर्सी पर कब्जा जमाएंगी। उससे पहले बीजेपी और टीएमसी में राजनीतिक जंग चरम पर पहुंच गई है और दोनों पार्टियों ने इसे 'बेटी बनाम बुआ' की जंग बना दिया है। चुनावी जंग कैसे बुआ Vs. बेटी में तब्दील हो गई? चुनाव जंग में यह दिलचस्प मोड़ 20 फरवरी को उस वक्त आया, जब टीएमसी ने 'बंगाल अपनी बेटी चाहता है' कैंपेन लॉन्च किया था। टीएमसी के इस कैंपेन के पीछे चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर का दिमाग माना जा रहा है। खुद प्रशांत किशोर ने ट्वीट किया, 'भारत में लोकतंत्र के लिए एक अहम लड़ाई पश्चिम बंगाल में लड़ी जाएगी और बंगाल के लोग अपना संदेश देने के लिए तैयार हैं। वह सही फैसले के लिए दृढ़ निश्चय कर चुके हैं- बंगाल केवल अपनी बेटी चाहता है। 2 मई तक मैं अपने इस ट्वीट पर कायम रहूंगा।' बीजेपी कह रही 'बुआ जाओ', जवाब में गिनाए 'बेटियों' के नाम इसका जवाब देने के लिए बीजेपी ने 'बुआ जाओ' नारे का इस्तेमाल किया है। पश्चिम बंगाल बीजेपी ने ट्विटर पर एक तस्वीर शेयर की है। इस तस्वीर के साथ कैप्शन दिया गया है- 'बंगाल अपनी बेटी चाहता है बुआ को नहीं।' इस तस्वीर में पश्चिम बंगाल बीजेपी से जुड़ी कई महिला नेताओं की तस्वीर है। तस्वीर में पहले नंबर पर बीजेपी सांसद देबोश्री चौधरी और दूसरे नंबर पर सांसद लॉकेट चटर्जी हैं। देबोश्री बंगाल में बीजेपी का दलित चेहरा हैं। रायगंज से सांसद देबोश्री को मोदी सरकार में महिला और बाल विकास राज्य मंत्री बनाया गया था। इसके साथ बीजेपी महिला मोर्चा की अध्यक्ष अग्निमित्रा पॉल, राज्यसभा सांसद रूपा गांगुली समेत कई महिला नेताओं की फोटो है। वहीं दूसरी तरफ ममता बनर्जी की तस्वीर है। बीजेपी का ममता को बुआ कहने के पीछे मकसद क्या? हालांकि सवाल यही है कि चुनाव से कुछ दिन पहले इस नई तरह की लड़ाई का असल फायदा किसे मिलेगा? क्या बीजेपी की 'बेटियां' टीएमसी की 'बुआ' पर भारी पड़ेंगी? ममता को 'बुआ' कहने के पीछे बीजेपी का असली मकसद क्या है? इस बारे में वरिष्ठ पत्रकार नीरेंद्र नागर का स्पष्ट मत है कि बीजेपी के इस 'बुआ' वाले तीर का कुछ असर नहीं होने वाला। नीरेंद्र नागर पश्चिम बंगाल की राजनीति को गहराई से जानते-समझते हैं और पिछले कुछ महीनों से कोलकाता में ही रहकर जमीनी राजनीति को देख रहे हैं। उन्होंने कहा, 'बीजेपी जब ममता को बुआ कहती है तो उसका सीधा इशारा उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी की ओर होता है। बीजेपी अभिषेक के कथित भ्रष्टाचार को आधार बनाकर ममता को टारगेट कर रही है। हालांकि लोकसभा-विधानसभा जैसे बड़े चुनावों में किसी नेता के रिश्तेदार के करप्ट होने का उसकी राजनीति पर कोई खास असर पड़ता नहीं है। सबसे बड़ा उदाहरण हमारे सामने तेजस्वी यादव हैं, जिनके पिता लालू प्रसाद यादव चारा घोटाले में जेल में हैं मगर फिर भी वह बिहार विधानसभा चुनाव में कड़ी टक्कर देते हैं और 23 पर्सेंट वोट शेयर के साथ सबसे ज्यादा 75 सीटें लेकर आते हैं।' 'बुआ' ममता के आगे कितना टिक पाएंगी बीजेपी की 'बेटियां'? नीरेंद्र नागर ने आगे बताया, 'बंगाल में बीजेपी के पास कोई बड़ा नेता नहीं है। ओपिनियन पोल में 50 पर्सेंट लोग ममता को दोबारा सीएम बनते देखना चाहते हैं जबकि दूसरे नंबर पर बीजेपी के दिलीप घोष को 20 फीसदी लोग सीएम के तौर पर देखना चाहते हैं। दोनों की लोकप्रियता में 30 फीसदी का अंतर है, जो बहुत बड़ा है। चुनाव को बेटी बनाम बुआ करके बीजेपी को कोई फायदा नहीं होता दिख रहा। बीजेपी ने जिन 'बेटियों' का नाम लिया वे ममता बनर्जी के आगे कहीं नहीं टिकती हैं। ममता की जो स्ट्रीटफाइटर की छवि है उसका उन्हें पहले भी फायदा मिलता रहा है और इस बार भी मिलेगा।' बंगाल में 8 चरणों में चुनाव, ममता आगबबूला पश्चिम बंगाल की 294 सीटों वाली विधानसभा के लिए इस बार आठ चरणों में चुनाव होने हैं। कई जिलों में 2-3 चरणों में चुनाव कराए जा रहे हैं। इस पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सवाल उठाए हैं। ममता ने कहा कि बीजेपी ने चुनाव आयोग का इस्तेमाल किया है। बीजेपी पूरे देश को बांट रही है और यही कोशिश वह पश्चिम बंगाल में भी करेगी। गृह मंत्री और पीएम अपनी ताकत का दुरुपयोग न करें। आखिर बंगाल में 8 चरणों में चुनाव क्यों कराए जा रहे हैं? जो बीजेपी ने कहा, वही चुनाव आयोग ने किया। बंगाल में कब चुनाव और मतगणना? पश्चिम बंगाल में पहले चरण की अधिसूचना 2 मार्च को जारी होगी, पहले चरण में 30 सीटों पर 27 मार्च को मतदान होगा। राज्य में वोटों की गिनती 2 मई को होगी। 2016 में राज्य में 77,414 पोलिंग बूथ थे। इस साल पोलिंग बूथों में 31.65% की बढ़ोतरी हुई है और इस बार 1,01,916 पोलिंग बूथों पर वोट पड़ेंगे।


