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भारत-चीन टेंशन के बीच लद्दाख के उपराज्यपाल ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री से मुलाकात की https://ift.tt/34Nc7tf

नई दिल्ली भारत और चीन की सेनाओं के बीच नए सिरे से पैदा हुई टेंशन को लेकर सोमवार को लद्दाख के उपराज्यपाल आर. के. माथुर ने सोमवार को केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री जी. किशन रेड्डी से मुलाकात की। बैठक के संबंध में फिलहाल ज्यादा जानकारी नहीं है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर मौजूदा हालात को लेकर चर्चा की गई है। बता दें कि इस बैठक के कुछ ही घंटे पहले सेना ने कहा था कि उसने 29-30 अगस्त की दरम्यानी रात को चीनी सेना की ‘उकसावे’ वाली गतिविधि को विफल कर दिया। चीनी सेना का यह कदम पूर्वी लद्दाख के पैगोंग सो झील के दक्षिणी तट के पास एकतरफा तरीके से यथास्थिति को बदलने का प्रयास था। चीन के साथ बेअसर हो रही है बातचीत चीन के साथ लगातार बातचीत जमीन पर असर नहीं दिखा रही है। 29-30 अगस्‍त की रात को भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में ताजा झड़प (Latest face-off in Eastern Ladakh) हुई है। सरकार की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, चीनी सैनिकों ने बातचीत से इतर जाते हुए मूवमेंट आगे बढ़ाया। पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर चीनी सैनिकों की गतिविधि का भारतीय सेना ने विरोध किया। प्रेस इन्‍फॉर्मेशन ब्‍यूरो की रिलीज के अनुसार, सेना ने चीन को आगे बढ़ने नहीं दिया। भारत ने इस इलाके में तैनाती और बढ़ा दी है। इस झड़प के बावजूद, चुशूल में ब्रिगेड कमांडर लेवल की फ्लैग मीटिंग चल रही है। 15 जून की रात को गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद चीन बॉर्डर पर हुई यह दूसरी सबसे बड़ी घटना है। अभी तक सभी जवान सुरक्षित बताए जा रहे हैं। (कुछ इनपुट भाषा से है)


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भारत-चीन टेंशन के बीच लद्दाख के उपराज्यपाल ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री से मुलाकात की https://ift.tt/34Nc7tf भारत-चीन टेंशन के बीच लद्दाख के उपराज्यपाल ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री से मुलाकात की
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पैंगोंग झील के पास 29-30 अगस्त की रात क्या हुआ? सेना का पूरा बयान https://ift.tt/3lwZCIn

नई दिल्ली चीन ने फिर से समझौतों का उल्लंघन करते हुए पूर्वी लद्दाख में अतिक्रमण करने की कोशिश की है। भारतीय सेना ने बताया कि चीनी सैनिकों ने उस इलाके में अपना आक्रामक रवैया दिखाया है जहां पर किसी तरह की गतिविधि नहीं करने पर सहमति बनी थी। आइए जानते हैं कि ताजा विवाद को लेकर भारतीय सेना ने क्या कहा है... भारतीय सेना का पूरा बयान भारतीय सेना ने पेंगोंग त्सो एरिया में चीन के आक्रामक रवैये को लेकर बताया कि 29/30 अगस्त की दरम्यानी रात को पीएलए के सैन्य दलों ने उस सहमति का उल्लंघन किया जो पूर्वी लद्दाख में जारी तनाव के दौरान सैन्य एवं कूटनीतिक बातचीत के दौरान बनी थी। चीनी सैनिकों ने यथास्थिति को बदलने के लिए उकसावे की सैन्य गतिविधियां कीं। सेना ने बताया कि भारतीय सैनिकों ने पेंगोंग त्सो झील के दक्षिणी किनारे पर पीएलए की गतिविधि को रोकते हुए हमारी स्थिति मजबूत करने के कदम उठाए और जमीनी हकीकत को एकतरफा बदलने की चीन की मंशा को ध्वस्त कर दिया। भारतीय सेना बातचीत के जरिए शांति और स्थिरता कायम रखने को लेकर प्रतिबद्ध तो है लेकिन अपनी क्षेत्रीय अखंडता को अक्षुण्ण बनाए रखने को लेकर भी उतना ही दृढ़ निश्चयी है। विवादों को सुलझाने के लिए चुसूल में ब्रिगेड कमांडर स्तर की फ्लैग मीटिंग चल रही है। दगाबाजी के कुख्यात है चीन ध्यान रहे कि पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में 15 जून को भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी जिसमें 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे जबकि 40 चीनी सैनिकों के मारे जाने की भी खबर है। उसके बाद दोनों देशों के बीच सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर बातचीत के कई दौर चले और फिर कई इलाकों से सेनाएं भी पीछे हटाई गईं। बातचीत में उन इलाकों को भी चिह्नित किया गया जहां भारत और चीन की सेना पेट्रोलिंग नहीं करेंगी। लेकिन दगाबाजी के लिए कुख्यात चीनी सैनिकों ने फिर से वही किया जिसकी आशंका हमेशा बनी रहती है।


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पैंगोंग झील के पास 29-30 अगस्त की रात क्या हुआ? सेना का पूरा बयान https://ift.tt/3lwZCIn पैंगोंग झील के पास 29-30 अगस्त की रात क्या हुआ? सेना का पूरा बयान
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J&K: सेना के वाहन पर आतंकियों ने फेंका ग्रेनेड, 6 लोग जख्मी https://ift.tt/3jA9VcZ

श्रीनगर जम्मू-कश्मीर के बारामुला में पुलवामा अटैक जैसी बड़ी घटना होने से बच गई। यहां आतंकियों ने भारतीय सेना के वाहन पर ग्रेनेड फेंका लेकिन यह मिस हो गया। ग्रेनेड सड़क पर जाकर गिरा और भीषण विस्फोट हुआ। इस घटना में छह स्थानीय नागरिक घायल हुए हैं। पुलवामा अटैक ने पूरे देश को हिला दिया था। इस हमले आंतकियों से सेना के वाहनों को निशाना बनाया था। इस हमले में भारतीय सेना के 40 से ज्यादा जवान शहीद हो गए थे। इसी तरह से एक बार फिर से आंतकियों ने देश को दहलाने की साजिश रची। बीच सड़क पर गिरकर फटा आतंकवादियों ने बारामूला में एक भारतीय सेना के वाहन पर ग्रेनेड फेंका। वाहन आगे बढ़ गया और आतंकियों का निशाना चूक गया। ग्रेनेड बीच सड़क पर गिरा और तेज आवास के साथ फट गया। घायल स्थानीय नागरिकों को कराया गया भर्ती ग्रेनेड फटने से छह स्थानीय लोग घायल हो गए। सभी को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। सेना ने घटनास्थल पर चौकसी बढ़ा दी है। इलाके में घेराबंदी करके आतंकियों की तलाश शुरू कर दी गई है। चेकिंग अभियान तेज कर दिया गया है।


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J&K: सेना के वाहन पर आतंकियों ने फेंका ग्रेनेड, 6 लोग जख्मी https://ift.tt/3jA9VcZ J&K: सेना के वाहन पर आतंकियों ने फेंका ग्रेनेड, 6 लोग जख्मी
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SC ने भूषण पर लगाया ₹1 जुर्माना, न दिया तो 3 माह जेल और 3 साल वकालत पर रोक https://ift.tt/3lAhJgj

नई दिल्ली वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण के खिलाफ अवमानना मामले (Contempt of Court case against Prashant Bhushan) में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने भूषण (Prashant Bhushan Sentence) पर 1 रुपये का जुर्माना लगाया है। सुप्रीम कोर्ट ने भूषण को 15 सितंबर तक 1 रुपये का जुर्माना जमा कराने को कहा है। जुर्माना नहीं देने पर उन्हें तीन महीने की सजा होगी और 3 साल तक के लिए वकालत पर रोक लग जाएगी। शीर्ष अदालत के फैसले के बाद भूषण आज शाम 4 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने आगे की रणनीति का खुलासा करेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में यह कहा जस्टिस अरुण मिश्रा की अध्यक्षता में जस्टिस बी आर गवई और जस्टिस कृष्ण मुरारी की पीठ ने कहा कि भूषण ने अपने बयान को पब्लिसिटी दिलाई उसके बाद कोर्ट ने इस मामले पर संज्ञान लिया। कोर्ट ने फैसले में भूषण () के कदम को सही नहीं माना। माफी नहीं मांगने पर अड़े थे भूषण 25 अगस्त को सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि माफी मांगने में गलत क्या है, क्या यह शब्द इतना बुरा है। बता दें कि भूषण माफी नहीं मांगने की जिद पर अड़े थे। प्रशांत भूषण ने अपना जवाब दाखिल करते हुए कहा था कि वह अपने टि्वट के लिए माफी नहीं मांगेगे और अपने टि्वट पर अडिग हैं। प्रशांत भूषण ने टि्वट किया था सुप्रीम कोर्ट ने प्रशांत भूषण को अपने बयान पर दोबारा विचार करते हुए माफी मांगने को कहा था। सुनवाई में अटॉर्नी जनरल के. के वेणुगोपाल ने कोर्ट से भूषण को भविष्य के लिए चेतावनी देकर छोड़ने का सुझाव दिया था। दूसरी तरफ भूषण का पक्ष रख रहे राजीव धवन ने अपने मुवक्किल का बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने कोई मर्डर या चोरी नहीं की है लिहाजा उन्हें शहीद न बनाया जाए। सुप्रीम कोर्ट ने भूषण को ठहराया था दोषी उच्चतम न्यायालय ने 14 अगस्त को भूषण को न्यायापालिका के खिलाफ उनके दो अपमानजनक ट्वीट के लिए उन्हें आपराधिक अवमानना का दोषी ठहराया था।अदालत ने 14 अगस्त को चीफ जस्टिस और पूर्व चीफ जस्टिस के खिलाफ आपत्तिजनक टि्वट के मामले में प्रशांत भूषण को सुप्रीम कोर्ट ने अवमानना का दोषी करार दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि प्रशांत भूषण ने पूरे सुप्रीम कोर्ट के कार्यप्रणाली पर अटैक किया है और अगर इस तरह के अटैक को सख्त तरीके से डील नहीं किया जाता है तो इससे राष्ट्रीय प्रतिष्ठा और ख्याति प्रभावित होगा। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि लोगों का न्यायपालिका के प्रति भरोसा और न्याय पाने की क्षमता ही न्यायपालिका की बुनियाद है। न्यायपालिका की बुनियाद को प्रभावित करने की कोशिश की जाएगी तो इससे लोगों का न्यायपालिका के प्रति अनास्था पैदा होगा। प्रशांत भूषण ने न सिर्फ झूठे आरोप लगाए बल्कि न्याय प्रशासन के वैभव पर अटैक किया। इस तरह का अटैक न्यायपालिका के प्रति आम लोगों के बीच अनादार का भाव पैदा करता है और इस हरकत को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में प्रशांत भूषण के उस दलील को खारिज कर दिया था कि उन्होंने लोकहित में स्वस्थ्य आलोचना की थी। भूषण के वकील ने की थी माफी की मांग भूषण का पक्ष रख रहे धवन ने भूषण के पूरक बयान का हवाला देते हुए शीर्ष अदालत से अनुरोध किया था कि वह अपने 14 अगस्त के फैसले को वापस ले ले तथा कोई सजा न दे। उन्होंने अनुरोध किया कि न सिर्फ इस मामले को बंद किया जाना चाहिए, बल्कि विवाद का भी अंत किया जाना चाहिए। अटॉर्नी जनरल के. के वेणुगोपाल ने अदालत से अनुरोध किया कि वह भूषण को इस संदेश के साथ माफ कर दे कि उन्हें भविष्य में ऐसा कृत्य नहीं दोहराना चाहिए।


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SC ने भूषण पर लगाया ₹1 जुर्माना, न दिया तो 3 माह जेल और 3 साल वकालत पर रोक https://ift.tt/3lAhJgj SC ने भूषण पर लगाया ₹1 जुर्माना, न दिया तो 3 माह जेल और 3 साल वकालत पर रोक
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राजीव गांधी फाउंडेशन को चोकसी, जाकिर, राणा और जिग्‍नेश शाह से मिला पैसा: BJP https://ift.tt/32EZFJw

नई दिल्‍ली भारतीय जनता पार्टी ने की फंडिंग को लेकर चौंकाने वाले दावे किए हैं। पार्टी के प्रवक्‍ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में कहा कि राजीव गांधी फाउंडेशन को घोटाले के आरोपी मेहुल चोकसी की कंपनियों से डोनेशन मिलता रहा। चोकसी पंजाब नैशनल बैंक फ्रॉड केस में मुख्‍य आरोपी है। उन्‍होंने चोकसी के अलावा RGF को जाकिर नाईक, यस बैंक के राणा कपूर और जिग्‍नेश शाह का भी नाम लिया। यह सभी किसी न किसी घोटाले के मामले में आरोपी हैं। पात्रा ने कहा कि RGF को डोनेशन कोई संयोग नहीं था, बल्कि सोची-समझी साजिश थी। चोकसी से लेकर राणा तक के नाम गिनाएपात्रा ने कहा कि 'मेहुल चौकसी के नाम पर गीतांजलि ग्रुप है। इसके अंतर्गत एक और कंपनी आती है मैसर्स नवीराज एस्टेट्स। इस कंपनी ने 29 अगस्त 2014 को राजीव गांधी फाउंडेशन को चेक नंबर 676400 के माध्यम से 10 लाख रुपये डोनेट किए।' बीजेपी नेता ने दावा किया कि 'राजीव गांधी फाउंडेशन को यस बैंक से 9.45 लाख रुपये मिले। यह राणा कपूर का पैसा नहीं था लेकिन पैसा यस बैंक से राजीव गांधी फाउंडेशन को डायवर्ट किया गया।' 'जिग्‍नेश शाह, FTIL से करोड़ों रुपये RGF को'बीजेपी नेता ने तीसरा नाम लिया जिग्‍नेश शाह का। पात्रा ने कहा कि जिग्‍नेश शाह NSEL घोटाले के लिए कुख्‍यात है। उन्‍होंने कहा कि "NSEL के खिलाफ पीएमएलए का मामला चल रहा है। FTIL ने RGF को 27 अक्‍टूबर 2011 को 50 लाख रुपये डोनेशन दिया। जिग्‍नेश शाह और FTIL ने 5,600 करोड़ रुपये के अपराध किया, उसका एक बड़ा हिस्‍सा RGF को दिया गया।" इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन ने भी दिया पैसा : बीजेपीपात्रा ने कहा कि 'जाकिर नाइक का इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन ने 8 जुलाई 2011 को 50 लाख रुपये RGF को डोनेट किए। जिस अकाउंट नंबर से डोनेशन हुआ उसे PMLA के तहत सीज किया गया है। जब पकड़े गए तो फाउंडेशन ने पैसा उसी बैंक के दूसरे अकाउंट में भेज दिया।'


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राजीव गांधी फाउंडेशन को चोकसी, जाकिर, राणा और जिग्‍नेश शाह से मिला पैसा: BJP https://ift.tt/32EZFJw राजीव गांधी फाउंडेशन को चोकसी, जाकिर, राणा और जिग्‍नेश शाह से मिला पैसा: BJP
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इस बार फिंगर 4 से 8 के बीच नहीं, पैंगोंग झील के दक्षिण में हुई झड़प https://ift.tt/2YQ0HRN