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बंगाल में होगी बेटी Vs. बुआ की जंग! इस पिच पर ममता बनर्जी के आगे कितना टिक पाएगी BJP? https://ift.tt/2ZSx16K बंगाल में होगी बेटी Vs. बुआ की जंग! इस पिच पर ममता बनर्जी के आगे कितना टिक पाएगी BJP?
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तमिलनाडु में कांग्रेस-डीएमके बीच सीट शेयरिंग अब तक फाइनल नहीं, यहां फंस रहा पेच https://ift.tt/3q1ZgKN

February 27, 2021
नई दिल्ली शुक्रवार को चुनाव आयोग ने पांच राज्यों के चुनावों के तारीख का ऐलान कर दिया हो, लेकिन अभी तक तमिलनाडु में व के बीच सीटों के बंटवारे व तालमेल को लेकर तस्वीर साफ नहीं हो पाई है। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस वहां जितनी सीटें चाह रही है, डीएमके उतनी देने के लिए तैयार नहीं है। हालांकि दोनों पार्टियों के बीच शीर्ष नेतृत्व स्तर पर बात हुई है, लेकिन प्रदेश स्तर पर अभी चीजें साफ नहीं है। बताया जाता है कि दिल्ली ने डीएमके नेता स्टालिन से आपसी तालमेल को लेकर बात की थी, जिसपर दोनों पक्षों में आपसी सहमति भी बनी है। पिछले दिनों राहुल गांधी केरल के दौरे पर थे। उस दौरान उन्होंने केरल के पूर्व सीएम व सीनियर नेता ओमन चांडी व कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला को डीएमके नेतृत्व से बात करने के लिए चेन्नै भेजा था। कहा जाता है कि इस मुलाकात में भी सीटों के समझौतों को लेकर कोई ठोस नतीजा नहीं निकला। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस वहां शुरू में अपने लिए 60-70 सीटें चाह रही थी। बाद में उसने एक फॉर्मूले के तहत अपने लिए 40-48 सीटें मांगी। दरअसल, कांग्रेस की राज्य में आठ संसदीय सीटें हैं। इस आधार पर वह हर संसदीय सीट के हिसाब से 5-6 सीेटें मांग रही है, जो 40-48 बनती हैं। जबकि डीएमके उसे 20-22 सीटें देना चाह रही है। जो कांग्रेस को मंजूर नहीं है। उल्लेखनीय है कि 234 असेंबली के लिए पिछली बार डीएमके 178 सीटों पर लड़ी थी, जबकि कांग्रेस 41 सीटों उतरी थी, जिसमें से उसे आठ सीटें मिली थीं। चर्चा है कि डीएमके व एआईडीएमके दोनों ही दल इस चुनाव में अपने सहयोगी दलों को कम सीटें देकर खुद ज्यादा सीटों पर लड़ना चाहते हैं, ताकि मौका आने पर अपने दम पर सरकार बना सकें। दोनों ही प्रमुख क्षेत्रीय दल वहां गठबंधन की सरकार बनाने से बचना चाहते हैं। बताया जाता है कि वहां डीएमके अपने लिए 180 सीटें रखना चाहती है। ऐसे में अगर वह कांग्रेस की मांग मानती है तो फिर लेफ्ट व छोटे मुस्लिम दलों के लिए सीटें बच पाना मुश्किल होगा। वहां लेफ्ट अपने लिए 20 सीटें चाह रही है, जबकि तीन छोटे दल 2-2 सीटें चाह रहे हैं। सूत्राें के मुताबिक, सीटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस-डीएमके के बीच प्रदेश स्तर पर बात नहीं शुरू हो पाई है। डीएमके नंबर बताने की बजाय लगातार कह रही है कि इतनी सीटें नहीं दे सकती। दूसरी ओर कांग्रेस की मुश्किल है कि अगर वह डीएमके की मांग मानती है तो इस सीट शेयरिंग का असर दूसरे चार राज्यों में भी सीटों के समझौते पर पड़ेगा। कांग्रेस के एक प्रदेश स्तर के नेता का कहना था कि पार्टी को लगता है कि दस फीसदी से कम सीटों पर मानने से बेहतर है कि चुनाव में अकेले ही जाया जाए। इसका असर दूसरे राज्यों में होगा। कांग्रेस की बारगेनिंग कमजोर होगी। हालांकि इसके अलावा भी कांग्रेस के पास ज्यादा सीट चाहने के पीछे अपने कारण भी हैं। पहला, पिछली बार वह 41 सीटों पर लड़ी थी, तो इस बार कम क्यों। दूसरा, कांग्रेस को 2019 के आम चुनावों में आठ संसदीय सीटें मिली थीं। ऐसे में कांग्रेस को लगता है कि 2016 की अपेक्षा उसकी वोट फीसदी बढ़ा है। इसके अलावा, वहां एआईडीएमके के खिलाफ दस साल की एंटी इंकंबेंसी भी है, जिसे कांग्रेस-डीएमके दोनों ही इस बार अपने लिए बेहतर संभावना के तौर पर देख रहे हैं।