नई दिल्‍ली पैंगोंग त्‍सो (झील) के पास ताजा झड़प (Pangong Tso latest clash) के बाद भारत और चीन के बीच तनाव (India China tensions) और बढ़ गया है। पूर्वी लद्दाख से लगी सीमा (Eastern Ladakh border) पर इससे पहले गलवान घाटी में हिंसक झड़प 15 जून को हुई थी। पैंगोंग झील पर भारत और चीन की सेनाएं एक-दूसरे से थोड़ी दूरी पर मौजूद थीं। सरकार के मुताबिक, 29-30 अगस्‍त की रात को चीनी सैनिकों ने 'यथास्थिति बदलने' की कोशिश की जिसे सफलतापूर्वक रोक दिया गया। खास बात ये है कि झील के उत्‍तरी किनारे पर फिंगर एरियाज में पहले भी झड़प हो चुकी है मगर दक्षिणी किनारे पर हाल के सालों में सैनिकों के टकराने का यह पहला मामला है। उत्‍तरी किनारे पर फिंगर 4 है तनाव का केंद्र पैंगोंग सो के उत्‍तरी किनारे पर 5-6 मई को करीब 13,900 फीट की ऊंचाई पर चांगला पास के नजदीक दोनों तरफ के जवान टकरा गए थे। इसके बाद से, चीनी सैनिक भारतीय जवानों को फिंगर 4 से पूर्व में नहीं जाने दे रहे। एक सीनियर ऑफिसर के मुताबिक, "भारतीय सेना के सारे मैप दिखाते हैं कि LAC फिंगर 8 पर उत्‍तर से दक्षिण की ओर जाती है। फिंगर 3 और 4 के बीच सालों से ITBP की पोस्‍ट है।" बता दें कि फिंगर्स असल में झील के उत्‍तरी किनारे पर मौजूद चोटियां हैं जो झील में मिलती हैं। इनपर कंट्रोल को लेकर दोनों देशों में अक्‍सर विवाद होता है। चीन का दावा फिंगर 2 तक है और भारत फिंगर 8 तक अपनी सीमा मानता है। दक्षिणी किनारे पर 1962 में हुई थी हलचलपैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे के पास ही चुशूल है। वहीं से थोड़ी दूर पर रेजांग ला (पास) है। यहां पर 1962 की जंग में भारतीय सेना की 13 कुमाऊं बटालियन ने आखिरी दम तक चीनी सैनिकों से लोहा लिया था। कंपनी का नेतृत्‍व मेजर शैतान सिंह कर रहे थे जिन्‍हें मरणोपरांत परमवीर चक्र से सम्‍मानित किया गया। उस जंग में 120 जवानों की टुकड़ी ने शहादत देने से पहले 1,300 चीनी सैनिकों को मौत के घाट उतार दिया था। झड़प वाली जगह रेजांग ला से 20 किलोमीटर की रेंज में है। पहले भी चीन कर चुका ऐसी हरकतें1999 में जब भारत का ध्‍यान करगिल में पाकिस्‍तान की घुसपैठ पर था, तब चीन ने अपने बेस से लेकर फिंगर 4 तक एक कच्‍ची सड़क बना ली थी। बाद में इसे पक्‍का कर दिया गया। एक मिलिट्री ऑफिसर के अनुसार, "PLA के सैनिक अक्‍सर फिंगर 8 और सिरजप की पोस्‍ट से अपनी पोस्‍ट से गाड़‍ियों में बैठकर इस इलाके में पैट्रोल करते थे। फिंगर 2 तक दावा करने के बाजवूद उन्‍होंने इसपर कभी कब्‍जा नहीं किया था" मगर अब चीन के इरादे अलग लग रहे हैं। सेना ने पैंगोंग में झड़प पर क्‍या कहा?भारतीय सेना के बयान के अनुसार, पैंगोंग त्सो एरिया में 29/30 अगस्त की दरम्यानी रात को पीएलए के सैन्य दलों ने उस सहमति का उल्लंघन किया जो पूर्वी लद्दाख में जारी तनाव के दौरान सैन्य एवं कूटनीतिक बातचीत के दौरान बनी थी। चीनी सैनिकों ने यथास्थिति को बदलने के लिए उकसावे की सैन्य गतिविधियां कीं। भारतीय सैनिकों ने पीएलए की गतिविधि को रोकते हुए हमारी स्थिति मजबूत करने के कदम उठाए और जमीनी हकीकत को एकतरफा बदलने की चीन की मंशा को ध्वस्त कर दिया। भारतीय सेना बातचीत के जरिए शांति और स्थिरता कायम रखने को लेकर प्रतिबद्ध तो है लेकिन अपनी क्षेत्रीय अखंडता को अक्षुण्ण बनाए रखने को लेकर भी उतना ही दृढ़ निश्चयी है। विवादों को सुलझाने के लिए चुसूल में ब्रिगेड कमांडर स्तर की फ्लैग मीटिंग चल रही है।"


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इस बार फिंगर 4 से 8 के बीच नहीं, पैंगोंग झील के दक्षिण में हुई झड़प https://ift.tt/2YQ0HRN इस बार फिंगर 4 से 8 के बीच नहीं, पैंगोंग झील के दक्षिण में हुई झड़प
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SC से सजा मिलने के बाद प्रशांत भूषण ने दिखाया 1 रुपये का सिक्का, फोटो वायरल https://ift.tt/2EFrZn2

नई दिल्‍ली सुप्रीम कोर्ट ने अवमानना मामले में के खिलाफ सजा का ऐलान कर दिया है। अदालत ने प्रशांत भूषण को 15 सितंबर तक उसकी रजिस्ट्री में एक रुपये की जुर्माना राशि जमा करने का निर्देश दिया। अगर वे इसे जमा नहीं करा सके तो तीन माह की जेल हो सकती है। साथ ही भूषण को वकालत से तीन साल तक प्रतिबंधित किया जा सकता है। फैसला आने के कुछ देर बाद सोशल मीडिया पर भूषण की एक तस्‍वीर वायरल हुई जिसमें वह एक रुपये का सिक्‍का लिए दिख रहे हैं। कई लोगों ने दावा किया कि यह फोटो SC के फैसले के ठीक बाद लिया गया। एक और फोटो में वरिष्‍ठ वकील राजीव धवन उन्‍हें सिक्‍का देते दिख रहे हैं। इन तस्‍वीरों को देखने के बाद लोग पूछ रहे हैं कि क्‍या भूषण जुर्माना भरेंगे? भूषण ने कहा है कि वह सोमवार शाम को 4 बजे एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में आगे की रणनीति के बारे में बताएंगे। 'एक रुपये की कीमत तुम क्‍या जानो...'फैसला आने के कुछ देर बाद ट्विटर पर प्रशांत भूषण टॉप पर ट्रेंड करने लगा। भूषण के समर्थक जहां सत्‍यमेव जयते हैशटैग के साथ इसे उनकी जीत बता रहे हैं, वहीं विरोध‍ी मजाक बना रहे हैं। वायरल तस्‍वीर पर मजाकिया अंदाज में कुल लोगों ने कहा कि प्रशांत भूषण अपनी फीस बता रहे हैं। वहीं कुल ने कहा कि इस एक रुपये की वैल्‍यू तीन महीने जेल और तीन साल का डिबारमेंट है। कई यूजर्स ने तस्‍वीर देकर अंदाजा लगाया कि भूषण जुर्माना भरेंगे और जेल नहीं जाएंगे। हालांकि वे क्‍या करेंगे, इसका पता आज शाम 4 बजे की प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में लग जाएगा। दूसरों के अधिकारों का सम्‍मान भी हो : SCजस्टिस अरुण मिश्रा की अध्यक्षता में जस्टिस बी आर गवई और जस्टिस कृष्ण मुरारी की पीठ ने यह फैसला दिया। अदालत ने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर अंकुश नहीं लगाया जा सकता, लेकिन दूसरों के अधिकारों का भी सम्मान किए जाने की आवश्यकता है। बेंच ने कहा कि भूषण ने अपने बयान को पब्लिसिटी दिलाई उसके बाद कोर्ट ने इस मामले पर संज्ञान लिया। माफी न मांगने पर अड़े रहे प्रशांत भूषणबेंच ने पिछली सुनवाई में भूषण के ट्वीट के लिए माफी मांगने से इनकार करने का जिक्र किया था। तब अदालत ने भूषण को ट्वीट के संबंध में खेद व्यक्त नहीं करने के लिए अपने रुख पर विचार करने के लिए 30 मिनट का समय भी दिया था। मगर भूषण अड़े रहे। अदालत ने 14 अगस्त को भूषण को न्यायपालिका के खिलाफ अपमानजनक ट्वीट के लिए आपराधिक अवमानना का दोषी ठहराया था।


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SC से सजा मिलने के बाद प्रशांत भूषण ने दिखाया 1 रुपये का सिक्का, फोटो वायरल https://ift.tt/2EFrZn2 SC से सजा मिलने के बाद प्रशांत भूषण ने दिखाया 1 रुपये का सिक्का, फोटो वायरल
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जेडीयू में लौटेंगे शरद यादव? बिहार के राजनीतिक गलियारे में अटकलें तेज https://ift.tt/3lBwLCz

पटना बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजनेताओं का दल बदलने का सिलसिला जारी है। दल बदल का ज्यादा असर आरजेडी और जेडीयू में दिख रहा है। लालू प्रसाद यादव के समधी समेत आरजेडी के कई विधायक जेडीयू का दामन थाम चुके हैं। वहीं नीतीश सरकार में मंत्री श्याम रजक ने आरजेडी का दामन थामा है। इसी बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव (Sharad Yadav) की जेडीयू में वापसी की अटकलें हैं। सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि जेडीयू के कई नेताओं के साथ वरिष्ठ नेता शरद यादव की मुलाकात हो चुकी है। सूत्रों का कहना है कि शरद यादव के जेडीयू में वापसी को लेकर पार्टी अध्यक्ष नीतीश कुमार से अभी कोई चर्चा नहीं हुई है। इस वजह से इस मुद्दे पर अभी अंतिम फैसला लिया जाना बाकी है। जेडीयू के सूत्रों का कहना है कि पार्टी फोरम में चर्चा हो रही है कि शरद यादव पार्टी के पुराने चेहरा रह चुके हैं। जेडीयू को स्थापित करने में उन्होंने अहम रोल निभाया था। शरद यादव के करीबी ने किया इनकार शरद यादव के करीबी अजित यादव ने बताया कि मीडिया में जो भी अटकलें लगाई जा रही है वह निराधार है। फिलहाल शरद यादव के जेडीयू में जाने की कोई बात नहीं है। उन्होंने बताया कि शरद यादव पिछले कुछ समय से बीमार थे। उनका दिल्ली के अस्पताल में इलाज चल रहा था। इस दौरान आरजेडी नेताओं ने उनसे मुलाकात की थी। अब वह ठीक अनुभव कर रहे हैं और पटना लौट आए हैं। अजित यादव ने कहा कि शरद यादव अगले एक-दो दिनों में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। इसी दौरान सारी बातें साफ की जाएगी। ये भी पढ़ेः 2019 के लोकसभा चुनाव में शरद यादव की हुई थी हार 2016 में आरजेडी+जेडीयू गठबंधन टूटने के बाद शरद यादव मुख्यमंत्री और पार्टी अध्यक्ष नीतीश कुमार के फैसले से नाराज थे। शरद यादव नहीं चाहते थे कि जेडीयू दोबारा से बीजेपी के साथ जाए। इन्हीं बातों को लेकर शरद यादव जेडीयू से अलग हो गए थे। इसके बाद उन्होंने राष्ट्रीय लोकतांत्रिक जनता दल का गठन किया था। इसी पार्टी के टिकट पर शरद यादव ने 2019 के लोकसभा चुनाव में भाग्य आजमाया था, लेकिन उन्हें हार मिली थी। मधेपुरा लोकसभा सीट पर उनको जेडीयू नेता दिनेशचन्द्र यादव ने 1 लाख से ज्यादा वोटों से हराया था। लोकसभा चुनाव के दौरान शरद यादव की पार्टी महागठबंधन का हिस्सा थी।


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जेडीयू में लौटेंगे शरद यादव? बिहार के राजनीतिक गलियारे में अटकलें तेज https://ift.tt/3lBwLCz जेडीयू में लौटेंगे शरद यादव? बिहार के राजनीतिक गलियारे में अटकलें तेज
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दिल्‍ली में भयानक हादसा, कार पलटी और कटकर रोड पर जा गिरा बच्‍चे का सिर https://ift.tt/31MQJmh

नई दिल्‍ली द्वारका इलाके में एक दर्दनाक हादसे में कार सवार 11 साल के मासूस की गर्दन धड़ से अलग हो गई। हादसे के समय बच्चे के पिता कार चला रहे थे। द्वारका सेक्टर-22 के पास कार डिवाइडर से टकराकर पलट गई। रफ्तार काफी अधिक होने की वजह से डिवाइडर से टकराते ही कार हवा में 4-5 बार पलटी खाते हुए गिरी। इसी दौरान बच्चे का सिर खिड़की से बाहर आ गया और धड़ से अलग हो गया। हादसा इतना दर्दनाक था कि आसपास खड़े लोग सिहर उठे। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। मयंक (11) की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पुलिस घायल पिता सुजीत (35) और बहन त्रिशका (2) को तुरंत अस्पताल लेकर पहुंची। द्वारका सेक्टर-23 थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और छानबीन कर रही है। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के बाद मयंक का शव परिवार को सौंप दिया है। चश्‍मदीद ने बताई भयावहताएक स्‍थानीय निवासी ने पूरा हादसा अपनी आंखों से देखा। उसने बताया, "मैं मोबाइल पर बात कर रहा था जब मैंने तेज आवाज सुनी। लड़के का सिर खिड़की से निकलकर रोड पर आ गिरा था। मैं खुद देर के लिए जड़ हो गया था।" प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस को बताया कि कार की रफ्तार काफी तेज थी। जैसे ही कार सेक्टर-22, शुभम अपार्टमेंट के सामने पहुंची, अचानक डिवाइडर से टकराकर पलट गई। हादसे के समय मयंक के साइड की खिड़की का शीशा खुला हुआ था। जिसकी वजह से उसकी गर्दन हादसे के समय किसी तरह खिड़की से बाहर आकर अलग हो गई। फ्रंट सीट पर बैठा था मयंकपुलिस के मुताबिक सुजीत परिवार के साथ पोचनपुर इलाके में रहते हैं। मयंक के जाने के बाद अब परिवार में उनकी मां, पत्नी और बेटी रह गए हैं। सुजीत की पोजनपुर इलाके में ठीक ठाक प्रॉपर्टी है। इस प्रॉपर्टी से उन्हें किराया मिलता है। गुरुवार की रात को परिवार किसी रिश्तेदार के यहां स्विफ्ट डिजायर कार से गया था। सुजीत के साथ उसकी पत्नी दोनों बच्चे और मां थी। देर रात को वहां से वापस लौटते समय फ्रंट सीट पर उनके साथ मयंक बैठा था। पीछे त्रिशका को गोद में लेकर उनकी पत्नी और मां बैठीं थीं।


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दिल्‍ली में भयानक हादसा, कार पलटी और कटकर रोड पर जा गिरा बच्‍चे का सिर https://ift.tt/31MQJmh दिल्‍ली में भयानक हादसा, कार पलटी और कटकर रोड पर जा गिरा बच्‍चे का सिर
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मां को गाली देने पर युवक ने पकड़ा SO का कॉलर, फिर क्या हुआ? https://ift.tt/2YL6Bna

गाजीपुर यूपी के गाजीपुर में जमीन विवाद के मामले में पुलिस ने एक युवक के सामने ही उसकी मां को अपशब्द कहे। इसके बाद नाराज युवक ने एसओ का कॉलर पकड़ लिया।युवक के ऐसा करने पर एसओ ने पिटाई के बाद थाने में बंद कर दिया। हालांकि पुलिस ने अपशब्द के आरोपों को नकारा है। मामला दुल्लहपुर थाना इलाके के बिथरियां गांव का है। गांव के ही दो पक्षों में जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। गांव के राम प्रवेश उर्फ खुन्नु गिरी का परिवार मुंबई रहता था। लॉकडाउन में गिरी परिवार गांव आ गया। राम प्रवेश मुंबई में रुक गए थे। रामप्रवेश उर्फ खुन्नु गिरी का परिवार जमीन के एक हिस्से को क़रीब 40 साल से मवेशियों के बाड़े के रूप में इस्तेमाल कर रहा था। दूसरे पक्ष के चानी गिरी इसका विरोध कर रहे थे। तीन दिन पहले दोनों पक्षों में विवाद हुआ था, जिसमें पुलिस ने दोनो पक्षों का चालान कर दिया था। रविवार को एक बार फिर इसी जमीन के टुकड़े को लेकर विवाद शुरू हुआ। दोनों तरफ से महिलाएं अपशब्द कहने लगीं। मौके पर मौजूद लोगों की मानें तो एसओ जितेंद्र सिंह ने बिना मामले की जानकारी के ही खुन्नु गिरी की पत्नी संगीता देवी को अपशब्द कहने शुरू कर दिए। मामला बढ़ता देखकर संगीता देवी के बेटे रोहित गिरी ने भी एसओ का कॉलर पकड़ लिया । जिससे गुस्साए एसओ ने युवक को जमकर पीटा। पुलिस रोहित गिरी, उसके भाई इंद्रजीत गिरी के साथ मां संगीता देवी को थाने लाई। सभी का चालान कर दिया गया। दूसरे पक्ष से राकेश, सुरेन्द्र का शांति भंग में चालान किया गया है। स्थानीय लोगों ने बताया कि चानी गिरी के परिवार की ओर से आए दिन विवाद किया जाता है। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि विपक्षी थाने पर पैसा देकर जमीन कब्जा कराने की फ़िराक में हैं। इस मामले में सीओ भुड़कुड़ा ने बताया कि जमीन विवाद का मामला सही है। दो पक्षों के विवाद में शांति भंग के आरोप में दोनों पक्षों के लोगों का चालान किया गया है। लेकिन युवक ने पुलिस अधिकारी की कॉलर पकड़ी और उसके बाद उसके बाद युवक की पिटाई हुई, यह बात सही नहीं है। पुलिस आगे भी इस मामले में कानून सम्मत कार्रवाई करेगी।


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मां को गाली देने पर युवक ने पकड़ा SO का कॉलर, फिर क्या हुआ? https://ift.tt/2YL6Bna मां को गाली देने पर युवक ने पकड़ा SO का कॉलर, फिर क्या हुआ?
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LAC पर फिर टेंशन: श्रीनगर-लेह हाइवे बंद, एयरफोर्स का अलर्ट https://ift.tt/2EKOKFQ

लद्दाख लद्दाख की गलवान घाटी में भारत-चीन के सैनिकों के बीच झड़प के बाद दोनों देशों के बीच बातचीत का कोई असर दिखाई नहीं दे रहा है। जानकारी के मुताबिक, 29-30 अगस्‍त की रात को भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में फिर झड़प हुई है। बताया गया कि भारतीय सेना ने चीनी सैनिकों के घुसपैठ को सफल नहीं होने दिया। सीमा पर इस तनाव का असर श्रीनगर-लेह राजमार्ग पर भी देखा जा सकता है। जानकारी के मुताबिक, श्रीनगर-लेह हाइवे पर भारी तोपवाहनों की आवाजाही देखी गई है। इसके अलावा राजमार्ग को आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया है। ताजा निर्देशों के मुताबिक, इसका इस्तेमाल केवल सेना कर सकती है। सीमा पर तनाव की स्थिति के मद्देनजर भी एयरफोर्स भी तैयार है। भारतीय वायुसेना ने अवंतिपोरा और अंबाला एयरबेस को अलर्ट जारी किया है। वहीं, भारतीय सेना का उत्तरी कमांड लगातार 14 वाहिनियों के संपर्क में है। डीजीएमओ खुद सारी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। क्या है मामला बता दें कि 29-30 अगस्त को चीनी सैनिकों ने बातचीत से इतर जाते हुए मूवमेंट आगे बढ़ाया। पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर चीनी सैनिकों की गतिविधि का भारतीय सेना ने विरोध किया। प्रेस इन्‍फॉर्मेशन ब्‍यूरो की रिलीज के अनुसार, सेना ने चीन को आगे बढ़ने नहीं दिया। वहीं भारत ने इस इलाके में तैनाती और बढ़ा दी है। इस झड़प के बावजूद चुशूल में ब्रिगेड कमांडर लेवल की फ्लैग मीटिंग चल रही है। 15 जून की रात को गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद चीन बॉर्डर पर हुई यह दूसरी सबसे बड़ी घटना है। अभी तक सभी जवान सुरक्षित बताए जा रहे हैं।


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LAC पर फिर टेंशन: श्रीनगर-लेह हाइवे बंद, एयरफोर्स का अलर्ट https://ift.tt/2EKOKFQ LAC पर फिर टेंशन: श्रीनगर-लेह हाइवे बंद, एयरफोर्स का अलर्ट
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अवमानना केस: SC ने भगोड़े कारोबारी विजय माल्या की पुनर्विचार याचिका खारिज की https://ift.tt/3gKqYXG

नई दिल्ली सुप्रीम कोर्ट ने भगोड़े कारोबारी विजय माल्या (Vijay Mallya) की याचिका खारिज कर दी है। उसने कोर्ट के आदेश को न मानने के मामले में दोषी ठहराए जाने के वाले अवमानना केस के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दाखिल की थी। जस्टिस यूयू ललित और जस्टिस अशोक भूषण ने माल्या की याचिका खारिज कर दी। पिछली सुनवाई में कोर्ट ने इसपर आदेश सुरक्षित रख लिया था। गौरतलब है कि भगोड़े माल्या ने कोर्ट के आदेश की अवहेलना करते हुए 4 करोड़ अमेरिकी डॉलर अपने बच्चों के खिलाफ ट्रांसफर कर दिया था। कोर्ट ने 2017 माल्या को अवमानना का दोषी का ठहराया था।इसे अपने आदेश की अवमानना माना था। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने जुलाई 2017 में कहा था कि माल्या की सजा पर फैसला प्रत्यर्पण के बाद होगा। केंद्र ने शीर्ष अदालत को अपने बयान में बताया था कि जब माल्या को भारत लाया जाए तो उन्हें सुप्रीम कोर्ट में पेश किया जाए। सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद माल्या कोर्ट में पेश नही हुआ था। इससे पहले 9 मई 2017 को सुप्रीम कोर्ट ने माल्या को कोर्ट की अवमानना का दोषी माना था। कोर्ट ने माल्या को उसे अपनी पूरी संपत्ति का ब्योरा देने को कहा था लेकिन भगोड़े कारोबारी ने ऐसा नहीं किया था। यही नहीं, कोर्ट ने 10 जुलाई को माल्या को सुप्रीम कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया था।


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अवमानना केस: SC ने भगोड़े कारोबारी विजय माल्या की पुनर्विचार याचिका खारिज की https://ift.tt/3gKqYXG अवमानना केस: SC ने भगोड़े कारोबारी विजय माल्या की पुनर्विचार याचिका खारिज की
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अनलॉक 4.0: अगले महीने से कहां-कहां कितने खुल सकते हैं स्कूल https://ift.tt/2DhuMSO

नई दिल्ली केंद्र सरकार ने अनलॉक-4 (Unlock 4 Guidelines) जारी करते हुए स्कूल, कॉलेज, कोचिंग और अन्य शिक्षण संस्थानों () को तो बंद ही रखने का फैसला किया है लेकिन सीनियर क्लास के लिए कुछ भी दी है। गाइडलाइंस के अनुसार, कंटेनमेंट जोन के बाहर के स्कूलों में स्वेच्छा से 9 और 12वीं के छात्र स्कूल जा सकते हैं। कई राज्य केंद्र से साथ हुई बैठक में स्कूल खोलने को लेकर सहमत दिखे थे। केंद्र ने भी जिन राज्यों में कोरोना के मामले कम थे वहां स्कूल खोलना राज्यों पर छोड़ दिया था। आइए जानते हैं किस-किस राज्य में खुलेंगे स्कूल.. अनलॉक-4 की गाइडलाइन में कहा गया है कि 21 सितंबर से राज्य और केंद्र शासित प्रदेश स्कूलों में 50 पर्सेंट टीचिंग स्टाफ को स्कूल आने के परमिशन दे सकते हैं। ये स्टाफ ऑनलाइन टीचिंग के लिए स्कूल आ सकते हैं। इस दौरान सभी स्कूल, कॉलेज, कोचिंग और अन्य शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे। कक्षा 9-12 के स्टूडेंट्स अपने अभिभावक की अनुमति से स्कूल जा सकेंगे। आंध्रप्रदेश आंध्रप्रदेश ने पहले 5 सितंबर से स्कूल खोलने का फैसला किया था लेकिन केंद्र की गाइडलाइंस के बाद राज्य सरकार अब इस मामले में 1 सितंबर को फैसला लेगा। राज्य के प्रधान सचिव बी राजशेखर ने कहा था कि राज्य सरकार केंद्र के के बाद ही कोई फैसला करेगी। इस बची, उन्होंने स्कूलों की तैयारियों का जायजा भी लिया है। उत्तर प्रदेश उत्तर प्रदेश सरकार में अभिभावकों की सहमति से कंटेनमेट जोन के बाहर कक्षा 9 से 12वीं तक के छात्र स्वैछिक आधार पर 21 सितंबर से बुलाए जा सकते हैं। लेकिन इसके लिए किसी को बाध्य नहीं किया जाएगा। उच्च शिक्षा और गृह विभाग की सहमति के बाद पीएचडी और लैब वर्क वाले पीजी छात्र बुलाए जा सकेंगे। बाकी स्कूल, कॉलेज, शैक्षणिक और कोचिंग संस्थान छात्रों के लिए 30 सितंबर तक के लिए बंद ही रहेंगे। मध्य प्रदेश मध्य प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने हाल ही एक बयान में कहा कि प्रदेश में स्कूल खोलने की तिथि कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति पर निर्भर करेगी। फिलहाल उन्होंने सितंबर महीने में स्कूल खुलने की संभावना से इनकार किया। प्रदेश में कोरोना नियंत्रण की स्थिति के आधार पर ही स्कूल खोले जाने का फैसला लिया जाएगा। बिहार कोरोना संकट के बीच बिहार में 6 सितंबर तक लॉकडाउन है। ऐसे में फिलहाल स्कूल खोलने को लेकर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है। हाल ही में शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया कि किसी भी हालत में कक्षा एक से लेकर आठ तक के स्कूलों में पढ़ाई की इजाजत नहीं दी जाएगी। दूसरी कक्षाओं को लेकर भी अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है। दिल्ली दिल्ली सरकार ने साफ किया है कि जबतक राज्य में कोरोना के मामलों पर लगाम नहीं लगती है तबतक राज्य में स्कूल नहीं खुलेंगे। सीएम अरविंत केजरीवाल ने कहा था कि वह इस महामारी (Corona Pandemic) के नियंत्रण में आने के बाद स्कूल खोलने पर कोई फैसला करेंगे। राजस्थान राजस्थान में स्कूल खोलने को लेकर सरकार की ओर से अभी साफ तौर से कुछ नहीं कहा गया है। हालांकि, स्कूलों को खोलने को लेकर विचार-विमर्श चल रहा है। माना जा रहा कि 21 सितंबर के बाद 9वीं से लेकर 12वीं तक के छात्र स्कूल जाकर अध्यापकों का मार्गदर्शन ले सकेंगे। हालांकि इसको लेकर माता-पिता की लिखित मंजूरी जरूरी होगी। झारखंड झारखंड में भी स्कूल खोलने को लेकर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है। पिछले दिनों मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ने कहा था कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्कूलों को खोलने के फैसले पर फिलहाल कोई बात नहीं हुई है। हालात सुधरने के बाद ही इस पर फैसला लिया जाएगा। यह बच्चों का मामला है। स्कूल खोलने को लेकर अभिभावकों से राय ली जाएगी उसके बाद ही फैसला किया जाएगा। छत्तीसगढ़ के ? छत्तीसगढ़ में स्कूल-कॉलेज 30 सितंबर तक बंद रहेंगे। हालांकि, 21 सितंबर से कंटेनमेंट जोन से बाहर स्थित स्कूल में 50 फीसदी शिक्षकों को बुलाया जा सकेगा। कक्षा 9वीं से 12वीं तक के छात्र स्कूल में शिक्षकों से मार्गदर्शन के लिए जा सकेंगे। इसके लिए उन्होंने माता-पिता या फिर अभिभावक की लिखित सहमति जरूरी होगी। पश्चिम बंगाल पश्चिम बंगाल में स्कूल 20 सितंबर तक बंद रहेंगे। राज्य सरकार ने अभी स्कूल खोलने पर कोई फैसला नहीं लिया है। हालांकि सरकार ने संकेत दिए हैं कि 20 सितंबर के बाद स्कूल खोला जा सकता है। कर्नाटक राज्य में स्कूल खोलने को लेकर बीएस येदियुरप्पा सरकार ने कोई फैसला नहीं किया है। हालांकि कॉलेज में 1 अक्टूबर से कक्षाएं शुरू हो जाएंगी। सिक्कम सिक्किम के स्कूल 1 सितंबर से खुल जाएंगे लेकिन अभी केवल शिक्षक ही स्कूल जाएंगे। छात्रों के स्कूल आने पर कोई फैसला नहीं किया गया है। असम असम सरकार ने 1 सितंबर से स्कूल खोलने का फैसला किया है। पिछले सप्ताह राज्य सरकार ने सभी शिक्षकों का पिछले सप्ताह कोविड-19 टेस्ट किया था। तेलंगाना तेलंगाना में ऑनलाइन कक्षाएं जारी रहेंगी। करीब 30 हजार सरकारी स्कूल 27 अगस्त को खुल गई थीं और करीब 1 लाख शिक्षकों ने ड्यूटी ज्वाइन कर ली है। ओडिशा ओडिशा में स्कूल दुर्गा पूजा तक बंद रहेंगे। पांच दिवसीय दुर्गा पूजा 22-26 अक्टूबर तक आयोजित होगी।


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अनलॉक 4.0: अगले महीने से कहां-कहां कितने खुल सकते हैं स्कूल https://ift.tt/2DhuMSO अनलॉक 4.0: अगले महीने से कहां-कहां कितने खुल सकते हैं स्कूल
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उत्तर प्रदेश में वीकेंड 'लॉकडाउन' पर सस्पेंस हुआ खत्म, जान लीजिए ये शर्तें https://ift.tt/3jGtRej