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तमिलनाडु में कांग्रेस-डीएमके बीच सीट शेयरिंग अब तक फाइनल नहीं, यहां फंस रहा पेच https://ift.tt/3q1ZgKN तमिलनाडु में कांग्रेस-डीएमके बीच सीट शेयरिंग अब तक फाइनल नहीं, यहां फंस रहा पेच
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बालाकोट के 2 साल बाद विंग कमांडर अभिनंदन का नया वीडियो? पाक का नया प्रॉपगैंडा https://ift.tt/2ZX7sl2

February 27, 2021
इस्लामाबाद दो साल पहले 27 फरवरी को भारतीय सीमा में घुसे पाकिस्तानी विमानों को खदेड़ने में भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर पाकिस्तान की सीमा में पहुंच गए थे। उन्हें दो दिन बाद 1 मार्च को रिहा किया गया था। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक अब अभिनंदन का एक वीडियो जारी किया गया है जो पहले कभी नहीं देखा गया था इस वीडियो में वह दोनों देशों के बीच शांति की बात कर रहे हैं और बता रहे हैं कि दोनों के बीच अंतर नहीं देखा जा सकता। हालांकि, इसकी पुष्टि नहीं की जा सकी है कि यह वीडियो नया है या पुराना और इसमें की गई एडिटिंग को देखकर इसकी सत्यता पर आशंका भी बनी हुई है। वीडियो में अभिनंदन कहते हैं- 'ऊपर से नीचे आते वक्त पैराशूट से मैंने दो मुल्क देखे। दोनों में मुझे फर्क पता नहीं चला, दोनों एक जैसे खूबसूरत हैं। जब मैं नीचे गिरा तो मुझे पता नहीं चला कि मैं पाकिस्तान में हूं या अपने देश हिंदुस्तान में, दोनों मुल्क एक जैसे ही लगे। मुझे चोट लगी थी काफी गहरी और मैं हिल नहीं पा रहा था। मैंने कोशिश की यह जानने की कि मैं कहां हूं। जब मुझे पता चला कि मैं अपने मुल्क में नहीं हूं तो मैंने भागने की कोशिश की। मेरे पीछे लोग आए थे और उनका जोश काफी ऊंचा था और वे चाहते थे कि मुझे पकड़ लें।' वह आगे कहते हैं,'तभी पाकिस्तानी आर्मी के दो जवान आए, उन्होंने मुझे पकड़ा और बचाया। एक कप्तान, उन्होंने इन लोगों से बचाया यूनिट तक ले गए जहां फर्स्ट एड दिया गया हॉस्पिटल ले जाया गया। वहां जांच हुई और एड दिया गया, तब से आपकी खातिरदारी के साथ मैं यहां पर हूं।' अभिनंदन कहते हैं, 'क्या हो रहा है कश्मीरी के साथ वह न आपको पता है न मुझे पता है। हमें शांति से सोचना चाहिए।' पाकिस्तानी सेना की तारीफ वीडियो में आगे अभिनंदन पाकिस्तानी सेना की तारीफ करते हैं दोनों देशों के बीच अमन की बात करते हैं। वह कहते हैं, 'पाक सेना प्रफेशनल है, मैं उनकी शिष्टता से बहुत प्रभावित हूं। लड़ाई तब होती है जब अमन नहीं होता। मुझे नहीं पता कि अमन लाने के लिए क्या करना चाहिए, मुझे पता है कि अमन होना चाहिए। मुझे ऐसी कोई वजह नहीं दिखती कि हम किसी शत्रुता के साथ आगे बढ़ें। मैं चाहता हूं कि अमन रहे हमारे देश में और हम अमन में रह सकते हैं' इमरान ने दी थी बधाई इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ने ट्वीट भी कर घटना को पाकिस्तान की जीत बताया था। उन्होंने लिखा था, 'पाकिस्तान पर भारत के अवैध सैन्य हवाई हमले के दो साल होने पर मैं पूरे देश और अपनी सेना को बधाई देता हूं। एक गर्वित और आत्मविश्वासी राष्ट्र के तौर पर हमने अपने हिसाब से समय और जगह पर दृढ़ता से प्रतिक्रिया दी। कैद किए गए पायलट को वापस करके हमने भारतीय भारत की गैर-जिम्मेदाराना सैन्य अस्थिरता के सामने हमने दुनिया को भी पाकिस्तान का जिम्मेदार रवैया दिखाया।' इमरान ने अलापा था कश्मीर राग इमरान ने आगे लिखा-'हम हमेशा शांति के लिए खड़े हैं और बातचीत से सभी मुद्दे सुलझाने के लिए आगे बढ़ने को तैयार हैं। मैं नियंत्रण रेखा पर सीजफायर का स्वागत करता हूं। आगे की बातचीत के लिए अनुकूल माहौल बनाने की जिम्मेदारी भारत पर है। लंबे वक्त से चली आ रही कश्मीर की आजादी की मांग और अधिकार को देने के लिए UNSC रेजॉलूशन के मुताबिक भारत को कदम उठाने चाहिए।'


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बालाकोट के 2 साल बाद विंग कमांडर अभिनंदन का नया वीडियो? पाक का नया प्रॉपगैंडा https://ift.tt/2ZX7sl2 बालाकोट के 2 साल बाद विंग कमांडर अभिनंदन का नया वीडियो? पाक का नया प्रॉपगैंडा
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19 सैटलाइट ले जाने की तैयारी, उल्टी गिनती शुरू... क्यों खास है ISRO का यह मिशन https://ift.tt/3uxCGxf