लखनऊ उत्तर प्रदेश में हर सप्ताह शुक्रवार रात 10 बजे से सोमवार सुबह 5 बजे तक चलने वाली वीकेंड बंदी जारी रहेगी। योगी सरकार ने रविवार रात को अनलॉक-4 की गाइडलाइंस जारी कर दीं। इसमें कहा गया है कि कंटेनमेंट जोन के बाहर डीएम स्थानीय स्तर पर कोई लॉकडाउन नहीं करेंगे। हालांकि, शनिवार-रविवार को आवश्यक सेवाओं को छोड़कर, बाजार, दुकान, मॉल, दफ्तर आदि पहले की तरह बंद रहेंगे। सरकार का कहना है कि यह बंदी सैनिटाइजेशन अभियान के लिए है। मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने सभी मंडलों और जिलों के प्रशासन-पुलिस के अफसरों को इस संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश भेज दिए हैं। इसमें कहा गया है कि कंटेनमेंट जोन में लॉकडाउन 30 सितंबर तक जारी रहेगा। इस दौरान सिनेमा हॉल, स्विमिंग पूल और थिएटर भी बंद रहेंगे। अंतिम संस्कार में 20 और शादी में 30 लोगों तक ही भागीदारी की व्यवस्था 20 सितंबर तक जारी रहेगी। 21 सितंबर से शुरू होने वाली सेवाओं के लिए प्रोटाकॉल अलग से जारी होंगे। आने-जाने पर रोक नहीं अनलॉक-4 के दौरान राज्य के अंदर या बाहर लोगों के आने-जाने के अलावा मालवाहक सेवाओं पर भी किसी तरह की रोक नहीं रहेगी। इसके लिए अलग से किसी पास की जरूरत नहीं पड़ेगी। 65 वर्ष से अधिक आयु के लोगों, 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं, बीमारियों से ग्रसित लोगों को आपात परिस्थितियों को छोड़कर घर के भीतर ही रहने को कहा गया है। 7 से दौड़ेगी मेट्रो, गाइडलाइंस पर नजर केंद्र सरकार की तरफ से मंजूरी मिलने के बाद लखनऊ में भी सात सितंबर से मेट्रो संचालन के लिए प्रदेश सरकार की हरी झंडी मिल गई है। इस संबंध में सोमवार को प्रदेश सरकार की तरफ से अहम बैठक होगी, जिसमें मेट्रो संचालन के लिए गाइडलाइंस तय की जाएंगी। हालांकि, लखनऊ मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (एलएमआरसी) की तरफ से बिजनेस कॉन्टन्युअटी प्लान पहले ही तैयार किया जा चुका है। 21 सितंबर से ये होगा अनलॉक - स्कूलों में 50% टीचिंग-नॉन टीचिंग स्टाफ बुलाया जा सकेगा। - अभिभावकों की सहमति से कंटेनमेंट जोन के बाहर कक्षा 9 से 12वीं तक के छात्र स्वैच्छिक आधार पर बुलाए जा सकेंगे। - कौशल संस्थानों, आईटीआई, व्यावसायिक प्रशिक्षण संस्थाओं में ट्रेनिंग शुरू हो सकेगी। - उच्च शिक्षा और गृह विभाग की सहमति के बाद पीएचडी स्कॉलर्स और लैब वर्क वाले पीजी छात्र बुलाए जा सकेंगे। - खेल, अकादमिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक गतिविधियां शुरू हो सकेंगी, हालांकि अधिकतम 100 लोगों की शर्त रहेगी। - ओपन एयर थिएटर खुल सकेंगे। - अंतिम संस्कार और शादी समारोह में अधिकतम 100 व्यक्ति शामिल हो सकेंगे। ऐसे फर्राटा भरने की तैयारी - हर ट्रेन डिपो से छूटने से पहले सैनिटाइज होगी। - हर स्टेशन पर हेल्थ हेल्प डेस्क। - लिफ्ट में एक बार में दो से तीन लोगों की ही अनुमति। - टिकट काउंटर से लेकर यात्रियों की जांच तक में सोशल डिस्टेंसिंग। - एंट्री और एग्जिट गेट पर भीड़ से निपटने के इंतजाम। - सोशल डिस्टेंसिंग के लिए स्टीकर चस्पा किए गए।


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उत्तर प्रदेश में वीकेंड 'लॉकडाउन' पर सस्पेंस हुआ खत्म, जान लीजिए ये शर्तें https://ift.tt/3jGtRej उत्तर प्रदेश में वीकेंड 'लॉकडाउन' पर सस्पेंस हुआ खत्म, जान लीजिए ये शर्तें
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दिल्ली मेट्रो में यात्रा को लेकर आपके सारे सवालों के जवाब, जानिए यहां https://ift.tt/2DdCu0d

दिल्‍लीवालों के लिए राहत की खबर है। अगले हफ्ते से मेट्रो शुरू हो रही है। कोरोना वायरस के दौर में दिल्‍ली मेट्रो का सफर पहले जैसा तो बिल्‍कुल नहीं रह जाएगा। 7 सितंबर को जब मेट्रो चलेगी तो न सिर्फ पैसेंजर्स, बल्कि मेट्रो स्‍टाफ के लिए भी नया अनुभव होगा। सोशल डिस्‍टेंसिंग, मास्‍क जैसी सावधानियां तो बरतनी ही होंगी, विस्‍तृत गाइडलाइंस केंद्र सरकार की तरफ से इस हफ्ते आ सकती हैं। ऑपरेशन शुरू करने से दिल्‍ली मेट्रो के कर्मचारी इलेक्ट्रिकल, सिग्‍नलिंग, ट्रैक, ट्रेन, स्‍टेशन समेत सभी सिस्‍टम्‍स की जांच करेंगे। 7 सितंबर से दिल्‍ली मेट्रो फिर से शुरू होने को लेकर आपके मन में कई सवाल होंगे। आइए उनके जवाब जानने की कोशिश करते हैं।

Delhi Metro news: पांच महीनों के बाद, 7 सितंबर से दिल्‍ली मेट्रो फिर से चलने लगेगी। कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus pandemic) के खतरे को देखते हुए डीएमआरसी पूरी सावधानी बरतते हुए ऑपरेशंस शुरू करेगा।


Delhi Metro News: दिल्ली मेट्रो की शुरुआत अगले हफ्ते से, जानिए यात्रा को लेकर सारे सवालों के जवाब

दिल्‍लीवालों के लिए राहत की खबर है। अगले हफ्ते से मेट्रो शुरू हो रही है। कोरोना वायरस के दौर में दिल्‍ली मेट्रो का सफर पहले जैसा तो बिल्‍कुल नहीं रह जाएगा। 7 सितंबर को जब मेट्रो चलेगी तो न सिर्फ पैसेंजर्स, बल्कि मेट्रो स्‍टाफ के लिए भी नया अनुभव होगा। सोशल डिस्‍टेंसिंग, मास्‍क जैसी सावधानियां तो बरतनी ही होंगी, विस्‍तृत गाइडलाइंस केंद्र सरकार की तरफ से इस हफ्ते आ सकती हैं। ऑपरेशन शुरू करने से दिल्‍ली मेट्रो के कर्मचारी इलेक्ट्रिकल, सिग्‍नलिंग, ट्रैक, ट्रेन, स्‍टेशन समेत सभी सिस्‍टम्‍स की जांच करेंगे। 7 सितंबर से दिल्‍ली मेट्रो फिर से शुरू होने को लेकर आपके मन में कई सवाल होंगे। आइए उनके जवाब जानने की कोशिश करते हैं।



सारे मेट्रो स्‍टेशंस खुलेंगे या फिर चुनिंदा?
सारे मेट्रो स्‍टेशंस खुलेंगे या फिर चुनिंदा?

दिल्ली के ट्रांसपोर्ट मिनिस्‍टर कैलाश गहलोत के अनुसार, एक लिस्‍ट तैयार की जा रही है जिसमें उन मेट्रो स्‍टेशंस के नाम होंगे हो 7 सितंबर से खुलेंगे। गहलोत ने कहा कि यह लिस्‍ट जल्‍द पब्लिक कर दी जाएगी। इसमें स्‍टेशन पर पैसेंजर्स का लोड, उस इलाके में कोरोना की स्थिति को भी ध्‍यान में रखा जाएगा।



सबके लिए खुलेगी दिल्‍ली मेट्रो?
सबके लिए खुलेगी दिल्‍ली मेट्रो?

कैलाश गहलोत के अनुसार, शुरू में केवल सरकारी कर्मचारियों या कुछ खास श्रेणी के यात्रियों को ट्रेवल करने की परमिशन दी जा सकती है।



स्‍टेशन का हर गेट खुलेगा?
स्‍टेशन का हर गेट खुलेगा?

दिल्‍ली मेट्रो के कई स्‍टेशंस पर एंट्री के दो से ज्‍यादा रास्‍ते हैं। जब मेट्रो दोबारा शुरू होगी, तो बड़े स्टेशनों के सारे गेट नहीं खोले जाएंगे। सूत्रों के मुताबिक, शुरुआत में दो ही गेट खोले जाएंगे। ऐसा इसलिए किया जाएगा, ताकि बेहतर ढंग से निगरानी रखी जा सके।



कितनी-कितनी देर पर चलेगी मेट्रो?
कितनी-कितनी देर पर चलेगी मेट्रो?

अभी डिमांड के हिसाब से मेट्रो के फेरे लगेंगे। ज्यादा भीड़ वाले स्टेशन पर ट्रेन को नहीं भी रोका जा सकता है। फिलहाल सुबह 7 से रात 8 बजे तक मेट्रो चलाने की परमिशन है। स्टेशन पर ट्रेन के रुकने की टाइमिंग 10-20 सेकेंड से बढ़ाकर 20-40 सेकेंड किया जा सकता है। इससे ज्यादा भीड़भाड़ से बचा जा सकता है।



सिर्फ स्‍मार्टकार्ड चलेगा या टोकन भी?
सिर्फ स्‍मार्टकार्ड चलेगा या टोकन भी?

कोरोना वायरस के प्रसार को देखते हुए फिलहाल तो टोकन नहीं मिलेगा। टोकन से वायरस संक्रमण फैलने का खतरा ज्‍यादा है। 7 सितंबर से सभी यात्रियों को मेट्रो कार्ड ही यूज करना होगा। मेट्रो कार्ड रिचार्ज करने के लिए डिजिटल माध्यम का उपयोग करना होगा। हालांकि, काउंटर पर स्मार्ट कार्ड या मेट्रो कार्ड खरीदे जा सकेंगे।



ट्रे में रखनी होंगी मेटल वाली चीजें
ट्रे में रखनी होंगी मेटल वाली चीजें

यात्रियों को धातु वाले सभी सामान निकालने और उन्हें अपने बैग में रखने को कहा जाएगा। धातु का सामान रखने के लिए यात्रियों को ‘ट्रे’ दी जाएंगी। इसके बाद उन्हें ‘मल्टिपल डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर’ (डीएफएमडी) से गुजरने को कहा जाएगा। इसके बाद उनकी कॉन्‍टैक्‍टलेस जांच होगी। CISF के विशेष कर्मी सुरक्षा के मद्देनजर यात्रियों पर नजर रखेंगे और वाजिब संदेह होने पर ही छूकर जांच की जाएगी। योजना के मुताबिक न्यूनतम 2.5 सेंटीमीटर की दूरी बनाते हुए मेटल डिटेक्टर से संपर्क रहित जांच की जा सकेगी। यात्रियों के बैगों की तलाशी एक्स-रे स्कैनर से होगी और कुछ भी संदिग्ध लगने पर यात्री खुद खोलकर उसकी जांच कराएंगे।



स्‍टेशन के भीतर कैसे रहना होगा?
स्‍टेशन के भीतर कैसे रहना होगा?

दिल्‍ली मेट्रो जिन स्‍टेशंस को खोलेगी, वहां भीड़ कंट्रोल करने के लिए सिविल डिफेंस के वालंटियर्स भी तैनात रहेंगे। सोशल डिस्‍टेंसिंग फॉलो हो रही है या नहीं, इसको लगातार मॉनिटर किया जाएगा। लिफ्ट में एक वक्‍त पर 3 से ज्‍यादा लोग नहीं रह सकते। हर 4 घंटे पर टच पॉइंट्स जैसे हैंडरेल, लिफ्ट के बटन आदि को सैनिटाइज किया जाएगा।



कोच के भीतर क्‍या इंतजाम?
कोच के भीतर क्‍या इंतजाम?

कोच के अंदर एक यात्री से दूसरे यात्री के बीच 1 मीटर की दूरी मेंटेन की जाएगी। हर कोच में 50 यात्रियों को चढ़ने की इजाजत होगी। कोच के अंदर का तापमान 26 डिग्री रखा जाएगा। सोशल डिस्टेंसिंग के लिए मेट्रो कोच के अंदर 50 हजार स्टीकर्स चिपकाए जाएंगे।



कोरोना संक्रमण के ल‍िए स्‍क्रीनिंग कैसे होगी?
कोरोना संक्रमण के ल‍िए स्‍क्रीनिंग कैसे होगी?