February 27, 2021
बेंगलुरुसाल 2021 के पहले अंतरिक्ष अभियान के तहत रविवार को PSLV-C51 के जरिए 19 सैटलाइट का प्रक्षेपण किया जाएगा। इस अभियान की उल्टी गिनती शनिवार को आंध्र प्रदेश में श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से शुरू हो गई है। इसरो के अनुसार, PSLV-51 पीएसएलवी का 53 वां मिशन है जिसके जरिए ब्राजील के अमेजोनिया-1 सैटलाइट भी भेजा जाएगा। पीएसएलवी सी 51 में 637 किलो के ब्राजीलियाई उपग्रह अमेजोनिया-1 सहित 18 सैटेलाइट्स भी अंतरिक्ष में भेजे जा रहे हैं। इनमें से 13 अमेरिका से हैं। साल 2021 में भारत का यह पहला अंतरिक्ष अभियान पीएसएलवी रॉकेट के लिए काफी लंबा होगा। इस उड़ान की समय सीमा 1 घंटा, 55 मिनट और 7 सेकेंड की होगी। अगर रविवार सुबह रॉकेट की लॉन्चिंग ठीकठाक से हो जाती है, तो भारत की तरफ से लॉन्च किए गए विदेश सैटेलाइट की कुल संख्या 342 हो जाएगी। NSIL का पहला कमर्शल मिशनपीएसएलवी (पोलर सैटेलाइट लॉन्च वीइकल) सी51 इसरो की वाणिज्य इकाई न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (NSIL) का पहला कमर्शल मिशन है। चेन्नै से करीब 100 किलोमीटर दूर श्रीहरिकोटा से 28 फरवरी सुबह 10 बजकर 24 मिनट पर PSLV-C51 के उड़ान भरने का समय तय है। यह मौसम की स्थिति पर भी निर्भर करता है। अभियान की उल्टी गिनती शनिवार सुबह आठ बजकर 54 मिनट पर शुरू हो गई। अमेजन में वनों की कटाई और कृषि क्षेत्र की मिलेगी जानकारी इसरो ने बताया कि अमेजोनिया-1 उपग्रह की मदद से अमेजन क्षेत्र में वनों की कटाई और ब्राजील में कृषि क्षेत्र से संबंधित अलग-अलग एनालिसिस के लिए यूजर्स को रिमोट सेंसिंग डेटा प्रदान कर मौजूदा संरचना को और भी मजबूत बनाने का काम किया जाएगा। 18 अन्य सैटेलाइट्स में से चार इन-स्पेस से हैं। इनमें से तीन भारतीय शैक्षणिक संस्थानों के संघ यूनिटीसैट्स से हैं, जिनमें श्रीपेरंबदुर में स्थित जेप्पिआर इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, नागपुर में स्थित जी. एच. रायसोनी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग और कोयंबटूर में स्थित श्री शक्ति इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी शामिल हैं। एक का निर्माण सतीश धवन सैटेलाइट स्पेस किड्ज इंडिया द्वारा किया गया है और 14 एनएसआईएल से हैं।


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क्या आतंकियों के निशाने पर थे मुकेश अंबानी? मुंबई पुलिस ने नहीं किया इनकार https://ift.tt/3r2vt5X

February 27, 2021
मुंबई उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर स्कॉर्पियो में मिले विस्फोटक (Explosives Found Near Ambani House) मामले में मुंबई क्राइम ब्रांच () के साथ एनआईए (NIA) की टीम भी जांच कर रही है। क्राइम ब्रांच चीफ मिलिंद भारंबे ने बताया कि इस मामले में हम टेरर एंगल समेत सभी पहलुओं पर जांच कर रहे हैं। मुंबई क्राइम ब्रांच ने स्कॉर्पियो के मालिक हीरेन हसमुख हीरेन मनसुख से पूछताछ की। हीरे मनसुख की गाड़ी कुछ दिनों पहले विक्रोली इलाके से चोरी हो गई थी। इसी कार में जिलेटिन की छड़ें बरामद की गई थीं। किसी भी ग्रुप ने नहीं ली जिम्मेदारी मुंबई पुलिस (Mumbai Police) के एक अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के मुताबिक, आमतौर पर जब कोई आतंकी गुट ऐसे मामलों में इंवॉल्व होता है तो वह इस बात की यह जिम्मेदारी लेता है। हालांकि इस घटना को कई घंटे बीत चुके हैं लेकिन अभी तक किसी ने क्लेम नहीं किया है। बावजूद इसके टेरर एंगल को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि ढाई किलोग्राम वजन की 20 जिलेटिन की छड़ी कार से बरामद हुई थी, जो तकरीबन 3 हज़ार स्क्वायर फीट के परिसर को बहलाने के लिए काफी हैं। दूसरी कार की तलाश पुलिस के मुताबिक इस मामले में एक दूसरी इनोवा कार की भी तलाश की जा रही है जो अंबानी के घर के पास तक आई थी। इनोवा कार पर भी फर्जी नंबर प्लेट लगी हुई थी, जिसे ट्रेस किया जाना बाकी है। यह इनोवा कार रात के तकरीबन 3 बजे मुंबई के मुलुंड टोल नाके को पार करके ठाणे की तरफ बढ़ी है। यह पूरी घटना सीसीटीवी में रिकॉर्ड हुई है। स्कॉर्पियो का मालिक पहुंचा क्राइम ब्रांच उद्योगपति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के घर के पास खड़ी स्कॉर्पियो के मालिक का पता चल गया है। मामले की जांच कर रही क्राइम ब्रांच की टीम फिलहाल स्कॉर्पियो के मालिक से पूछताछ करने में जुटी हुई है। पुलिस के मुताबिक स्कॉर्पियो कुछ साल पहले चुराई गई थी। पुलिस को पुलिस के मुताबिक यह कार विक्रोली इलाके से चुराई गई थी। इसका चेचिस नंबर भी काफी डैमेज हो गया था। बावजूद इसके मालिक तक पहुंचने में मुंबई पुलिस सफल रही है। पुलिस के मुताबिक हाल के दिनों में अंबानी परिवार को किसी प्रकार का कोई धमकी भरा पत्र या फोन कॉल नहीं आया था। फिलहाल पुलिस आसपास के सभी सीसीटीवी फुटेज को खंगालने में जुटी हुई है। कमर्शियल ग्रेड का है जिलेटिन पुलिस के मुताबिक जो जिलेटिन अंबानी के घर के पास खड़ी स्कॉर्पियो में मिला है। वह मिलिट्री-ग्रेड जिलेटिन ( विस्फोटक सामग्री बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाला जिलेटिन) नहीं है बल्कि कमर्शियल ग्रेड का जिलेटिन है। इस प्रकार के जिलेटिन का इस्तेमाल आमतौर पर इंफ्रास्ट्रक्चर के कामों में किया जाता है। क्या है मामला उद्योगपति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के घर एंटीलिया (Antilia) के बाहर जिलेटिन से भरी कार बरामद होने के बाद से हड़कंप मचा हुआ है। पूरा शहर छावनी में तब्दील हो गया। मुंबई पुलिस जगह-जगह नाकेबंदी लगाकर चेकिंग अभियान चला रही है। मुकेश अंबानी को धमकी मशहूर उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर से कुछ फासले की दूरी पर मिली जिलेटिन से भरी स्कॉर्पियो में एक धमकी भरा खत भी मिला। इस खत में लिखा था-, 'मुकेश भैया ऐंड नीता भाभी ये तो ट्रेलर था, पूरी पिक्चर अभी बाकी है हमारी तैयारी पूरी हो चुकी है'। यह धमकी भरा पत्र टूटी-फूटी अंग्रेजी में लिखा हुआ था। इसमें ग्रामर की कई गलतियां थीं। कार में एक बैग भी मिला है, जिस पर मुंबई इंडियंस लिखा हुआ था। फिलहाल मुंबई पुलिस, क्राइम ब्रांच और एटीएस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है। कई दिनों से कर रहे थे अंबानी का पीछा! पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिन लोगों ने मुकेश अंबानी के घर के पास विस्फोटक से भरी स्कॉर्पियो रखी थी। उन्होंने ना सिर्फ एंटीलिया (मुकेश अंबानी का घर) की रेकी की थी, बल्कि मुकेश अंबानी के काफिले का भी कई बार पीछा किया था। बिना इसके अंबानी की गाड़ियों की नंबर प्लेट से मिलता नंबर प्लेट बनाना आसान नहीं था।


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क्या आतंकियों के निशाने पर थे मुकेश अंबानी? मुंबई पुलिस ने नहीं किया इनकार https://ift.tt/3r2vt5X क्या आतंकियों के निशाने पर थे मुकेश अंबानी? मुंबई पुलिस ने नहीं किया इनकार
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1 मार्च से कोरोना वैक्‍सीन के लिए रजिस्‍ट्रेशन कैसे कराएं? जानें हर तरीका https://ift.tt/3sATtgK