फेस मास्क और फोन में आरोग्य सेतु ऐप जरूरी होगा। CISF और DMRC संयुक्त रूप से थर्मल स्क्रीनिंग करेंगे। सिम्पटोमेटिक यात्रियों को यात्रा करने की इजाजत नहीं होगी और उन्हें हेल्थ सेंटर भेज दिया जाएगा। अगर कोई यात्री कोरोना संक्रमित पाया जाता है तो उसे पीपीई किट पहनाकर हेल्थ सेंटर भेजा जाएगा।

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लखनऊ डबल मर्डर: पिस्टल पर उंगलियों के निशान, आइने पर हैंडराइटिंग https://ift.tt/31G1jLu

लखनऊ उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में नाबालिग लड़की ने अपनी मां और भाई की गोली मारकर हत्या कर दी। लड़की के पिता ने थाने में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। वहीं, इस बीच लखनऊ पुलिस ने मौके से आरोपी नाबालिग के खिलाफ कई ऐसे सबूत जुटाए हैं, जो साबित कर सकते हैं कि मां-बेटे की हत्या उसी ने की है। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल की गई 0.22 कैलीबर की पिस्तौल बरामद की है। पिस्तौल पर आरोपी लड़की की उंगलियों के निशान हैं। पुलिस ने बताया कि लड़की ने अपने रिश्तेदारों के सामने अपना गुनाह भी कबूल किया है। उन्होंने बताया कि आरोपी के कन्फेशन के मुताबिक, उसने सबसे पहले अपनी कलाई काटी। इसके बाद बाथरूम के मिरर (शीशे) पर फ्रूट जाम से 'आई ऐम अ डिस्क्वॉलिफाइड ह्यूमन' (मैं एक अयोग्य इंसान हूं) लिखा। उसने बाथरूम के शीशे पर भी फायरिंग की। इसके बाद वह बाथरूम से बाहर आ गई और सो रहे मां और बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी। सोमवार को कोर्ट में पेशी लड़की के डिप्रेशन में होने की बात सामने आ रही है। उसे एक सरकारी अस्पताल भेजा गया है। सोमवार को उसे अदालत में पेश किया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि फरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य इकट्ठा कर लिए हैं। घटनास्थल से मिली 0.22 कैलीबर की पिस्टल पर लड़की की उंगलियों के निशान हैं, जिसे सबूत के तौर पर अदालत में पेश किया जाएगा। इसके अलावा बाथरूम के शीशे पर दर्ज लड़की लिखावट को उसकी नोटबुक की लिखावट से मिलाया गया। दोनों हैंडराइटिंग्स मैच करती हैं। फ्रूट जैम और पिस्टल पर भी उंगलियों के निशान मैच कर रहे हैं। यह भी देखेंः शॉक और ज्यादा रक्तस्राव से हुई मौत पुलिस ने बताया कि मौके पर किसी भी तरह के संघर्ष होने के संकेत नहीं है। इसके अलावा किसी भी बाहरी के प्रवेश के निशान भी नहीं मिले हैं। घर के सभी दरवाजे अंदर से बंद थे। वारदात के वक्त संभवतः दोनों मृतक मां-बेटे सो रहे थे। पोस्टमॉर्टम के मुताबिक, गोली लगने की वजह से शॉक और बहुत खून बह जाने से उनकी मौत हुई। लड़के को जहां खोपड़ी पर बाईं ओर गोली लगी थी, वहीं मां को छाती के दाहिनी ओर गोली मारी गई थी। अंतिम बार चेहरा देखने की गुजारिश पोस्टमॉर्टम के बाद मां-बेटे के शव को पहले उनके घर लाया गया। इस दौरान घर में मौजूद आरोपी नाबालिग ने अंतिम बार मां और भाई का चेहरा देखने की इच्छा जताई। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस दौरान उसने बहुत दिलचस्पी नहीं दिखाई और अनमनी बैठी रही। यह भी पढ़ेंः पिता ने अज्ञात के खिलाफ लिखवाई एफआईआर हालांकि, आरोपी लड़की के पिता ने थाने में अज्ञात हमलावरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। वह रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी हैं और दिल्ली में पोस्टेड थे। वह शनिवार को ही लखनऊ पहुंचे। उन्होंने कहा कि मुझे अपने आवास पर पत्नी और बेटे के साथ दुर्घटना की खबर मेरे रिश्तेदारों से मिली थी। जब मैं घर पहुंचा तो पाया कि दोनों को किसी अज्ञात हमलावर ने गोली मार दी है। मेरी बेटी, जो उसी घर में रहती है, वह ट्रॉमा की हालत में थी।


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लखनऊ डबल मर्डर: पिस्टल पर उंगलियों के निशान, आइने पर हैंडराइटिंग https://ift.tt/31G1jLu लखनऊ डबल मर्डर: पिस्टल पर उंगलियों के निशान, आइने पर हैंडराइटिंग
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केरल में फिर खूनी सियासी झड़प, CPM के 2 वर्कर्स की हत्या https://ift.tt/2QRyTIx

तिरुवनंतपुरम केरल के तिरुवनंतपुरम में सीपीएम के दो कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई। उनके ऊपर धारदार हथियार से वार किया गया। इस हमले में एक कार्यकर्ता ने मौके पर ही दम तोड़ दिया जबकि दूसरे को मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां कुछ देर बाद उसने दम तोड़ दिया। सीपीएम ने हमले का आरोप कांग्रेस पर लाया है। पुलिस ने शक के आधार पर तीन लोगों को हिरासत में लिया है। मामला जिले के वेंजरामूडु इलाके का है। बताया जा रहा है कि रविवार की देर रात वेमबायम के रहने वाले मिथिलज (32) और हक मोहम्मद (25) बाइक से जा रहे थे। हक को मिथिलज को उसके घर पर छोड़ना था। वे थेम्मपाम्मुडू इलाके में पहुंचे थे कि रास्ते में ही उनके ऊपर हमला हो गया। समूह में आए हमलावर, शरीर पर किए दर्जनों वार पुलिस ने बताया कि जिस तरह से दोनों के शवों को धारदार हथियार से काटा गया है उससे लग रहा है कि हमलावर कम से कम पांच के समूह में थे। दोनों के शरीर पर कई काटे जाने के निशान हैं। दोनों के शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजे गए हैं। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। सीपीएम ने कहा, 'कांग्रेस का हाथ' सीपीएम का आरोप है कि उनके कार्यकर्ताओं की हत्या के पीछे कांग्रेस का हाथ है। आरोप है कि राजनीति का बदला लेने के लिए दोनों की हत्या करवाई गई है। पार्टी की तरफ से पुलिस को भी तहरीर में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का हत्या में हाथ होने का आोप लगाया गया है। पहले भी हो चुकी हैं दोनों पार्टियों के बीच खूनी वारदातें पुलिस ने बताया कि इस इलाके में कांग्रेस और सीपीएम के बीच पहले भी कई बार इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं। मई में भी इस तरह की आपराधिक वारदात हुई थी। पुलिस ने जिन तीन लोगों को हिरासत में लिया है उनमें से एक बाइक का मालिक भी है। मौके से मिलीं दो बाइकें, चश्मदीदों से ही रही पूछताछ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इलाके में लोगों से पूछताछ की जा रही है। कुछ चश्मदीद मिले हैं, उनके बयान दर्ज किए जा रहे हैं। घटनास्थल से पुलिस को दो बाइकें मिली हैं। दोनों को कब्जे में ले लिया गया है। डीवाईएफआई (DYFI) के प्रदेश सचिव एए रहीम ने कहा कि यह एक सुनियोजित हत्या है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की लीडरशिप को इस हत्या के बारे में जानकारी है।


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केरल में फिर खूनी सियासी झड़प, CPM के 2 वर्कर्स की हत्या https://ift.tt/2QRyTIx केरल में फिर खूनी सियासी झड़प, CPM के 2 वर्कर्स की हत्या
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गृह मंत्री अमित शाह को एम्स से मिली छुट्टी, पोस्ट कोविड-19 इलाज के लिए हुए थे भर्ती https://ift.tt/2YOVV6Y

नई दिल्ली गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्था (एम्स) से छुट्टी मिल गई है। वह कुछ दिन पहले कोरोना से संक्रमित पाए गए थे और पोस्ट कोविड-19 देखभाल के लिए अस्पताल में फिर से भर्ती हुए थे। इलाज के बाद वह पूरी तरह ठीक होकर घर पहुंच गए हैं। एम्स ने एक बयान जारी कर कहा था कि गृह मंत्री को जल्द छुट्टी मिल सकती है। बता दें कि शाह (55) ने दो अगस्त को ट्विटर पर कहा था कि वह कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। उनका गुड़गांव के एक अस्पताल में संक्रमण का इलाज चला था और संक्रमण मुक्त होने के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई थी। बाद में थकान और शरीर में दर्द की शिकायत के बाद गृह मंत्रई को 18 अगस्त को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। न (एम्स) में 18 अगस्त को भर्ती कराया गया था। एम्स ने एक बयान में कहा, ‘केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह को कोविड-19 बीमारी के बाद की देखभाल के लिए एम्स में भर्ती कराया गया था। वह स्वस्थ हो गये हैं और जल्द ही उन्हें छुट्टी दी जा सकती है।’


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गृह मंत्री अमित शाह को एम्स से मिली छुट्टी, पोस्ट कोविड-19 इलाज के लिए हुए थे भर्ती https://ift.tt/2YOVV6Y गृह मंत्री अमित शाह को एम्स से मिली छुट्टी, पोस्ट कोविड-19 इलाज के लिए हुए थे भर्ती
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8वीं पास नहीं, 2 से ज्यादा बच्चे...नहीं लड़ पाएंगे UP पंचायत चुनाव! https://ift.tt/3hHtLlO

लखनऊ यूपी की योगी सरकार पंचायत चुनाव को लेकर बड़ा कदम उठाने जा रही है। आगामी पंचायत चुनावों में उम्मीदवारों की न्यूनतम शैक्षिक योग्यता तय करने की तैयारी है। यूपी सरकार ग्राम पंचायत चुनाव में महिला और आरक्षित वर्ग के लिए न्यूनतम 8वीं पास शैक्षिक योग्यता तय कर सकती है। इसके अलावा दो से ज्यादा बच्चों वाले दावेदारों को भी पंचायत चुनाव में झटका लग सकता है। सूत्रों की माने तो यूपी सरकार दो से अधिक बच्चे वाले महिला-पुरुष उम्मीदवार के चुनाव लड़ने पर रोक लगा सकती है। यूपी में ग्राम प्रधान समेत सभी पंचायत प्रतिनिधियों का कार्यकाल 25 दिसंबर को पूरा हो रहा है। वहीं कोरोना महामारी के चलते प्रदेश में चुनाव कराने की संभावना नहीं के बराबर है। सूत्रों की माने तो यूपी की योगी सरकार पंचायत चुनाव को अगले साल जून में कराने की तैयारी कर रही है। इस दौरान प्रदेश में ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत के चुनावों को लेकर यूपी सरकार उम्मीदवारी को लेकर बड़े बदलाव कर सकती है। सुभाष मिश्रा की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदेश सरकार पंचायती राज अधिनियम में एक संशोधन भी ला सकती है। इसके तहत दो से अधिक बच्चों वाले उम्मीदवारों को पंचायत चुनाव में अयोग्य घोषित किया जा सकता है। राजस्थान, हरियाणा और उत्तराखंड में पहले से लागू है यह मॉडल जानकारी के मुताबिक, सरकार पंचायत चुनावों के लिए उम्मीदवारों की न्यूनतम शैक्षिक योग्यता भी तय कर सकती है। ग्राम पंचायत चुनाव में महिला और आरक्षित वर्ग के लिए न्यूनतम 8वीं पास शैक्षिक योग्यता हो सकती है। हालांकि सरकार को इस प्रस्ताव के चलते कड़ी आपत्तियों का सामना करना पड़ रहा है। विपक्ष ने इसे मनमाना और अन्यायपूर्ण बताया है। बता दें कि राजस्थान, हरियाणा और उत्तराखंड जैसे राज्य पहले ही इस मॉडल को सफलतापूर्वक लागू कर चुके हैं। निचले तबके के उम्मीदवारों की बड़ी संख्या को लगेगा झटका उधर, राजनीतिक जानकारों का कहना है कि यूपी सरकार के इस प्रस्ताव से चुनाव लड़ने के लिए विशेषकर समाज के निचले तबके के उम्मीदवारों की एक बड़ी संख्या को रोका जा सकता है। क्योंकि निचले तबके में जनसंख्या नियंत्रण को लेकर कोई जागरूकता नहीं है। दो से ज्यादा बच्चे वाले लोग ना लड़ पाएं पंचायत चुनाव: संजीव बालियान बीजेपी के सांसद और केंद्रीय राज्यमंत्री संजीव बालियान ने बीते दिनों उत्तर प्रदेश की सरकार से अपील की थी कि पंचायत चुनाव में उन लोगों को ना लड़ने दिया जाए, जिनके दो से ज्यादा बच्चे हैं। इसके लिए उन्होंने उत्तराखंड के नियमों का भी जिक्र किया था। संजीव बालियान ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को एक चिट्ठी भी लिखी थी। चिट्ठी में उन्होंने लिखा था कि हमारे प्रदेश को जनसंख्या नियंत्रण का अभियान शुरू करना चाहिए। आगामी पंचायत चुनाव में आगामी उत्तराखंड राज्य की तरह ही दो से अधिक बच्चे होने की स्थिति में किसी को भी चुनाव लड़ने का अधिकार ना मिले।


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8वीं पास नहीं, 2 से ज्यादा बच्चे...नहीं लड़ पाएंगे UP पंचायत चुनाव! https://ift.tt/3hHtLlO 8वीं पास नहीं, 2 से ज्यादा बच्चे...नहीं लड़ पाएंगे UP पंचायत चुनाव!
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लॉकडाउन पर केंद्र की नई शर्तें, ममता पार करेंगी लक्ष्मण रेखा? https://ift.tt/2EJ4g5t

कोलकाता पश्चिम बंगाल सरकार राज्य में कुछ विशेष दिनों पर पूर्ण लॉकडाउन () लगाए जाने को लेकर केंद्र सरकार से चर्चा करेगी। के तहत केंद्र ने राज्य सरकारों के लिए कंटेनमेंट जोन से बाहर लॉकडाउन लगाने के लिए चर्चा करना अनिवार्य कर दिया है। पश्चिम बंगाल सरकार ने आगामी 7, 11 और 12 सितंबर को राज्य में लॉकडाउन का ऐलान कर रखा है। यहां सोमवार 31 अगस्त के दिन भी पूर्ण लॉकडाउन है, जो कि रिवाइज्ड गाइडलाइन के आड़े नहीं आएगा। सितंबर में इन दिनों के लिए पूर्ण लॉकडाउन लगाए जाने के मुद्दे पर केंद्र से चर्चा करेगी। इस दौरान 100 लोगों के इकट्ठा होने और आवाजाही को लेकर भी चर्चा की जाएगी। केंद्र ने 'अनलॉक 4' के तहत बिना किसी पूर्व विचार-विमर्श के राज्यों को निषिद्ध क्षेत्रों के बाहर कहीं भी लॉकडाउन लगाने की अनुमति नहीं दी है। मुख्यमंत्री ने कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए पिछले सप्ताह घोषणा की थी कि राज्य में 7, 11, और 12 सितंबर को पूर्ण लॉकडाउन लागू रहेगा। 'अनलॉक 4' देशभर में एक सितंबर से प्रभाव में आएगा। राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'हम लोग केंद्र सरकार से इस संबंध में चर्चा करेंगे और फिर फैसला करेंगे।' 'अनलॉक 4' के नियमों के मुताबिक राज्यों/केंद्रशासित क्षेत्रों के संबंधित जिले की वेबसाइट पर निषिद्ध क्षेत्रों की जानकारी देनी होगी और यह सूचना स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के साथ भी साझा करनी होगी। CM ममता बनर्जी ने पिछले सप्ताह राज्य कैबिनेट की बैठक के बाद सितंबर के तीन दिनों में लॉकडाउन का फैसला किया था। बैठक में यह भी तय हुआ था कि राज्य सरकार 20 सितंबर के पहले स्थिति की समीक्षा करेगी। Covid अडवाइजरी कमिटि ने पश्चिम बंगाल में पूर्ण लॉकडाउन की स्थिति को जारी रखने की सलाह भी दी थी।


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लॉकडाउन पर केंद्र की नई शर्तें, ममता पार करेंगी लक्ष्मण रेखा? https://ift.tt/2EJ4g5t लॉकडाउन पर केंद्र की नई शर्तें, ममता पार करेंगी लक्ष्मण रेखा?
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केरल में पवित्र पर्व ओणम की धूम, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी बधाई https://ift.tt/3luu066