February 27, 2021
नई दिल्‍ली देशभर में आम जनता के लिए कोविड टीकाकरण 1 मार्च से शुरू हो जाएगा। हेल्‍थकेयर वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स को कवर किया जा चुका है। अब बारी 60 साल से ज्‍यादा उम्र के लोगों की है। इसके अलावा 45 साल से अधिक उम्र के ऐसे लोग जिन्‍हें पहले से कोई बीमारी है और उन्‍हें कोविड का ज्‍यादा खतरा है, को भी एक मार्च से वैक्‍सीन लगनी शुरू हो जाएगी। टीकाकरण में इस बार सरकारी हेल्‍थ सेंटर्स के साथ-साथ निजी अस्‍पतालों को भी शामिल किया जाएगा। यानी आपके पास अपनी पसंद के सेंटर पर टीका लगवाने का विकल्‍प होगा। कोविड वैक्‍सीन के लिए रजिस्‍ट्रेशन कैसे कराएं? आपको इस बारे में हर सवाल का जवाब बताते हैं। कोरोना वैक्‍सीन के लिए रजिस्‍टर कैसे करें?रजिस्‍ट्रेशन कराने के तीन तरीके हैं। आप ऐडवांस में सेल्‍फ रजिस्‍ट्रेशन करा सकते हैं। इसके अलावा ऑन द स्‍पॉट जाकर रजिस्‍टर कराने का भी विकल्‍प है। तीसरे विकल्‍प में सरकार खुद आपसे वैक्‍सीन के लिए संपर्क करेगी। तीनों तरीकों के बारे में विस्‍तार से आपको बताते हैं। ऐडवांस सेल्‍फ-रजिस्‍ट्रेशन: अगर आप टीकाकरण के योग्‍य हैं तो Co-WIN ऐप डाउनलोड कर खुद को रजिस्‍टर कर सकते हैं। इसके अलावा आरोग्‍य सेतु पर भी रजिस्‍टर किया जा सकता है। Co-WIN की वेबसाइट cowin.gov.in पर भी रजिस्‍ट्रेशन करा सकते हैं। तरीका इस प्रकार है:
  • ऐप या वेबसाइट पर जाएं।
  • अपना मोबाइल नंबर डालें। एक OTP जाएगा।
  • OTP ऐंटर कर अपना अकाउंट बनाएं।
  • नाम, उम्र, लिंग भरें और एक पहचान पत्र अपलोड करें।
  • अगर आपकी उम्र 45 साल से ज्‍यादा है और को-मॉर्बिडिटी है तो उसका सर्टिफिकेट अपलोड करें।
  • टीकाकरण केंद्र और तारीख चुनें।
  • एक मोबाइल नंबर के जरिए 4 अपॉइंटमेंट्स ली जा सकती हैं।
सीनियर सिटिजंस (60+ उम्र वाले) के लिए फोन से रजिस्‍ट्रेशन का विकल्‍प भी है। इसके लिए आपको कॉल सेंटर का नंबर 1507 डायल करना होगा। ऑन-साइट रजिस्‍ट्रेशन: अगर आप सेल्‍फ-रजिस्‍टर नहीं करा सकते तो नजदीकी कोविड टीकाकरण केंद्र पर जा सकते हैं। वहां आप खुद को रजिस्‍टर करा सकते हैं। एक वैध पहचान पत्र और को-मॉर्बिडिटी का सर्टिफिकेट (अगर लागू है तो) ले जाना न भूलें। फेसिलेटेड रजिस्‍ट्रेशन: यह तरीका राज्‍य और केंद्रशासित प्रदेशों की सरकारों के लिए है। टारगेट ग्रुप्‍स के लिए टीकाकरण की तारीख तय की जाएगी। स्‍वास्‍थ्‍य अधिकारी अपनी तरफ से कोशिश करेंगे कि सभी टारगेट ग्रुप्‍स को केंद्र तक लाया जाए। इसके लिए ASHA, ANM, पंचायती राज और महिलाओं के सेल्‍फ-हेल्‍प ग्रुप्‍स को यूज किया जाएगा। वैक्‍सीन के लिए क्‍या डॉक्‍युमेंट्स चाहिए?आप किसी भी मोड से रजिस्‍ट्रेशन कराएं, टीकाकरण से पहले आपको पहचान पत्र दिखाना होगा। सरकार ने 12 तरह के पहचान पत्रों को टीकाकरण के लिए अप्रूव किया है। ये इस प्रकार हैं:
  • आधार कार्ड
  • वोटर आईडी
  • पासपोर्ट
  • ड्राइविंग लाइसेंस
  • PAN कार्ड
  • हेल्‍थ इंश्‍योरेंस स्‍मार्ट कार्ड
  • पेंशन डॉक्‍युमेंट
  • बैंक/पोस्‍ट ऑफिस पासबुक
  • मनरेगा जॉब कार्ड
  • MP/MLA/MLC का आईडी कार्ड
  • सरकारी कर्मचारियों का सर्विस आईडी कार्ड
  • नैशनल पॉपुलेशन रजिस्‍टर के तहत जारी स्‍मार्ट कार्ड


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पंखुड़ी पर टिप्पणी से आहत पति अनिल यादव, SP के सभी पदों से इस्तीफा, ये था विवाद https://ift.tt/3kvffzG

February 27, 2021
नोएडा कांग्रेस नेता पंखुड़ी पाठक पर अभद्र टिप्पणी का मामला नए मोड़ पर पहुंच गया है। समाजवादी पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल यादव ने शनिवार को पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने इस्तीफा आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा कि पत्नी पंखुड़ी पाठक पर पार्टी नेताओं ने अशोभनीय टिप्पणी की है। इससे आहत होकर उन्होंने प्राथमिक और आजीवन सदस्यता से इस्तीफा दिया है। ट्वीट करते हुए अनिल यादव ने लिखा, 'जिस पार्टी में अपने घर की महिलाओं के सम्मान की अपेक्षा नहीं कर सकते उससे सर्वसमाज के सम्मान व उत्थान की क्या उम्मीद रखें?' अनिल यादव ने ट्विटर पर एक वीडियो भी शेयर किया है। इसमें उन्होंने कहा है कि मेरे इस्तीफे के संदर्भ में उम्मीद करता हूं कि जो साथी इस सफर में मुझसे जुड़े वो बात को समझेंगे। राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को भेजे गए अपने इस्तीफे में अनिल यादव ने लिखा कि 'कल एक तस्वीर वायरल हुई, जिसमें अखिलेश के बारे में आम लोगों ने टिप्पणी की। कांग्रेस ने भी उसी को प्रियंका की तस्वीर के साथ लगाकर कटाक्ष किया और मेरी पत्नी पंखुड़ी ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ता की पोस्ट को शेयर किया।' जिसके बाद समाजवादी पार्टी के कई नेताओं ने पंखुड़ी के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणी करनी शुरू कर दी। अनिल यादव ने कहा कि उन्हें सोशल मीडिया पर लिखी गई बातों को महत्व नहीं देते है। लेकिन कुछेक ने घर की महिला के बारे में घटिया बात लिखी तो वे सह नहीं पाए। पंखुड़ी पाठक ने विरोध जाहिर करते हुए यूपी पुलिस से भी ट्विटर पर ही शिकायत की। इस पूरे मामले में पुलिस कार्रवाई कर रही है। उधर, पार्टी की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई। अनिल यादव का कहना है कि शिकायत दर्ज कराने पर उन्हें ही पंखुड़ी को समझाने की नसीहत दे गई। साथ ही उन्हें पार्टी के सभी आधिकारिक वॉट्सऐप ग्रुप से निकाल बाहर कर दिया गया। यह है पूरा मामला जौनपुर में पुलिस हिरासत में एक युवक की मौत हो गई थी। जिसके बाद पार्टी मुखिया अखिलेश यादव मृतक के परिजनों को सांत्वना देने पहुंचे थे। उनकी एक फोटो तेजी के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हुई। फोटो में अखिलेश यादव परिवार के साथ बैठे नजर आ रहे थे। तस्वीर में उनके सामने खाना और बिस्लेरी पानी की बोतल रखी हुई थी। कांग्रेस के राष्ट्रीय सोशल मीडिया समन्वयक सरल पटेल ने इस फोटो को ट्वीट किया, जिसे पंखुड़ी पाठक की तरफ से भी ट्वीट किया गया। इसके बाद ही एसपी नेता ने पंखुड़ी पाठक पर आपत्तिजनक और अभद्र टिप्पणी की। इस्तीफा दिए जाने के बाद सोशल मीडिया पर अनिल यादव की प्रशंसा की जा रही है। बता दें कि पंखुडी पाठक अनिल यादव की पत्नी हैं। पंखुड़ी पाठक यूपी कांग्रेस कमिटी की सोशल मीडिया विंग की उपाध्यक्ष हैं। पहले वह समाजवादी पार्टी से भी जुड़ी रह चुकी हैं।


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पंखुड़ी पर टिप्पणी से आहत पति अनिल यादव, SP के सभी पदों से इस्तीफा, ये था विवाद https://ift.tt/3kvffzG पंखुड़ी पर टिप्पणी से आहत पति अनिल यादव, SP के सभी पदों से इस्तीफा, ये था विवाद
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हार्दिक पटेल का कांग्रेस से हो रहा मोहभंग? पार्टी में उपेक्षा पर पाटीदार नेता ने कही ये बात https://ift.tt/3qW6AJ8

February 27, 2021
अहमदाबाद गुजरात में हुए छह नगर निगमों के लिए चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद पार्टी में मतभेद उभरने लगे हैं। पाटीदार बहुल इलाकों में मिली हार के बाद की आलोचना भी हो रही है। करीब दो साल पहले कांग्रेस में शामिल हुए युवा पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने पार्टी की खुलकर अपनी बात उठाई है। प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक ने कहा कि पार्टी उनका सही से प्रयोग नहीं कर पा रही है। 2015 में पाटीदार आरक्षण आंदोलन से राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में आए युवा नेता ने कहा कि पार्टी के भीतर अपने ही नेता उनकी टांग खींचने का काम कर रहे हैं। प्रदेश नेतृत्व ने एक भी सभा आयोजित नहीं की इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में हार्दिक पटेल के हवाले से कहा गया है कि राज्य कांग्रेस नेतृत्व ने स्थानीय निकाय चुनाव से पहले उनकी एक भी सार्वजनिक सभा आयोजित नहीं की। हार्दिक ने कहा कि मैं एक दिन में 25 मीटिंग करने के लिए तैयार था। पटेल ने उम्मीद जताई की यदि वरिष्ठ नेता अहमद पटेल जिंदा होते तो वह 219 सीटों पर बिना मुकाबला किए भाजपा को जीत हासिल करने नहीं देते। हार्दिक ने कहा कि मैंने बार-बार पार्टी से कहा कि हम इसलिए आगे आए हैं कि हम लोगों के बीच घूमे हैं। यहां तक कि आज भी मैं लगातार लोगों से मिल रहा हूं। तो सूरत में नहीं रहते खाली हाथहार्दिक ने कहा कि पार्टी ने मेरा सही से प्रयोग किया होता तो हम सूरत में खाली हाथ नहीं होते। उन्होंने कहा कि पार्टी ने मतदान से एक दिन पहले मुझे सूरत में सभा करने को कहा। जबकि मैं सात दिन पहले से ही अपना कार्यक्रम बना चुका था। सूरत की 120 सीटों में से कांग्रेस को एक भी सीट पर जीत नहीं मिली थी। पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (PAAS) की स्थापना करने वाले पटेल ने पिछले साल जून में ही प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष का पद संभाला था। इसके बाद से उन्होंने आंदोलन समिति से दूरी बना ली थी। इससे नाराज उनके कई सहयोगी आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए थे। निकाय चुनाव में कांग्रेस को सिर्फ 55 सीटें गुजरात में हुए छह नगर निगम के लिए हुए चुनाव में कांग्रेस को महज 55 सीटें मिली थीं। सत्ताधारी भाजपा ने 576 में से 483 सीटें जीती। भाजपा ने राज्य के सभी छह नगर निगमों- अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा, राजकोट, जामनगर और भावनगर में सत्ता बरकरार रखी। सूरत महानगरपालिका की कुल 120 सीटों में से बीजेपी 93 और आप ने 27 सीटें जीती हैं। कांग्रेस का यहां खाता भी नहीं खुला।


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भगवा पगड़ी पहन बागियों की सोनिया-राहुल के खिलाफ हुंकार- हम बताएंगे कांग्रेस क्या है https://ift.tt/3pYbX9p