नई दिल्ली राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल के प्रसिद्ध त्योहार की शुभकामनाएं दी हैं। राष्ट्रपति ने ट्वीट किया, 'ओणम के पावन पर्व पर सभी को बधाई। ओणम का त्योहार हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है। साथ ही, यह नई फसल के आगमन पर प्रकृति के प्रति कृतज्ञता भाव दर्शाने का अवसर भी है। इस मौके पर हम जरूरतमंद लोगों की सहायता करें व कोविड-19 की रोकथाम के लिए सभी दिशा-निर्देशों का पालन करें।' वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओणम की बधाइयां देते हुए कहा है कि यह सद्भाव का पर्व है। उन्होंने कहा कि यह अपने कठिन परिश्रमी किसानों के प्रति आभार व्यक्त करने का भी अवसर है। मोदी ने ट्विटर पर अपने शुभकामना संदेश में सबके आनंद और अच्छे स्वास्थ्य की कामना की। इसके साथ ही पीएम ने कल रविवार को मन की बात कार्यक्रम के उस हिस्से को भी ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने ओणम का महत्व बताया था। उधर, रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भी केरल वासियों को ओणम के त्योहार की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'ओणम के आनंदमयी अवसर पर बधाइयां। इस पवित्र पर्व पर भगवान महाबली हम सभी को शक्ति, स्वास्थ्य, खुशी और समृद्धि प्रदान करें।' दरअसल, ओणम एक कृषि पर्व है। मलायलम कैलेंडर के चिंगम माह में 22वें नक्षत्र तिरुवोणम के दिन हर साल ओणम का पर्व मनाया जाता है। इस पर्व की खासियत यह है कि पूरे राज्यवासी मनाते हैं, वो चाहे किसी भी धर्म के हों। पुरानी मान्यता है कि ओणम के दिन राजा महाबली की आत्मा केरल आकर राज्यवासियों को आशीर्वाद देती है।


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केरल में पवित्र पर्व ओणम की धूम, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी बधाई https://ift.tt/3luu066 केरल में पवित्र पर्व ओणम की धूम, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी बधाई
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कोरोना वायरस: 24 घंटे में 80 हजार से ज्यादा संक्रमित, भारत में महामारी ने फिर बनाया रेकॉर्ड https://ift.tt/3juRYfO

नई दिल्लीमहामारी कोरोना वायरस (Coronavirus In India) पिछले एक सप्ताह से तेजी से पांव पसार रही है। लगातार 5वें दिन 76 हजार से अधिक नए केस सामने आए हैं। रविवार को तो यह आंकड़ा 80,092 रहा, जबकि 970 लोगों की मौत हुई है। इसके साथ ही भारत पहला देश बन गया है, जहां 24 घंटे के दौरान 80 हजार से अधिक कोरोना के मरीज पाए गए हैं। देखा जाए तो वीकेंड पर 9 अगस्त को 63,651 पॉजिटिव के केस दर्ज किए गए थे, जो किसी भी रविवार के दिन सबसे अधिक थे, लेकिन अब यह आंकड़ा बहुत पीछे छूट गया है। देश में इस सप्ताह कोरोना वायरस के मामलों में 13.1% की तेजी आई है, जबकि यह आंकड़ा पिछले सप्ताह 10.9 (उससे पहले वाले सप्ताह के मुकाबले) रहा था। लगातार चौथे दिन एक हजार के आस-पास मौतें दर्ज की गईं, जो पिछले सप्ताह से कहीं अधिक है। आंकड़ों के लिहजा से कोरोना वायरस काफी खतरनाक दिखाई दे रहा है। तमाम कोशिशों के बावजूद मरीजों की संख्या में कोई कमी नहीं हो रही है। आंकड़ों पर डालें नजरआंकड़ों पर नजर डाली जाए तो देश में अब तक मरने वालों की संख्या 65 हजार के करीब (64,550) पहुंच गई है। इस तरह से देश में अब कोरोना के मामले 36,16,730 हो गए हैं। इसमें से ठीक होने वालों की संख्या 27,67,412 है, जबकि ऐक्टिव केस लगभग 8 लाख (7,84,768) के करीब है। राज्यों में फिर नंबर-1 महाराष्ट्रराज्यों की बात करें तो महाराष्ट्र एक बार फिर नंबर एक पर रहा। यहां 16,408 मरीज पाए गए। इस तरह से राज्य में लगातार दूसरे दिन 16,000 से अधिक केस सामने आए हैं। उत्तर प्रदेश में 6,233 (पहली बार 6,000 का आंकड़ा पार किया), राजस्थान में 1450, मध्य प्रदेश में 1,558, छत्तीसगढ़ में 1471 और जम्मू-कश्मीर में 786 नए केस दर्ज किए गए हैं। महाराष्ट्र की हालत गंभीरमहाराष्ट्र में कोविड-19 के एक दिन में 16,408 नए मामले सामने आने के साथ रविवार को कुल आंकड़ा बढ़ कर 7,80,689 पहुंच गया। 296 और मरीजों की मौत हो जाने से राज्य में इस महामारी से मरने वालों की कुल संख्या बढ़ कर 24,399 हो गई। मुंबई में रविवार को 1,237 मामले सामने आए और 30 मरीजों की मौत हुई। इसके साथ ही मुंबई में संक्रमण के कुल मामले बढ़ कर 1,44,626 हो गए। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि आज दिन में दर्ज की गई 296 मौतों में 220 मौतें पिछले 48 घंटे में हुई जबकि 43 मौतों के आंकडे़ पिछले हफ्ते के हैं और शेष 33 मौतें पिछले हफ्ते से पहले की हैं। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि राज्य में करीब 7,690 मरीजों के इस रोग से उबरने के बाद उन्हें रविवार को अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई। इसके साथ, राज्य में अब तक 5,62,401 मरीज संक्रमण मुक्त हो गए हैं। राज्य में कोविड-19 मरीजों की मृत्यु दर 3.13 प्रतिशत है। आंध्र प्रदेश में लगातार पांचवें दिन 10 हजार से अधिक मामलेआंध्र प्रदेश में लगातार पांचवें दिन कोरोना वायरस संक्रमण के 10,000 से अधिक मामले सामने आए। इसके साथ ही संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 4.24 लाख हो गई। महाराष्ट्र के बाद अब आंध्र प्रदेश में संक्रमण के सर्वाधिक मामले सामने आए हैं। पिछले चौबीस घंटे में राज्य में 10,603 मामले सामने आए जिसके बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 4,24,767 पर पहुंच गई। पिछले 24 घंटे में आंध्र प्रदेश में कोविड-19 के 9,067 मरीज ठीक हो गए और 88 और मरीजों की मौत हो गई। अब तक राज्य में कोविड-19 के कुल 3,884 मरीज दम तोड़ चुके हैं और 3,21,754 मरीज ठीक हो चुके हैं।


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कोरोना वायरस: 24 घंटे में 80 हजार से ज्यादा संक्रमित, भारत में महामारी ने फिर बनाया रेकॉर्ड https://ift.tt/3juRYfO कोरोना वायरस: 24 घंटे में 80 हजार से ज्यादा संक्रमित, भारत में महामारी ने फिर बनाया रेकॉर्ड
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प्रशांत भूषण की सजा और विजय माल्या की पुनर्विचार याचिका पर फैसला आज https://ift.tt/3jneNSq

नई दिल्लीसुप्रीम कोर्ट आज 2 महत्वपूर्ण फैसलों को सुनाएगा। इसमें एक है जाने-माने वकील और शीर्ष अदालत की अवमानना के दोषी ठहराए गए के लिए सजा पर फैसला और दूसरा मामला है भगोड़े कारोबारी की एक पुनर्विचार याचिका पर फैसला। माल्या ने 2017 में सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले की समीक्षा के लिए याचिका डाली थी, जिस पर कोर्ट का फैसला आना है। कोर्ट ने 2017 में माल्या को अदालत की अवमानना का दोषी माना था क्योंकि उसने कोर्ट के आदेश का उल्लंघन करते हुए अपने बच्चों को 4 करोड़ डॉलर (करीब 292.5 करोड़ रुपये) ट्रांसफर किए थे। हालांकि, कोर्ट के जिस फैसले पर सबसे ज्यादा निगाहें रहेंगी, वह है प्रशांत भूषण को सुनाई जाने वाली सजा का। सुप्रीम कोर्ट में प्रशांत भूषण के ट्वीट मामले में सजा पर बहस के बाद जस्टिस अरुण मिश्रा की अगुआई वाली बेंच ने फैसला सुरक्षित रख लिया था। अटॉर्नी जनरल ने अपने बयान में कहा था कि प्रशांत भूषण को मामले में सजा न दी जाए। भविष्य के लिए चेतावनी देकर छोड़ा जाए। वहीं प्रशांत भूषण के वकील ने कहा था कि फैसला वापस लिया जाय और प्रशांत को सजा देकर उन्हें शहीद न किया जाय। अदालत ने सजा पर फैसला सुरक्षित रख लिया था। 14 अगस्त को प्रशांत को अदालत ने कंटेप्ट में दोषी करार दिया था। न्यायपालिका के खिलाफ अपने दो ट्वीट को लेकर कोर्ट की अवमानना के दोषी ठहराए गए वकील प्रशांत भूषण को शीर्ष अदालत 31 अगस्त को सजा सुनाएगी। जस्टिस अरुण मिश्रा की अध्यक्षता वाली पीठ भूषण के खिलाफ अपना फैसला सुनाएगी। अदालत की अवमानना अधिनियम के तहत सजा के तौर पर भूषण को छह महीने तक की कैद या दो हजार रुपये का जुर्माना अथवा दोनों सजा हो सकती हैं। भूषण को सुप्रीम कोर्ट ने माफी मांगने का सुझाव दिया था, जिसे उन्होंने खारिज कर दिया था। उसके बाद वरिष्ठ अधिवक्ता राजीव धवन ने 25 अगस्त को शीर्ष अदालत से अनुरोध किया था शीर्ष अदालत की ओर से 'स्टेट्समैन जैसा संदेश' दिया जाना चाहिए और भूषण को शहीद न बनाएं। तीन जजों की बेंच की अध्यक्षता कर रहे जस्टिस मिश्रा ने सजा के मुद्दे पर उस दिन अपना फैसला सुरक्षित रखा था। जस्टिस मिश्रा दो सितंबर को रिटायर हो रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने 14 अगस्त को भूषण को न्यायापालिका के खिलाफ उनके दो अपमानजनक ट्वीट के लिए उन्हें आपराधिक अवमानना का दोषी ठहराया था। भूषण का पक्ष रख रहे धवन ने भूषण के पूरक बयान का हवाला देते हुए शीर्ष अदालत से अनुरोध किया था कि वह अपने 14 अगस्त के फैसले को वापस ले ले और कोई सजा न दे। उन्होंने अनुरोध किया कि न सिर्फ इस मामले को बंद किया जाना चाहिए, बल्कि विवाद का भी अंत किया जाना चाहिए। अटॉर्नी जनरल के. के वेणुगोपाल ने अदालत से अनुरोध किया कि वह भूषण को इस संदेश के साथ माफ कर दे कि उन्हें भविष्य में ऐसा कृत्य नहीं दोहराना चाहिए। बेंच में जस्टिस बी. आर. गवई और जस्टिस कृष्ण मुरारी भी शामिल हैं। बेंच ने ट्वीटों को लेकर माफी न मांगने के रुख पर पुनर्विचार के लिए भूषण को 30 मिनट का समय भी दिया था


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प्रशांत भूषण की सजा और विजय माल्या की पुनर्विचार याचिका पर फैसला आज https://ift.tt/3jneNSq प्रशांत भूषण की सजा और विजय माल्या की पुनर्विचार याचिका पर फैसला आज
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स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने बताया, कब तक काबू में आएगी कोरोना महामारी https://ift.tt/31H4K4N

नई दिल्लीकेंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने रविवार को उम्मीद जताई कि दीवाली तक हम कोविड-19 महामारी को ‘काफी हद तक नियंत्रण में’ लाने में सफल हो जाएंगे। हर्षवर्धन ने कहा, ‘...उम्मीद है कि अगले कुछ महीनों में, संभवत: दीवाली तक हम कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को काफी हद तक नियंत्रित कर लेंगे।’ अनंतकुमार फाउंडेशन द्वारा आयोजित ‘नेशन फर्स्ट’ वेब सेमिनार में केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि डॉक्टर देवी प्रसाद शेट्टी और डॉक्टर सी.एन. मंजूनाथ जैसे विशेषज्ञ इस बात पर संभवत: सहमत होंगे कि कुछ वक्त बाद यह भी अतीत में आए अन्य वायरस की तरह सिर्फ स्थानीय समस्या बनकर रह जाएगा। उन्होंने कहा, ‘लेकिन वायरस ने हमें खास सीख दी है, इसने हमें सिखाया है कि अब कुछ नया होगा, जो सामान्य होगा आर हम सभी को अपनी जीवनशैली को लेकर ज्यादा सावधान और सजग रहना होगा....।’ हर्षवर्धन ने इस साल के अंत तक कोरोना वायरस का टीका विकसित कर लिये जाने की भी उम्मीद जतायी। उल्लेखनीय है कि भारत में इस महामारी से जहां 60 हजार से अधिक की मौत हो चुकी है तो 35 लाख से अधिक कोरोना वायरस के पॉजिटिव केस पाए गए हैं।


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स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने बताया, कब तक काबू में आएगी कोरोना महामारी https://ift.tt/31H4K4N स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने बताया, कब तक काबू में आएगी कोरोना महामारी
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सेरेब्रल पाल्सी बीमारी से जूझ रहा है बेटा, वेतन कटौती के कारण इलाज कराने में असमर्थ है पिता https://ift.tt/31Ht1ru

नई दिल्ली गंभीर बीमारी से जूझ रहे बेटे के इलाज के लिए मां-बाप अपना सबकुछ दांव पर लगा चुके हैं, मगर बेटा अब भी बीमार है। दिल्ली में रहने वाले इस परिवार को आर्थिक मदद की बेहद जरूरत है। पिछले 11 साल में जया उन्नी ने सेरेब्रल पाल्सी बीमारी से जूझ रहे अपने बेटे के उपचार के लिए सारे गहने बेच दिए, लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण पति के वेतन में कटौती के बाद परिवार के लिए मुश्किलें और बढ़ गई हैं। ठीक तरीके से चल नहीं पाने के लिए उज्जवल के अभिभावक को उसका उपचार कराने में बहुत मुश्किलें आ रही हैं दंपति ने अपने 12 वर्षीय बेटे के इलाज के लिए कई उपाए आजमाए और 30 लाख रुपये खर्च कर डाले। इस दौरान उन्होंने दिल्ली में डॉक्टरों से लेकर केरल में पंचकर्म उपचार और उदयपुर नारायण सेवा संस्थान में भी बच्चे का इलाज कराया। 7 महीने बाद शारीरिक विकास रुका दक्षिण-पश्चिम दिल्ली में उत्तम नगर की निवासी उन्नी ने कहा, ‘‘जन्म के समय उज्ज्वल ठीक था। जब वह सात महीने का हुआ तो उसका शारीरिक विकास रुक गया। ’’ सेरेब्रल पाल्सी शरीर के विभिन्न अंगों और मांसपेशियों में गतिविधि या उनकी बनावट का विकार है। यह ज्यादातर जन्म से पहले मस्तिष्क में चोट लगने के कारण होता है । उन्होंने कहा, ‘‘पिछले 11 साल काफी मुश्किलों भरे रहे हैं। हमने उज्जवल के उपचार पर काफी रुपये खर्च किए। बेटे के इलाज के लिए शादी के समय मिले जेवरात को भी मैंने बेच डाला। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘आखिरकर हमें एक डॉक्टर मिला जिनकी बदौलत बेटे की स्थिति में सकारात्मक बदलाव आया लेकिन अब उसके उपचार के लिए हमारे पास रुपये नहीं हैं।’’ दिन में दो बार फिजियोथेरेपी की जरूरत उज्जवल के डॉक्टर रनबीर सिंह ने कहा कि बच्चे को घर पर दिन में दो बार फिजियोथेरेपी की जरूरत है । उन्नी ने कहा, ‘‘करीब 15 लाख रुपये की जरूरत है। चार साल तक इलाज के लिए हर महीने 30,000 रुपये चाहिए। महामारी के कारण मेरे पति का वेतन आधा हो गया। वह 15,000 रुपये कमाते हैं जिसमें से 5,000 रुपये किराए में चले जाते हैं।’’ उज्जवल कक्षा चार का छात्र है और संगीत में भी उसकी दिलचस्पी है । उन्नी ने कहा, ‘‘बच्चे ने अपने बचपन का अधिकतर समय घर या अस्पताल में गुजारा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ऑनलाइन तरीके से डॉक्टर हमारी मदद कर रहे हैं लेकिन हम उनसे और ज्यादा मदद के लिए नहीं कह सकते। हमें मदद की जरूरत है ताकि हमारा बच्चा फिर से अपने पैर पर खड़ा हो सके।’’