February 27, 2021
जम्मू एक ओर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी चुनावी राज्य तमिलनाडु का दौरा कर रहे हैं, वहीं जम्मू में पार्टी के असंतुष्ट नेता एक कार्यक्रम में इकट्ठा हुए। इस दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने कांग्रेस के कामकाज पर सवाल उठाते हुए कहा कि कांग्रेस उन्हें कमजोर होती दिख रही है। उन्होंने गुलाम नबी आजाद को दोबारा राज्यसभा के लिए नामित न किए जाने पर भी सवाल उठाए। इस कार्यक्रम में सोनिया-राहुल के पोस्टर नहीं थे। कार्यक्रम के मंच पर गांधी ग्लोबल लिखा था। पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के नेतृत्व में कांग्रेस के कई नेता जम्मू के शांति सम्मेलन में पहुंचे जिसे गांधी ग्लोबल फैमिली नामक एक एनजीओ ने आयोजित किया है। इस दौरान कांग्रेस के सभी नेता भगवा साफे में नजर आए। सच बोलने का मौका है, सच बोलेंगे- सिब्बल कपिल सिब्बल ने कहा, 'सच बोलने का मौका है और आज सच ही बोलेंगे। हम क्यों यहां इकट्ठा हुए हैं। सच्चाई तो यह है कि कांग्रेस पार्टी हमें कमजोर होती दिख रही है। इसलिए हम यहां इकट्ठा हुए हैं। पहले भी इकट्ठा हुए थे। हमें इकट्ठा होकर इसे मजबूत करना है। हम नहीं चाहते थे कि गुलाम नबी आजाद साहब को संसद से आजादी मिले।' 'कांग्रेस अनुभव का इस्तेमाल क्यों नहीं कर पा रही' सिब्बल ने आगे कहा, 'पूछिए क्यों? क्योंकि मैं समझता हूं कि जबसे वह राजनीति में आए कोई ऐसा मंत्रालय नहीं रहा, जिसमें वह मंत्री नहीं रहे। कोई ऐसा नेता नहीं है, जिसको वह जानते नहीं हैं। टेलिफोन पर जब किसी भी नेता को फोन करते थे, तो उनके यहां आकर बैठक करते थे। मुझे समझ नहीं आ रहा है कि इस अनुभव को कांग्रेस पार्टी इस्तेमाल क्यों नहीं कर पा रही है।' हमें कोई न बताए कि हम कांग्रेसी हैं या नहीं- आनंद शर्मा पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने अपने संबोधन में कहा, 'हममें से कोई ऊपर से नहीं आया। खिड़की रोशनदान से नहीं आया। दरवाजे से आए हैं। चलकर आए हैं। छात्र आंदोलन से आए हैं। युवक आंदोलन से आए हैं। यह अधिकार मैंने किसी को नहीं दिया कि मेरे जीवन में कोई बताए कि हम कांग्रेसी हैं कि नहीं हैं। यह हक किसी का नहीं है। हम बता सकते हैं कांग्रेस क्या है। हम बनाएंगे कांग्रेस को।' आनंद शर्मा ने आगे कहा, 'पिछले 10 सालों में कांग्रेस कमजोर हुई है। दो भाई अलग-अलग मत रखते हों, तो इसका मतलब यह नहीं है कि घर टूट जाएगा। या भाई, भाई का दुश्मन हो जाता है, ऐसा तो नहीं हो जाता है। अगर कोई अपना मत न व्यक्त करे कि उसका कोई क्या मतलब न निकाल ले, फिर वह घर मजबूत नहीं रहता है।' 'जम्मू- कश्मीर के मुद्दे पर इन सभी ने बोला' इससे पहले गुलाम नबी आजाद ने कहा, 'पिछले 5-6 साल से इन सभी दोस्तों ने जम्मू-कश्मीर को लेकर, यहां की बेरोजगारी, राज्य का दर्जा छीनने, इंडस्ट्री को खत्म करने, शिक्षा और जीएसटी लागू करने के मुद्दे लेकर संसद में मुझसे कम नहीं बोला है। चाहे जम्मू हो या कश्मीर या लद्दाख, हम सभी धर्म, लोगों और जाति का सम्मान करते हैं। हर एक समान रूप से सभी का आदर करते हैं। यह हमारी ताकत है और इसे हम आगे भी जारी रखेंगे।' 'जी-23 चाहता है कि कांग्रेस मजबूत बने'इस मौके पर यूपी कांग्रेस के पूर्व चीफ और जी-23 के नेता राजबब्बर भी मौजूद थे। राज बब्बर ने मंच से कहा, 'लोग कहते हैं, जी 23, मैं कहता हूं गांधी 23। महात्मा गांधी के विश्वास, संकल्प और सोच के साथ, इस देश के कानून और संविधान का गठन किया गया था। कांग्रेस इसे आगे ले जाने के लिए मजबूती से खड़ी है। जी 23 चाहता है कि कांग्रेस मजबूत बने।' गुलाम नबी के नेतृत्व में जम्मू पहुंचे ये नेता इस समारोह में गुलाम नबी आजाद और राज बब्बर के अलावा, पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा, कपिल सिब्बल, मनीष तिवारी, विवेक तन्खा और भूपिंदर सिंह हुड्डा मौजूद हैं। गुलाम नबी गांधी ग्लोबल फैमिली एनजीओ के प्रमुख हैं। माना जा रहा था कि ये नेता कांग्रेस के कामकाज पर सवाल उठा सकते हैं। राहुल के बयान से नाखुश है जी-23! यह भी कहा जा रहा है कांग्रेस में अंसतुष्ट नेताओं का समूह राहुल गांधी के हालिया 'उत्तर-दक्षिण की राजनीति' वाली टिप्पणी से नाखुश है। कांग्रेस के ये नेता गुलाम नबी आजाद को राज्यसभा के लिए फिर से नामित न किए जाने से भी नाराज हैं। पिछले दिनों गुलाम नबी आजाद का कार्यकाल समाप्त हो गया था जिसके बाद उन्हें विदाई दी गई। आजाद की विदाई समारोह में पीएम मोदी ने सदन में उनकी काफी तारीफ की थी। इसके कई मायने निकाले गए थे।


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भगवा पगड़ी पहन बागियों की सोनिया-राहुल के खिलाफ हुंकार- हम बताएंगे कांग्रेस क्या है https://ift.tt/3pYbX9p भगवा पगड़ी पहन बागियों की सोनिया-राहुल के खिलाफ हुंकार- हम बताएंगे कांग्रेस क्या है
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Gad

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