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सेरेब्रल पाल्सी बीमारी से जूझ रहा है बेटा, वेतन कटौती के कारण इलाज कराने में असमर्थ है पिता https://ift.tt/31Ht1ru सेरेब्रल पाल्सी बीमारी से जूझ रहा है बेटा, वेतन कटौती के कारण इलाज कराने में असमर्थ है पिता
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अमेरिका, चीन और पाकिस्तान में भारत के राजदूत रहे के. शंकर बाजपेयी का निधन https://ift.tt/3jwEFLV

नई दिल्ली अमेरिका, चीन और पाकिस्तान में भारत के राजदूत रहे कात्यायनी शंकर बाजपेयी का रविवार को निधन हो गया। वह 92 वर्ष के थे। उनके परिवार ने एक बयान में यह जानकारी दी। बाजपेयी के परिवार में पत्नी मीरा बाजपेयी और दो पुत्र धर्म और जयंती बाजपेयी हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बाजपेयी के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘राजदूत शंकर बाजपेयी के निधन पर बहुत दुख हुआ। हममें से कई को उनकी कमी खलेगी।’ बयान के अनुसार बाजपेयी अमेरिका, चीन और पाकिस्तान में भारत के राजदूत रहे। वह भारत के तीन सबसे महत्वपूर्ण और चुनौतीपूर्ण पदों पर राजदूत बनने वाले कुछ करियर राजनयिकों में से एक थे। बाजपेयी के परिवार ने बयान में बताया कि बाजपेयी अमेरिका में भारत के राजदूत थे जब पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने 1985 में वाशिंगटन की अपनी पहली महत्वपूर्ण यात्रा की थी। इसमें कहा गया है कि एक युवा अधिकारी के रूप में, वह 1965 के युद्ध के दौरान पाकिस्तान में पद पर रहे। वर्ष 1966 में वह पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अयूब खान के साथ शिखर सम्मेलन के लिए (पूर्व) प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के साथ ताशकंद गए। बयान में कहा गया है कि 1986 में सरकारी सेवा से सेवानिवृत्त होने के बाद, बाजपेयी ने 1987-88 में कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय सहित कई विश्वविद्यालयों में अकादमिक क्षेत्र में सेवाएं दी और वह कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले में 1989-92 में ‘विजिटिंग प्रोफेसर’ भी रहे। उन्होंने 2008 से 2010 तक राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया।


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भारतीय सेना की यूनिफॉर्म में बदलाव के लिए हो रहा है सैंपल रिव्यू https://ift.tt/3gOkibm

नई दिल्ली भारतीय सेना की यूनिफॉर्म में बदलाव की प्रक्रिया कुछ और आगे बढ़ी है। सेना की कॉम्बेट यूनिफॉर्म सहित सभी तरह की यूनिफॉर्म को ज्यादा आरामदायक ज्यादा स्मार्ट बनाने के लिए इंडस्ट्री से सैंपल मंगाए गए थे और चुनिंदा सैंपलों का रिव्यू इन दिनों चल रहा है। पिछले साल यूनिफॉर्म में बदलाव की प्रकिया शुरू की गई थी, उस वक्त आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत थे। बदलाव की कवायद के पीछे यूनिफॉर्म को ज्यादा आरामदायक बनाने के साथ ही मकसद अधिकारियों की यूनिफॉर्म में एकरूपता लाना भी है ताकि ब्रिगेडियर और इससे ऊपर के अधिकारियों में यूनिफॉर्म से यह पता ना चले कि वह किस आर्म्स के और रेजिमेंट के हैं। इस वजह से हो रहा है बदलाव आर्मी सूत्रों के मुताबिक बदलती ऑपरेशनल जरूरतों को ध्यान में रखते हुए यूनिफॉर्म में बदलाव की प्रकिया शुरू की गई। इसका मकसद यूनिफॉर्म को आरामदायक बनाना भी है क्योंकि वक्त के साथ ही टेक्सटाइल टेक्नॉलजी भी काफी बदल गई है और अब कई तरह के विकल्प मौजूद हैं। सूत्रों के मुतााबिक आर्मी की कॉम्बेट ड्रेस, समर और विंटर की रेगुलर ड्रेस, सेरिमोनियल ड्रेस, मेस की ड्रेस सभी में बदलाव की कोशिश की जा रही है। जिन सैंपलों का रिव्यू चल रहा है उनमें फैब्रिक के साथ ही डिजाइन का कंफर्ट लेवल भी देखा जा रहा है। अलग अलग सैंपल में तुलना कर जो सबसे बेहतर लगेगा उसे फिर आगे बढ़ाया जाएगा। जानें क्या-क्या बदलाव हो सकता है? सूत्रों के मुताबिक यूनिफॉर्म के फैब्रिक में बदलाव होगा। साथ ही डिजाइन और पैटर्न में भी कुछ बदलाव हो सकता है। कॉम्बेट ड्रेस में बेल्ट हो या नहीं यह भी देखा जा रहा है। इसके अलावा ब्रिगेडियर और इससे ऊपर के रैंक के अधिकारियों की यूनिफॉर्म से यह पता ना चले कि वह किस आर्म्स और रेजिमेंट के हैं, इसकी कोशिश भी की जा रही है। शुरुआत मेस ड्रेस से हो सकती है। आर्मी की किसी भी फॉर्मल या इनफॉर्मल सोशल गैदरिंग में आर्मी ऑफिसर्स मेस ड्रेस पहनते हैं। क्या बोले सीनियर अधिकारी आर्मी के एक सीनियर अधिकारी के मुताबिक, अभी मेस ड्रेस में पहने जाने वाले कमरबंद से इसका पता चल जाता है कि कौन अधिकारी इंफ्रेंट्री के हैं, कौन आर्टिलरी के, कौन एयर डिफेंस के या किसी और आर्म्स के। इसी तरह अधिकारी किस रेजिमेंट के हैं यह भी मेस ड्रेस के कमरबंद में लगे क्रेस्ट और टोपी से पता चल जाता है। बदलाव के बाद कर्नल रैंक तक के अधिकारियों का तो रेजिमेंटल कमरबंद होगा, लेकिन ब्रिगेडियर और इससे ऊपर रैंक के अधिकारियों का एक जैसा ही काले रंग का कमरबंद हो सकता है जिसमें इंडियन आर्मी का क्रेस्ट लगा हो सकता है ना कि उनकी अपनी रेजिमेंट का। टोपी में भी इसी तरह के बदलाव हो सकते हैं। मेस ड्रेस में आर्मी अधिकारी के रैंक का पता लगेगा, उसमें रिबन लगे होंगे और नेम प्लेट होगी। लेकिन किस रेजिमेंट के और किस सर्विस के हैं यह पता नहीं लगेगा। इस बदलाव के पीछे मकसद यह भी है कि इंडियन आर्मी एक लगे न कि रेजिमेंट में बटी हुई दिखे।


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भारतीय सेना की यूनिफॉर्म में बदलाव के लिए हो रहा है सैंपल रिव्यू https://ift.tt/3gOkibm भारतीय सेना की यूनिफॉर्म में बदलाव के लिए हो रहा है सैंपल रिव्यू
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बाढ़ से चौतरफा हाहाकार, देखें- किस राज्य में क्या हैं हालात https://ift.tt/2DaRo7h

देश के उत्तरी हिस्से में स्थित राज्यों में बाढ़ का कहर जारी है। आने वाले दिनों में भारी बारिश की आशंका जताई गई है। मौसम विभाग ने जम्मू-कश्मीर, बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और असम में अलग-अलग स्तर की चेतावनियां भी जारी की हैं। पहाड़ी राज्यों में भूस्खलन से कई जगहों पर रास्ते बाधित हुए हैं। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के कई हिस्सों में भारी बारिश की आशंका जताई गई है। वहीं, उत्तर प्रदेश और बिहार के गांवों में अभी भी बाढ़ से बुरे हालात हैं। असम और उत्तराखंड में भी लगातार बारिश की वजह से कई नदियां उफान पर हैं। ओडिशा में कई नदियां खतरे के लेवल से ऊपर हैं और कई गांवों में पानी रिहायशी इलाकों में घुस गया है। देखिए तस्वीरें कि किन राज्यों में बाढ़ के क्या हालात हैं...

पूरे देश में भारी बारिश और बाढ़ से हाहाकार मचा है। जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु समेत तमाम राज्य बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। कई राज्यों में बाढ़ की स्थित बन गई है। सैकड़ों लोग बेघर हो गए हैं तो कई किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं।


Flood in India: बाढ़ से चौतरफा हाहाकार, देखें किस राज्य में क्या हैं हालात

देश के उत्तरी हिस्से में स्थित राज्यों में बाढ़ का कहर जारी है। आने वाले दिनों में भारी बारिश की आशंका जताई गई है। मौसम विभाग ने जम्मू-कश्मीर, बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और असम में अलग-अलग स्तर की चेतावनियां भी जारी की हैं। पहाड़ी राज्यों में भूस्खलन से कई जगहों पर रास्ते बाधित हुए हैं। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के कई हिस्सों में भारी बारिश की आशंका जताई गई है। वहीं, उत्तर प्रदेश और बिहार के गांवों में अभी भी बाढ़ से बुरे हालात हैं। असम और उत्तराखंड में भी लगातार बारिश की वजह से कई नदियां उफान पर हैं। ओडिशा में कई नदियां खतरे के लेवल से ऊपर हैं और कई गांवों में पानी रिहायशी इलाकों में घुस गया है। देखिए तस्वीरें कि किन राज्यों में बाढ़ के क्या हालात हैं...



दिल्ली में यमुना का जल स्तर थोड़ा घटा
दिल्ली में यमुना का जल स्तर थोड़ा घटा

दिल्ली में रविवार सुबह चेतावनी स्तर के नजदीक बह रही यमुना नदी का जलस्तर अब धीरे-धीरे कम हो रहा है। सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि सुबह नौ बजे पुराने रेलवे पुल पर जलस्तर 203.98 मीटर था। यह शनिवार रात सात बजे 204.14 मीटर और शुक्रवार शाम पांच बजे 204.41 मीटर था। चेतावनी स्तर 204.50 मीटर और खतरे का निशान 205.33 मीटर है। हरियाणा के यमुनानगर जिले के हथनीकुंड बैराज से सुबह 8 बजे 4,353 क्यूसेक की दर से यमुना में पानी छोड़ा जा रहा था। शनिवार को पूर्वाह्न 11 बजे प्रवाह की दर 11,445 क्यूसेक थी, जो पिछले 24 घंटों में अधिकतम थी। अधिकारी ने कहा कि पिछले दो दिनों से प्रवाह की दर 4,000 क्यूसेक और 15,000 क्यूसेक के बीच बनी हुई है, जो बहुत अधिक नहीं है। एक क्यूसेक 28.32 लीटर प्रति सेकंड के बराबर होता है। बैराज से छोड़ा गए पानी को आम तौर पर राजधानी तक पहुंचने में दो-तीन दिन लगते हैं। इस पानी से दिल्ली को पेयजल मिलता है। दिल्ली और आसपास के इलाकों में बारिश के कारण शुक्रवार को जलस्तर बढ़ गया। पूर्वी दिल्ली जिला प्रशासन ने स्थिति पर नजर रखने के लिए 24 नौकाएं तैनात की हैं। इनमें से प्रत्येक पर दो गोताखोर तैनात हैं। साथ ही अतिरिक्त नौकाएं और गोताखोर तैयार रखे गए हैं। आम तौर पर, हथनीकुंड बैराज में प्रवाह की दर 352 क्यूसेक है, लेकिन जलग्रहण क्षेत्रों में भारी वर्षा के बाद छोड़ा जाने वाला पानी बढ़ जाता है।



खतरे के निशान पर कई जिलों में नदियों का जल स्तर
खतरे के निशान पर कई जिलों में नदियों का जल स्तर

उत्तर प्रदेश के 16 जिलों के 792 गांव प्रभावित हैं। 437 गांव पूरी तरह बाढ़ से घिर गए हैं। बाढ़ प्रभावित जिलों में आंबेडकरनगर, अयोध्या, आजमगढ़, बहराइच, बलिया, बाराबंकी, बस्ती, देवरिया, फर्रूखाबाद, गोंडा, गोरखपुर, कुशीनगर, लखीमपुर खीरी, मऊ, शाहजहांपुर और सीतापुर शामिल है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पलिया कला (लखीमपुरखीरी) में शारदा नदी, जबकि (अयोध्या) तथा तुर्तीपार (बलिया) और एल्गिनब्रिज बाराबंकी में सरयू (घाघरा) नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।



असम में लाखों लोग हुए बेघर
असम में लाखों लोग हुए बेघर

पूर्वोत्तर के राज्य में लगातार बारिश और ब्रह्मपुत्र नदी के साथ-साथ उसकी सहायक नदियों में जलस्तर बढ़ने से पूरे राज्य में तबाही मची हुई है। असम इस साल बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुए है। अभी तक कम से कम 140 लोगों की मौत हो चुकी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, असम के 28 जिलों में बाढ़ की वजह से बुरे हालात हैं। लाखों लोग विस्थापित हुए हैं और राहत कैंपों में रह रहे हैं।



नदियां उफान पर शहरों तक पहुंचा पानी
नदियां उफान पर शहरों तक पहुंचा पानी

गुजरात के भरूच जिले में नर्मदा नदी का जलस्तर बढ़ गया है जिससे बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं। राजकोट में भारी बारिश की वजह से आजी नदी उफान पर आ गई है। इस वजह से कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं।



ओडिशा में हीराकंड बांध के 44 गेट खोले गए
ओडिशा में हीराकंड बांध के 44 गेट खोले गए

ओडिशा में हीराकुंड बांध 64 गेटों में से 44 को अधिकारियों ने खोल दिए हैं। हीराकुंड बांध का जल स्तर बढ़कर 626.65 फुट हो गया है, जबकि जलाशय का उच्चतम स्तर 630 फुट है। जल का भारी प्रवाह और जल स्तर में वृद्धि के कारण जलाशय से अतिरिक्त पानी छोड़ा जा रहा है। पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में महानदी के ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में भारी वर्षा के बाद, 8.99 लाख क्यूसेक से अधिक पानी अब हीराकुंड बांध में प्रवेश कर रहा है, जबकि 7.28 लाख क्यूसेक पानी बांध के 44 जलद्वारों के माध्यम से निकाला जा रहा है। ओडिशा की सबसे बड़ी नदी मानी जाने वाली महानदी के बेसिन क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है क्योंकि नदी का जल स्तर बढ़कर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। महानदी नदी में बाढ़ आने से पुरी, खुर्दा, कटक, जगतसिंहपुर, नयागढ़ और केंद्रपाड़ा के कुछ हिस्से सहित कई तटीय जिलों के प्रभावित होने की आशंका है।



वायु सेना से हेलिकॉप्टर से किया रेस्क्यू ऑपरेशन
वायु सेना से हेलिकॉप्टर से किया रेस्क्यू ऑपरेशन

मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिले के बाढ़ वाले इलाकों में शनिवार को भारी बारिश के बाद लोगों को बचाने के लिए सेना को बुलाया गया है। कई इलाकों में बाढ़ आ गई और नर्मदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने विदिशा के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। भारतीय वायु सेना ने अतिप्रवाह वेनगंगा नदी के किनारे स्थित बालाघाट के मावड़ गांव के पास 2 युवकों और एक बुजुर्ग व्यक्ति को उनके बाढ़ से प्रभावित घरों को बचाने के लिए Mi17V5 हेलिकॉप्टर से उन्हें रेस्क्यू कराया।



शार्क बहकर आई बाहर
शार्क बहकर आई बाहर

तमिलनाडु के रामनाथपुरम जिले के वेलिनोकक्म बीच पर आज एक व्हेल शार्क बहकर किनारे आ गई।





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चीन के पिछलग्‍गू इमरान को जयशंकर का जवाब- आपने किया तो क्या हम भी... https://ift.tt/2EJbzd0

नई दिल्‍ली खुद चीन के हाथों की कठपुतली बना पाकिस्‍तान अब भारत को आइना दिखाने की नाकाम कोशिश कर रहा है। पिछले दिनों पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि पश्चिमी देश भारत को मोहरे की तरह इस्‍तेमाल कर रहे हैं। भारत की तरफ से विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि 'शायद वह अपना इतिहास देख रहे होंगे। भारत तो ऐसा नहीं है।' जयंशकर ने कहा कि हमें अपनी आजादी पर गर्व महसूस होता है। उन्‍होंने एक इंटरव्‍यू में अंग्रेजी अखबार हिंदुस्‍तान टाइम्‍स से कहा, "कुछ लोगों को लगता है कि उन्‍होंने कुछ किया, तो हम भी वैसा ही करेंगे। भारत का खुद को लेकर अपना नजरिया है।" इमरान ने क्‍या कहा था?दुनिया न्‍यूज को दिए इंटरव्‍यू में इमरान ने चीन को सच्‍चा दोस्‍त बताया था। उन्‍होंने कहा था कि पाकिस्‍तान का भविष्‍य चीन के साथ जुड़ा है। बकौल इमरान, चीन ही वो इकलौता मुल्‍क है जो हमेशा पाकिस्‍तान के साथ खड़ा रहा। उसी इंटरव्‍यू में भारत का जिक्र करते हुए खान ने कहा था कि 'यह दुर्भाग्‍यपूर्ण है कि पश्चिमी ताकतें चीन को दबाने के लिए भारत का इस्‍तेमाल कर रही हैं।' उन्‍होंने कहा कि चीन से नजदीकी के पीछे भौगोलिक कारणों से इतर यह भी एक वजह है। जयशंकर ने जवाब से दिखा दिया आइनाविदेश मंत्री ने एचटी से बातचीत में कहा, "जो ये सब कहते हैं, वो शायद अपने इतिहास पर गौर कर रहे होंगे और अपने वजूद को आंक रहे होंगे। निश्चित तौर पर भारत ऐसा नहीं है।" विदेश मंत्री ने कहा, "हमारा इतिहास देखिए। चूंकि हम दो बड़ी मुश्किल सदियों से गुजरे हैं, हमें अपनी आजादी पर खास नाज़ है। कुछ लोगों को लगता है कि उन्‍होंने कुछ किया तो हम भी वैसा ही करेंगे। भारत का खुद को लेकर अलग नजरिया है।" जयशंकर ने कहा कि 'भारत के अपने हित हैं, अपना चरित्र है।' उन्‍होंने कहा कि भारत को किसी के खिलाफ परिभाषित नहीं किया जा सकता। चीन के खिलाफ भारत के पक्ष में है अमेरिकाचीन की हरकतों ने कई देशों को परेशान किया है जिनमें से भारत और अमेरिका भी शामिल है। यही वजह है कि बीते दिनों, चीन के मसले पर दोनों देशों की नजदीकियां बढ़ी हैं। कभी अमेरिका के इशारों पर नाचने वाला पाकिस्‍तान अब चीन की बंसी पर डोल रहा है। इस वजह से उसे अमेरिका खास पसंद नहीं रह गया है। चीन ने जिस तरह से दक्षिण चीन सागर में कब्‍जे की कोशिशें की और फिर अमेरिकी हितों पर चोट करने की कोशिश की, उससे वहां पर चीन के खिलाफ माहौल बना है। इधर भारत ने जिस तरह से चीन का लद्दाख में सामना किया और फिर अपने तरीके से जवाब दिया, उसे अमेरिका से भी तारीफ मिली है। पाकिस्‍तान को यह सब फूटी आंख नहीं सुहा रहा है।


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अयोध्‍या: मस्जिद ट्रस्‍ट के खुल गए 2 बैंक अकाउंट, ये हैं डीटेल https://ift.tt/32AKe4Y

अयोध्या अयोध्या की मस्जिद के ट्रस्ट, का बैंक अकाउंट शनिवार को खुल गया है। ट्रस्ट के सचिव अतहर हुसैन के मुताबिक दो बैंक अकाउंट खोले गए हैं जिसमें से एक में मस्जिद के लिए आर्थिक सहयोग राशि जमा की जाएगी जबकि दूसरे में हॉस्पिटल, कल्चरल सेंटर व कमिटी किचन आदि के लिए धनराशि जमा करने की व्यवस्था रहेगी। आईआईसीएफ के सचिव ने बताया कि जल्द ही मस्जिद ट्रस्ट का पोर्टल भी लॉन्‍च कर दिया जाएगा जो लगभग तैयार कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि कोशिश की जा रही है कि आर्थिक सहयोग की राशि के आधार पर मस्जिद परिसर में निर्माण शुरू करने की योजना है। उन्होंने बताया कि बैंक अकाउंट नंबरों व इनके आईएफएससी कोड को सार्वजनिक कर दिया गया है। पहले अकाउंट का डीटेल नाम है: इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन अकाउंट नं: 696105600633 आईएफएससी कोड: ICIC0006961 शाखा: लखनऊ हेवट रोड दूसरे अकाउंट का डीटेल नाम: इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन अकाउंट नं: 50200051385575 आईएफएससी कोड: एचडीएफसी 0004805 शाखा: लखनऊ विभूति खंड सबसे बड़ा प्रॉजेक्‍ट अस्‍पताल काइससे पहले मस्जिद के निर्माण पर आर्किटेक्ट डिजाइन-मस्जिद ट्रस्ट आईआईसीएफ के सचिव अतहर हुसैन ने बताया था, '5 एकड़ की जमीन पर बड़ा प्लान अस्पताल का है। केवल 1,400 वर्गमीटर क्षेत्र पर मस्जिद बनेगी।' अतहर ने आगे बताया, 'लेकिन सबसे बड़ा प्रॉजेक्ट अस्पताल का बनेगा। यहां के लोगों की मांग अस्पताल की है। इसके अलावा कल्चरल रिसर्च सेंटर व कम्युनिटी किचन के हैं। इंडो इस्लामिक कल्चर की गंगा जमुनी साझेदारी के विषयों के साथ रहीम रसखान कबीर जैसे विभूतियों पर भी शोध के लिए कल्चरल सेंटर बनेगा। इसमें आधा दर्जन शोध स्कालरों के लिए रहने और रिसर्च के लिए लाइब्रेरी की व्यवस्था रहेगी। यह सेंटर यूजीसी के मानक पर बनेगा।'


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अयोध्‍या: मस्जिद ट्रस्‍ट के खुल गए 2 बैंक अकाउंट, ये हैं डीटेल https://ift.tt/32AKe4Y अयोध्‍या: मस्जिद ट्रस्‍ट के खुल गए 2 बैंक अकाउंट, ये हैं डीटेल
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देश में 27 लाख से ज्यादा कोरोना मरीज ठीक, 24 घंटे में 64 हजार से अधिक रिकवरी https://ift.tt/3ly7NnO

नई दिल्ली देश में जहां एक तरफ कोरोना वायरस के नए मामलों के आने का सिलसिला जारी है। वहीं, दूसरी तरफ राहत की बात यह है कि कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज तेजी से ठीक भी हो रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में कोरोना से ठीक होने वाले लोगों की संख्या 27 लाख के पार हो गई है। पिछले 24 घंटों में 64,935 लोग कोरोना से ठीक हुए हैं। कोरोना के सक्रिय मामलों की तुलना में 3.55 गुना अधिक लोग ठीक गुए हैं। देश में कोरोना की रिकवरी दर 76.61 प्रतिशत हो गई है। वहीं, मृत्यु दर 1.79 प्रतिशत ही रह गई है। कोरोना टेस्ट में भी इजाफा देश में कोरोना की जांच भी बढ़ा दी गई है। प्रतिदिन 10 लाख नमूनों की जांच के लक्ष्य की तरफ आगे बढ़ते हुए देश में कुल अब तक चार करोड़ 14 लाख 61 हजार 636 सैंपल टेस्ट हुए हैं। जांच, संपर्को की तलाश और उपचार पर जोर देने से मरीज तेजी के साथ स्वस्थ हो रहे हैं। वहीं, गंभीर पेशंट्स की संख्या में भी भारी कमी आ रही है। भारत ने 10 लाख से ज्यादा सैंपल टेस्ट करने की उपलब्धि तब हासिल की है, जबकि कोरोना महामारी के सामने आने के वक्त देश में नमूनों की जांच की सुविधा सिर्फ पुणे स्थित एक प्रयोगशाला में ही थी। आज डेढ़ हजार से अधिक लैब में कोरोना की जांच की जा रही है। जानें कितनी जांच हो रही है केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, प्रति 10 लाख आबादी पर जांच की संख्या बढ़कर 29,280 हो गई है। संक्रमण की दर गिरकर 8.57 फीसदी पर आ गई है। गंभीर पेशंट्स की संख्या में भारी कमी आई है। इस समय सिर्फ 0.29 फीसद मरीज ही वेंटिलेटर पर हैं। जबकि, 1.93 फीसद मरीज आइसीयू में हैं और 2.88 फीसद मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं।


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राहुल गांधी का तंज, JEE-NEET वाले परीक्षा पे चर्चा चाहते थे, PM ने की खिलौने पे चर्चा! https://ift.tt/31Gh8C0

नई दिल्‍ली कांग्रेस के पूर्व अध्‍यक्ष राहुल गांधी ने 'मन की बात' कार्यक्रम को लेकर तंज कसा है। 30 अगस्‍त की सुबह 11 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह कार्यक्रम रेडिया समेत विभिन्‍न प्‍लेटफॉर्म्‍स पर प्रसारित हुआ था। प्रधानमंत्री ने बच्‍चों के खिलौनों से लेकर मोबाइल ऐप्‍स, न्‍यूट्रिशन और सिक्यॉरिटी डॉग्स तक पर बात की। राहुल ने अपने ट्वीट में जेईई-नीट परीक्षाओं का मसला उठाया। कांग्रेस सांसद ने लिखा कि "जेईई-नीट के परीक्षार्थी चाहते थे कि पीएम 'परीक्षा पे चर्चा' करें लेकिन पीएम ने 'खिलौने पे चर्चा' कर डाली।" साथ में उन्‍होंने #Mann_Ki_Nahi_Students_Ki_Baat (मन की नहीं स्‍टूडेंट्स की बात) हैशटैग का भी इस्‍तेमाल किया है। स्‍टूडेंट्स को जवाबदेह बनाया जा रहा है : राहुलकांग्रेस लगातार जेईई-नीट का मुद्दा उठा रही है। पार्टी अध्‍यक्ष सोनिया गांधी ने दो दिन पहले एक बयान में स्‍टूडेंट्स से कहा था कि 'आपके भविष्य से संबंधित कोई भी निर्णय होता है तो यह महत्वपूर्ण है कि इसमें आपकी सहमति होनी चाहिए।' राहुल गांधी ने भी मामले पर एक वीडियो बयान जारी किया था। उन्होंने कहा था, "एनईईटी-जेईई उम्मीदवारों की सुरक्षा के साथ सरकार की विफलता की वजह से समझौता नहीं किया जाना चाहिए। सरकार को निश्चित ही सभी हितधारकों की बात सुननी चाहिए और एक नतीजे पर पहुंचना चाहिए।" राहुल ने कहा, "मैं जो समझ नहीं पा रहा हूं, वह यह है कि आपको क्यों जवाबदेह बनाया जा रहा है..सरकार को क्यों आपलोगों पर कुछ थोपना चाहिए? यह महत्वपूर्ण है कि सरकार छात्रों की सुने।" खिलौनों पर क्‍या बोले थे पीएम मोदी?प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मन की बात' में कहा कि हमने इस बात पर मंथन किया कि भारत के बच्चों को नए-नए खिलौने कैसे मिलें। भारत टॉय प्रॉडक्‍शन का बहुत बड़ा हब कैसे बने। पीएम ने कहा कि "आप सोचिए कि जिस राष्ट्र के पास इतनी विरासत हो, परम्परा हो, विविधता हो, युवा आबादी हो, क्या खिलौनों के बाजार में उसकी हिस्सेदारी इतनी कम होनी, हमें, अच्छा लगेगा क्या? जी नहीं, ये सुनने के बाद आपको भी अच्छा नहीं लगेगा।" उन्‍होंने कहा, "अब सभी के लिए लोकल खिलौनों के लिये वोकल होने का समय है। आइए, हम अपने युवाओं के लिये कुछ नए प्रकार के, अच्छी क्‍वालिटी वाले खिलौने बनाते हैं।" 6 राज्‍यों ने SC में दायर की याचिकापश्चिम बंगाल, पंजाब, महाराष्ट्र, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और झारखंड के छह मंत्रियों ने संयुक्त रूप से सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई है। अदालत में उसके एनईईटी-जेईई परीक्षा को लेकर 17 अगस्त के आदेश को चुनौती देते हुए समीक्षा याचिका दायर की गई है। याचिका में कोविड-19 महामारी के मद्देनजर परीक्षा स्थगित करने की अपील की गई है। याचिकाकर्ताओं ने तर्क दिया, 'लाइफ मस्ट गो ऑन' की सलाह बहुत ही दार्शनिक लगती है, लेकिन यह नीट और जेईई परीक्षा के संचालन में शामिल विभिन्न पहलुओं के वैध कानूनी तर्क और तार्किक विश्लेषण का विकल्प नहीं हो सकता।"


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राहुल गांधी का तंज, JEE-NEET वाले परीक्षा पे चर्चा चाहते थे, PM ने की खिलौने पे चर्चा! https://ift.tt/31Gh8C0 राहुल गांधी का तंज, JEE-NEET वाले परीक्षा पे चर्चा चाहते थे, PM ने की खिलौने पे चर्चा!
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Gad

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